पेरिस में चल रहे पैरालंपिक गेम्स 2024 में सोमवार को भारत की झोली में दूसरा गोल्ड मेडल भी आ गया। बैडमिंटन प्लेयर नितेश कुमार ने मेन्स सिंगल एसएल3 फाइनल में ब्रिटेन के डेनियल बेथेल को 21-14, 18-21 और 23-21 से हराकर गोल्ड जीता और इतिहास रच दिया। नितेश कुमार पैरालंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाले तीसरे बैडमिंटन प्लेयर बन गए। उनसे पहले प्रमोद भगत और कृष्णा नागर ने यह कारनामा किया था।

IIT मंडी से पढ़े-लिखे हैं नितेश कुमार

हरियाणा के चरखी दादरी के नांदा गांव के रहने वाले नितेश कुमार ने पेरिस पैरालंपिक में बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। हरियाणा के इस लाल ने खेल के साथ-साथ पढ़ाई में भी झंडे गाड़े हुए हैं। दरअसल, नितेश आईआईटी ग्रेजुएट हैं। नितेश कुमार ने जेईई परीक्षा पास की हुई है। उन्होंने IIT मंडी से बीटेक की पढ़ाई पूरी की है। नितेश ने 2013 में आईआईटी मंडी में दाखिला लिया था। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने बैडमिंटन में अपनी रूचि दिखाई थी। उनका करियर 2016 में शुरू हुआ जब उन्होंने हरियाणा टीम के हिस्से के रूप में पैरा नेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया।

बैडमिंटन कोच भी हैं नितेश कुमार

नितेश कुमार ने 2017 में आयरिश पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल में अपना इंटरनेशनल टाइटल जीता था। इसके बाद उन्होंने कई खिताब अपने नाम किए हैं। BWF पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड सर्किट और एशियाई पैरा गेम्स में भी नितेश ने झंडे गाड़े हैं। नितेश एक खिलाड़ी के साथ-साथ हरियाणा में खेल और युवा मामले विभाग के लिए वरिष्ठ बैडमिंटन कोच के रूप में भी काम करते हैं।

2009 में एक हादसे में गंवा दिया एक पैर

बता दें कि नितेश कुमार ने 2009 में विशाखापत्तनम में एक ट्रेन दुर्घटना में अपना बायां पैर खो दिया था, जिसके कारण वह कई महीनों तक बिस्तर पर रहे थे। हालांकि, उन्होंने अपना पूरा समय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) की प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में लगाया और एक साल की छुट्टी भी ली थी।