दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसे के बाद कई सारे लाइसेंस प्राप्त लाइब्रेरी के मालिकों ने फीस दोगुनी कर दी है। बेसमेंट में पानी भर जाने के बाद तीन छात्रों की मौत हो गई। इसके बाद कई कोचिंग सेंटर पर एक्शन लिया गया।
अब सिविल सेवा अभ्यर्थियों ने दावा किया है कि इमारत के ‘बेसमेंट’ में अवैध रूप से संचालित कोचिंग सेंटर पर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की कार्रवाई के बाद यहां ओल्ड राजेंद्र नगर और इसके आसपास के इलाकों में लाइसेंस प्राप्त पुस्तकालयों (लाइब्रेरियों) ने अपना शुल्क दोगुना कर दिया है।
दरअसल, एमसीडी ने ओल्ड राजेंद्र नगर में उन इमारतों पर कार्रवाई की है। जहां ‘बेसमेंट’ का इस्तेमाल पुस्तकालयों समेत अन्य व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा था। नगर निगम ने यह कार्रवाई पिछले शनिवार को इलाके के एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में अवैध रूप से संचालित लाइब्रेरी में बारिश का पानी भर जाने के कारण तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत के बाद की थी।
दोगुनी हुई लाइब्रेरी की फीस
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे एक अभ्यर्थी ने बताया कि पहले पुस्तकालय मालिक एक व्यक्ति से प्रति माह 2,000 रुपये से 3,000 रुपये शुल्क लेते थे, लेकिन इस हादसे के बाद नगर निगम के अधिकारियों द्वारा अवैध रुप से संचालित पुस्तकालयों को सील किए जाने के बाद अभ्यर्थियों के पास ज्यादा विकल्प नहीं बचे होने का फायदा उठाते हुए लाइसेंस प्राप्त पुस्तकालयों के मालिकों ने शुल्क दोगुना कर दिया है।
एक अन्य छात्र ने कहा कि राजेंद्र नगर के आसपास के इलाकों जैसे पटेल नगर में पुस्तकालयों में जाने वाले छात्रों से 4,000 रुपये से 5,000 रुपये तक शुल्क भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है। लाइब्रेरी की फीस दोगुनी होने से छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।