RRB Ntpc Student Protest Bihar Band: बिहार में आरआरबी-एनटीपीसी (RRB-NTPC) एग्जाम को लेकर दिनभर हंगामा देखने को मिला। स्टूडेंट्स ने विरोध प्रदर्शन के तहत आज बिहार बंद बुलाया गया था। स्टूडेंट्स के इस भारत बंद को कई राजनीतिक पार्टियों ने अपना समर्थन दिया पटना में सुबह से ही छात्र सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों का आरोप है कि आरआरबी एनटीपीसी सीबीटी 2 और ग्रुप डी सीबीटी 1 परीक्षा में गड़बड़ी की गई है। छात्र ये मांग कर रहे हैं कि जिन शिक्षकों पर FIR हुई है, वह वापस ली जाए। बीती रात से ही छात्र अपना विरोध (RRB-NTPC Protest) जता रहे हैं और उन्होंने पटना के NH-31 पर भी अपना विरोध जाहिर किया है। बिहार में इस बंद को देखते हुए यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार में छात्रों के इस भारत बंद को आरजेडी, जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी का समर्थन मिला है। छात्रों को समर्थन देने के लिए महुआ से आरजेडी के विधायक भी सड़क पर अपने समर्थकों के साथ उतर आए। उन्होंने रामशीष चौक पर छात्रों के समर्थन में नारेबाजी की।
RRB-NTPC Protest: बिहार में आरआरबी-एनटीपीसी एग्जाम में धांधली का आरोप लगाकर छात्र सोमवार से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान छात्र कई बार नियंत्रण से बाहर भी हो गए, जिसके बाद उन्हें रोकने के लिए पुलिस बल का भी इस्तेमाल करना पड़ा।
एनटीपीसी (NTPC) और रेलवे ग्रुप डी (Railway Group D) की परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर छात्र 24 जनवरी से बिहार में प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि जब सरकार की तरफ से छात्रों की परेशानियों को सुनने और उन्हें सुलझाने का आश्वासन दिया गया है, तब जाकर ये आंदोलन थमा है।
रेलवे की अधिसूचना में कहा गया था कि ग्रुप डी परीक्षा में सीबीटी 1 होगा और उसके बाद फिजिकल ड्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन होगा और फिर अभ्यर्थियों का फाइनल चयन हो जाएगा।
दूसरी ओर एनटीपीसी रिजल्ट पर भी पेच फंसा हुआ है। छात्रों का कहना है कि 35, 277 पदों के लिए 20 गुना रिजल्ट दिया गया। इसके साथ ही ले एक ही रोल नंबर को कई पदों के लिए चयनित कर दिया गया।
ग्रुप डी की परीक्षा जिसमें सीबीटी एक होगी थी, लेकिन अब सरकार कह रही है कि अब हम इसमें सीबीटी 2 भी लेंगे। वहीं, छात्रों का कहना है कि नोटिफिकेशन में सीबीटी -1 की ही बात कही गई थी। इसी को लेकर छात्र विरोध कर रहे हैं।
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा 28 दिसंबर से 31 जुलाई 2021 तक आयोजित की गई थी। इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 15 जनवरी 2022 को घोषित किया गया था। जारी रिजल्ट के अनुसार, दूसरे चरण की परीक्षा के लिए केवल 3.84 लाख उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। जबकि, इसके लिए 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
आरआरबी ग्रुप डी परीक्षा में कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट (CBT), फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET), डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल परीक्षा शामिल है। बता दें कि एग्जामिनेशन अथॉरिटी सिंगल या मल्टीस्टेज में सीबीटी आयोजित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन, रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने जैसी अन्य गैर कानूनी गतिविधियों की जांच की जाएगी और इन गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले उम्मीदवारों पर पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ रेलवे की नौकरी करने पर आजीवन प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से भर्ती की जाती है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वह ऐसे तत्वों के प्रभाव में न आएं जो अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए उनका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
