SSC CGL: कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के अभ्यर्थी दिल्ली में बीते लगभग एक हफ्ते से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। आखिर इस धरना-प्रदर्शन का कारण क्या है? चलिए, आपको बताते हैं इसी के बारे में। अभ्यर्थी दिल्ली में सीजीओ कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड पर स्थित एसएससी दफ्तर पर कथित तौर पर SSC CGL Tier II परीक्षा के पेपर लीक के खिलाफ धरना दे रहे हैं। अभ्यर्थियों की मांग है कि इस मामले में सीबीआई जांच हो। केंद्र सरकार ने छात्रों की इस मांग को मानते हुए सीबीआई जांच का आदेश दे दिया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “हमने धरना-प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग स्वीकार कर सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं।” हालांकि, अभ्यर्थियों ने इस फैसले के बाद भी प्रदर्शन रोकने से इनकार कर दिया है। उनकी मांग है कि जब तक सही फॉर्मेट जारी नहीं होता और उनकी अन्य मांग पूरी नहीं की जाती, तब तक वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।
बता दें शनिवार को अभ्यर्थियों ने इस मामले को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और दिल्ली बीजेपी के चीफ मनोज तिवारी से मुलाकात की थी। मामले को देखते हुए बोर्ड ने परीक्षा रद्द कर दी थी जो 27 फरवरी से शुरू हुई थी। कई अभ्यर्थियों का यह आरोप भी है कि परीक्षा में कुछ लोग मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। रविवार को एसएससी ने 21 फरवरी को हुई परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले को लेकर सीबीआई जांच की सिफारिश का फैसला लिया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि कुछ अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र फेसबुक पर लीक कर दिए थे। साथ ही, उनका यह भी दावा है कि प्रश्नों के उत्तर भी परीक्षा शुरू होने से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद एसएससी ने दोबारा परीक्षा 9 मार्च से आयोजित कराने की घोषणा की है।
SSC CGL Tier 2 परीक्षा 17 से 22 फरवरी 2018 को आयोजित हुई थी, जिसे रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने का फैसला लिया गया है। इस परीक्षा में 189843 उम्मीदवार शामिल हुए थे। 17 फरवरी को आयोग ने एनिमेट इन्फोटेक, मोहन कॉपरेटिव इंडस्ट्रियल इस्टेट, नई दिल्ली पर आयोजित होने वाली दूसरी शिफ्ट की परीक्षा रद्द कर दी थी। वहीं, 21 फरवरी को तकनीकी खराबी के कारण पेपर I रद्द कर दिया गया था। इस परीक्षा में 41,331 उम्मीदवारों को शामिल होना था, लेकिन सिर्फ 33,075 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। वहीं, पटना में अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हुए। 21 फरवरी के दिन ही कथित तौर पर दो पेपर चिट्स जिनमें कथित तौर पर पेपर I की उत्तर कुंजी थी, सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। सोशल मीडिया पर कथित रूप से चिट्स सुबह 10.15 बजे वायरल हुई, जबकि परीक्षा 10.30 बजे होनी थी। इस पर एसएससी ने कहा था कि ये सभी आरोप बेबुनियाद हैं। 24 फरवरी को एसएससी ने पेपर 1 दोबारा आयोजित कराने का फैसला लिया था।