केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) भारत में शिक्षक बनने के लिए सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से सीटेट परीक्षा का आयोजन किया जाता है। ये राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है, जो साल में दो बार आयोजित होती है। हर साल इस परीक्षा में लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं। इसमें उत्तीर्ण उम्मीदवार केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय जैसे केंद्र सरकार के स्कूलों में निकलने वाली शिक्षक भर्ती के लिए पात्र हो जाते हैं।

इस परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पेपर-1 कक्षा एक से कक्षा 5 तक के शिक्षक बनने के लिए आयोजित की जाती। जबकि पेपर-2 का आयोजन कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के शिक्षक बनने के लिए किया जाता है। हालांकि, इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद आपके पास सिर्फ सरकारी स्कूल में शिक्षक बनने का विकल्प ही नहीं होता, बल्कि इसके अलावा भी आपके पास कई करिअर विकल्प होते हैं। आइए जानते हैं सीटेट उत्तीर्ण करने के बाद शीर्ष करिअर विकल्प।

टीजीटी और पीजीटी शिक्षक

सीटेट पास करने के बाद उम्मीदवार प्राथमिक शिक्षक, प्रशिक्षित स्रातक शिक्षक (टीजीटी) या स्रातकोत्तर शिक्षक (पीजीटी) के रूप में काम कर सकते हैं। प्राथमिक शिक्षक आमतौर पर कक्षा 1 से 5 तक और टीजीटी शिक्षक कक्षा 6 से लेकर 8 तक के विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं। टीजीटी शिक्षक अंग्रेजी, गणित और विज्ञान जैसे विषयों में विशेषज्ञ होते हैं। पीजीटी शिक्षक कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों को विशिष्ट विषय पढ़ाते हैं।

शिक्षा सलाहकार शिक्षा सलाहकार स्कूलों को पाठ्यक्रम विकास, शिक्षण पद्धतियों और छात्र मूल्यांकन जैसे शैक्षिक मामलों पर मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। कुछ शिक्षा सलाहकार छात्रों को करियर के लिए मार्गदर्शित करते हैं। प्रत्येक स्कूल में शिक्षा सलाहकारों को नियुक्त किया जाता है। ऐसे में सीटेट पास करने के बाद आप इस क्षेत्र में करिअर बना सकते हैं। अगर आपने किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल की है तो आप संबंधित क्षेत्र में शैक्षिक प्रगति के लिए काम कर सकते हैं।

शिक्षक प्रशिक्षक

सीटेट के बाद उम्मीदवार शिक्षक प्रशिक्षक के रूप में भी काम कर सकते हैं। शिक्षक प्रशिक्षक नए शिक्षकों को उनके शिक्षण कौशल विकसित करने में मदद करते हैं, साथ ही उन्हें शिक्षा में सर्वोत्तम तकनीकों को बताते हैं। शिक्षक प्रशिक्षकों का मुख्य काम नए शिक्षकों को प्रशिक्षित करना होता है ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से चीजें समझा सकें। अधिकांश स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के बाद उन्हें कुछ दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है।

शैक्षिक सामग्री निर्माता

प्रत्येक कक्षा में पढ़ाई के लिए अच्छी शैक्षिक सामग्री की जरूरत होती है। अगर आपने सीटेट पास किया है तो आप शैक्षिक सामग्री निर्माता के रूप में भी काम कर सकते हैं। शिक्षा और प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता रखने वाले उम्मीदवार पाठ्यपुस्तकों, आनलाइन पाठ्यक्रमों और शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए प्रभावी शिक्षण सामग्री विकसित करते हैं। कई कोचिंग संस्थान भी आकर्षक वेतन पैकेज पर फ्रीलांस और फुलटाइम शैक्षिक सामग्री निर्माता की नियुक्ति करते हैं।

शैक्षिक वीडियो निर्माता

सीटेट पास करने के बाद उम्मीदवार शैक्षिक वीडियो निर्माता के रूप में काम कर सकते हैं। उम्मीदवार यूट्यूब चैनल खोल सकते हैं, इसके अलावा कोचिंग संस्थान/स्कूलों के साथ जुड़कर आनलाइन कक्षाएं प्रदान कर सकते हैं। इस क्षेत्र में कमाई के अच्छे अवसर मिलते हैं।

सीटेट के लिए योग्यता

    सीटेट 2024 के जनवरी सत्र के अनुसार न्यूनतम 55% अंकों या समकक्ष ग्रेड के साथ स्रातकोत्तर डिग्री और तीन वर्षीय एकीकृत बीएड-एमएड किए हुए आवेदक, सीटेट परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा में बैठने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। हालांकि, सीटेट परीक्षा के लिए आवेदन करने में सक्षम होने के लिए न्यूनतम 17 वर्ष की आयु होना जरूरी है। सीटेट परीक्षा के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है। सीटेट परीक्षा उत्तीर्ण करने में सक्षम होने के लिए कम से कम 60 फीसद अंक प्राप्त करने की आवश्यकता है।

    आशीष झा, करिअर परामर्शदाता