एनटीपीसी रिजल्ट से असंतुष्ट छात्रों की समस्याओं का हल करने के लिए रेलवे बोर्ड ने एक समिति का गठन किया है। यह समिति 4 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।
रेलवे में नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी के तहत जूनियर क्लर्क, अकाउंट क्लर्क कम टाइपिस्ट, जूनियर टाइम कीपर, ट्रेनिंग क्लर्क, टिकट क्लर्क, ट्राफिक असिस्टेंट और गुड्स गार्ड समेत कुल 35281 रिक्त पदों पर भर्ती की जानी है।
प्रथम चरण के कंप्यूटर आधारित परीक्षण के परिणामों के संबंध में उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई चिंताओं को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च-शक्ति समिति का गठन किया गया है।
आरआरबी एनटीपीसी के तहत 35281 रिक्त पदों में से लगभग 11000 पदों के लिए उम्मीदवार न्यूनतम 12वीं पास होना चाहिए। वहीं, अन्य पदों के लिए बैचलर्स की डिग्री होना अनिवार्य है। उम्मीदवारों का आरोप है कि जिन ग्रेजुएट छात्रों ने 12वीं पास कैटेगरी में भी परीक्षा उत्तीर्ण की है, उन्हें भी उनके पद के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है।
रेलवे भर्ती बोर्ड ने छात्रों से एनटीपीसी परीक्षा से जुड़े सवाल / सुझाव के लिए ऑनलाइन विंडो खोला है। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर दिए गए लिंक के माध्यम से अपने सुझाव / सवाल रजिस्टर कर सकते हैं।
आरआरबी एनटीपीसी का नोटिफिकेशन साल 2019 में जारी किया गया था। यह भर्ती परीक्षा सितंबर 2019 में आयोजित की जानी थी, जिसे मार्च 2020 तक स्थगित कर दिया गया था। फिर देशभर में बढ़ते कोविड-19 मामलों की वजह से यह परीक्षा 28 दिसंबर से 31 जुलाई 2021 तक आयोजित की गई।
आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा 28 दिसंबर से 31 जुलाई 2021 तक आयोजित की गई थी। इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 15 जनवरी 2022 को घोषित किया गया था। जारी रिजल्ट के अनुसार, दूसरे चरण की परीक्षा के लिए केवल 3.84 लाख उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है। जबकि, इसके लिए 1.25 करोड़ उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
आरआरबी ग्रुप डी परीक्षा में कंप्यूटर बेस्ट टेस्ट (CBT), फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET), डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल परीक्षा शामिल है। बता दें कि एग्जामिनेशन अथॉरिटी सिंगल या मल्टीस्टेज में सीबीटी आयोजित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
रेलवे में नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी के तहत जूनियर क्लर्क, अकाउंट क्लर्क कम टाइपिस्ट, जूनियर टाइम कीपर, ट्रेनिंग क्लर्क, टिकट क्लर्क, ट्राफिक असिस्टेंट और गुड्स गार्ड समेत कुल 35281 रिक्त पदों पर भर्ती की जानी है।
रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन, रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने जैसी अन्य गैर कानूनी गतिविधियों की जांच की जाएगी और इन गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले उम्मीदवारों पर पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ रेलवे की नौकरी करने पर आजीवन प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है। रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से भर्ती की जाती है। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वह ऐसे तत्वों के प्रभाव में न आएं जो अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए उनका इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार बंद को देखते कई राज्यों में रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ट्रेनों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं। रेलवे की भर्ती परीक्षा में कथित धांधली को लेकर कल दिल्ली, जयपुर और रायपुर में भी प्रदर्शन हुए थे।
