सरकारी नौकरी के लिए युवाओं में इतना क्रेज हैं कि कुछ पदों के लिए निकली भर्ती के लिए भी हजारों की संख्या में आवेदन होते हैं। आवेदन करने के बाद उन भर्तियों को पूरा होने में लंबा समय लग जाता है। ऐसी ही राजस्थान की कई नौकरियों के बारे में बताते हैं जिनकी वजह से लाखों छात्रों को भविष्य अधर में है।

आरएएस भर्ती 2018 के माध्यम से 980 पदों को भरा जाना था, परंतु इस नौकरी का मामला कोर्ट में लंबित है। इसका कारण यह है कि भूतपूर्व सैनिक कोटे में अपात्र उम्मीदवारों को बुलाया गया और साथ ही तीन गुना की बजाए डेढ़ गुना अभ्यर्थी ही बुलाए गए। वहीं 5438 पदों के लिए हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती का मामला भी कोर्ट में है। इस भर्ती में मेरिट को लेकर विवाद है।

वहीं स्टेनोग्राफर के1065 पदों की भर्ती 2018 की है । इसमें टाइप टेस्ट , सर्वर डाउन का विवाद की वजह से यह भर्ती पूर्ण नहीं हो पाई है। प्री-प्राइमरी के 1310 पदों का और पटवारी भर्ती का मामला भी कोर्ट में है। पटवारी भर्ती में आरक्षण और अंसर की का मामला है। एलडीसी भर्ती 2018 के तहत 11322 पदों की भर्ती भी पूर्ण नहीं हो पाई है। इस भर्ती के लिए हाई कोर्ट में चुनौती दी गई।

हेड मास्टर के 1200 पदों पर भर्ती का मामला भी कोर्ट में है। इस भर्ती में भूतपूर्व सैनिकों को आरक्षण का लाभ न देने का मामला लंबित है। पशुधन सहायक भर्ती में प्रश्न व आंसर की में गड़बड़ी के मामले के बाद हाई कोर्ट ने रोक लगाई है।