कक्षा 8वीं में NCERT की सोशल साइंस की किताब ‘Exploring Society: India and Beyond (Part 1)’ से टीपू सुल्तान, हैदर अली और 1700 के दशक के एंग्लो-मैसूर युद्धों का इतिहास गायब होने का जिक्र बुधवार को संसद में हुआ। दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के सांसद रीताब्रता बनर्जी ने राज्यसभा में एक सवाल किया जिसका जवाब शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने दिया।
क्या था सवाल?
टीएमसी सांसद ने पूछा था कि NCERT की नई पुस्तक में भारत के औपनिवेशिक काल पर अपने अध्याय में टीपू सुल्तान, हैदर अली या 1700 के दशक के एंग्लो-मैसूर युद्धों का उल्लेख नहीं है। इसके क्या कारण हैं? जवाब में शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि राज्यों के पास अपनी पाठ्यपुस्तकों में क्षेत्रीय व्यक्तित्वों और घटनाओं के बारे में उल्लेख करने और जानकारी देने का अधिकार है वह चाहें तो ऐसा कर सकते हैं।
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क्या कहा शिक्षा राज्य मंत्री ने?
शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने कहा, “शिक्षा संविधान की समवर्ती सूची का विषय है और अधिकांश स्कूल राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में हैं, इसलिए संबंधित राज्य सरकारें एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों को अपनाएं या न अपनाएं यह उनकी स्वतंत्रता है। राज्य सरकारें राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के आधार पर अपनी पाठ्यपुस्तकें विकसित कर सकती हैं। राज्यों के पास अपनी पाठ्यपुस्तकों में क्षेत्रीय व्यक्तित्वों और घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी देने की स्वतंत्रता है।
NEP 2020 के अनुरूप तैयार हुई किताब- जयंत चौधरी
अपने उत्तर में जयंत चौधरी ने आगे कहा कि कक्षा 8 की नई सोशल साइंस की किताब का भाग 1 राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (एनसीएफएसई) 2023 के तहत पाठ्यक्रम के लक्ष्यों और दक्षताओं के अनुरूप विकसित किया गया है। नई पाठ्यपुस्तक में चार विषय शामिल हैं: भारत और विश्व: भूमि और लोग; अतीत का ताना-बाना; शासन और लोकतंत्र; हमारे आसपास का आर्थिक जीवन।