कई बार स्थगित होने के बाद नीट पीजी परीक्षा 2024 अब 11 अगस्त को आयोजित की जाएगी। इस पेपर की एग्जाम सिटी स्लिप हाल ही में जारी की गई थी जिसको लेकर स्टूडेंट्स की नाराजगी किसी से नहीं छिपी है। सोशल मीडिया पर छात्रों की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। स्टूडेंट्स को एग्जाम सिटी स्लिप उनके मोबाइल पर भी भेजी गई है। छात्र लगातार सेंटर्स बदलने की मांग कर रहे हैं। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन – जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को एक खत लिख दिया है।

सेंटर्स बदलने की उठाई है मांग

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने स्वास्थ मंत्री को लिखे खत के जरिए इस मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही है और जांच करने का आग्रह किया है। IMA-JDN ने नीट पीजी के लिए जारी हुए एग्जाम सेंटर्स को बदलने की मांग की है। आईएमए ने उन स्टूडेंट्स के लिए स्वास्थ्य मंत्री से इसके लिए सहयोग मांगा जिन्हें दूर-दराज के इलाके में सेंटर्स दिए गए हैं।

मौसम ने स्थिति को और बना दिया चिंताजनक

आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने स्वास्थ्य मंत्री को लिखे खत में कहा है, “देश भर में कई उम्मीदवारों को उनके निवास स्थान/मूल राज्य और/या शहरों से बहुत दूर एग्जाम सेंटर दिया गया है जो कि आवेदन प्रक्रिया के दौरान की गई उनकी चॉइस में से बिल्कुल अलग है। बता दें कि वायनाड में भयंकर भूस्खलन, जिसने कई लोगों की जान ले ली है, गुजरात में भारी बारिश, जल-जमाव वाले क्षेत्र और आईएमडी रेड अलर्ट ने स्थिति को और चिंताजनक बना दिया है।

होटल और फ्लाइट का किराया भी बहुत ज्यादा

अलग-अलग जगहों पर जलवायु परिस्थितियां उम्मीदवारों के अनुकूल नहीं हो सकती हैं और इसलिए ऐसे केंद्र आवंटित किए गए लोगों के लिए उड़ानों और परिवहन के अन्य साधनों की उपलब्धता एक अतिरिक्त समस्या होगी। इसके अलावा उम्मीदवारों को ट्रैवल कॉस्ट और होटल के किराया भी काफी परेशान कनर रहा है। साथ ही इस वक्त फ्लाइट की कीमतें भी बढ़ी हुई हैं। अचानक हुए बदलावों ने छात्रों को मानसिक आघात पहुँचाया है और आत्मविश्वास में कमी आई है, जिससे छात्रों की अंतिम समय की तैयारी प्रभावित हुई है।