नीट यूजी पेपर लीक मामले के तार अब यूपी-बिहार के बाद झारखंड से भी जुड़ गए हैं। दरअसल, बिहार आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने शनिवार को झारखंड के देवघर से दो आरोपियों की गिरफ्तारी की। दरअसल, ये गिरफ्तारी संजीव मुखिया गिरोह के दो सदस्यों की हुई है। गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम चिंटू-पिंटू हैं। झारखंड से कुल 6 गिरफ्तारी हुई हैं।

संजीव मुखिया गिरोह के दो सदस्य अरेस्ट

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात देवीपुर थाना क्षेत्र में एम्स-देवघर के पास एक घर से 6 लोगों को हिरासत में लिया गया। एसडीपीओ (देवघर सदर) ऋत्विक श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया है कि हमने इस गिरफ्तारी की सूचना बिहार पुलिस को दे दी है। साथ ही उन्होंने बताया कि अरेस्ट हुए लोगों में से 2 संजीव मुखिया गिरोह के हैं जो पेपर लीक कराने का मास्टरमाइंड है। नीट मामले में कुल 19 लोगों की गिफ

बिहार के नालंदा जिले के हैं सभी आरोपी

जानकारी के मुताबिक, देवघर से गिरफ्तार हुए सभी आरोपी बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले हैं। वह सभी देवघर एम्स के पास देवीपुर थाना क्षेत्र में एक कमरा लेकर वहां छिपे हुए थे। सभी मजदूर बनकर वहां रह रहे थे। बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने दावा किया था कि नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुए मुख्य आरोपी का संबंध बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव है। उन्होंने तेजस्वी यादव के इससे जुड़े होने की मांग की थी।

सरकार ने गठित किया पैनल

बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में एक तरफ आर्थिक अपराध इकाई की जांच चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय पैनल का गठन कर दिया है जिसकी अध्यक्षता पूर्व इसरो अध्यक्ष डॉ. के राधाकृष्णण को सौंपी गई है। इस पैनल का काम ना सिर्फ ये होगा कि भविष्य में होने वाली परीक्षाओं का कैसे पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन किया जाए बल्कि मौजूदा विवाद को भी सुलझाना इस पैनल का काम होगा।