रेलवे भर्ती बोर्ड ने 14 जनवरी को नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी के लिए हुई परीक्षा का परिणाम जारी किया था। इसके बाद असफल छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कुछ उम्मीदवारों को एक से अधिक लेवल पर शॉर्टलिस्ट किया गया है।
RRB-NTPC एग्जाम को लेकर छात्र संगठनों का बिहार बंद असरदार रहा। बिहार बंद के दौरान राज्य में जगह-जगह प्रदर्शन देखने को मिला। बंद के समर्थन में आरजेडी के अलावा कांग्रेस और जन अधिकार पार्टी के नेता-कार्यकर्ता भी जगह-जगह सड़कों पर उतरे।
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार बंद को राजनीतिक साजिश करार दिया। भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा है कि बंद में छात्र नहीं, राजनीतिक दलों के लोग शामिल हैं।
रेलवे ने 10वीं पास युवाओं के लिए वैकेंसी निकाली थी, जिसमे एक करोड़ 17 लाख छात्रों ने आवेदन दिया था। इस एग्जाम के माध्यम से एक लाख 3 हजार पदों पर नियुक्ति होनी थी।
रेलवे भर्ती बोर्ड ने 14 जनवरी को नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी के लिए हुई परीक्षा का परिणाम जारी किया था। इसके बाद असफल छात्रों ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कुछ उम्मीदवारों को एक से अधिक लेवल पर शॉर्टलिस्ट किया गया है।
बिहार बंद को देखते कई राज्यों में रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ट्रेनों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं। रेलवे की भर्ती परीक्षा में कथित धांधली को लेकर कल दिल्ली, जयपुर और रायपुर में भी प्रदर्शन हुए थे।
RRB-NTPC एग्जाम को लेकर छात्र संगठनों का बिहार बंद असरदार रहा। बिहार बंद के दौरान राज्य में जगह-जगह प्रदर्शन देखने को मिला। बंद के समर्थन में आरजेडी के अलावा कांग्रेस और जन अधिकार पार्टी के नेता-कार्यकर्ता भी जगह-जगह सड़कों पर उतरे।
उम्मीदवार अपनी चिंताओं और सुझावों को 16 फरवरी तक निम्नलिखित ईमेल आईडी: rrbcommittee@railnet.gov.in पर समिति को दर्ज करा सकते हैं। समिति इन चिंताओं की जांच के बाद 4 मार्च तक अपनी सिफारिशें देगी: रेल मंत्रालय
प्रथम चरण के कंप्यूटर आधारित परीक्षण के परिणामों के संबंध में उम्मीदवारों द्वारा उठाई गई चिंताओं को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च-शक्ति समिति का गठन किया गया: रेल मंत्रालय
बिहार बंद के दौरान छात्र देर रात से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने पटना में NH 31 जाम कर नारेबाजी की। उधर बिहार बंद का असर यूपी में देखने को मिल रहा है। यूपी के कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
पटना वाले खान सर अपने वीडियो में छात्रों से अपील करते हुए कहा है कि कोई भी छात्र प्रोटेस्ट न करे। उन्होंने सभी सभी जिलों के छात्रों से अपील है कि कोई भी सड़क पर न उतरे और किसी प्रकार का प्रोटेस्ट न करे।
एफआईआर दर्ज होने के बाद पटना वाले खान सर ने नया वीडियो जारी किया है। उन्होंने इस वीडियो में सपाई देते हुएर छात्रों से 28 जनवरी 2022 को कोई भी हंगामा नहीं करने की अपील की है।
बिहार में छात्रों का आरोप है कि आरआरबी-एनटीपीसी एग्जाम में धांधली हुई है। इसलिए वह सोमवार से ही बिहार में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई ट्रेनों में आगजनी की है और कई स्टेशनों पर पत्थरबाजी भी की। जिसके बाद पुलिस को हालात नियंत्रण करने के लिए सख्त कार्रवाई करनी पड़ी। शुक्रवार को छात्रों ने इसी विरोध प्रदर्शन के तहत भारत बंद बुलाया है, जिसे कई राजनीतिक संगठनों और छात्र संगठनों का समर्थन प्राप्त है।