MHTCET Result 2016: बुधवार (1 जून) को जब महाराष्ट्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (MHT-CET) का परिणाम आया, मेडिकल में दाखिला लेने के इच्छुक उम्मीदवार भी डरे-सहमे थे। यह सब हो रहा था केंद्र सरकार के नए अध्यादेश की वजह से। हालांकि महाराष्ट्र के सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में राज्य संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन होगा और बाकी बची सीटें नीट के माध्यम से भरी जाएंगी।
जुलाई 24 को निर्धारित नीट II परीक्षा के मद्देनजर काफी छात्रों ने पहले ही अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। और वैसे छात्र जिन्होंने महाराष्ट्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (MHT-CET) में कम अंक हासिल किए हैं, इस बात से निराश हैं कि नीट में प्राप्त अंकों के आधार पर उन्हें निजी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलेगा।
एमजी कॉलेज साइंस के छात्र अमेय रेवदेकर ने कहा, ‘अच्छे कॉलेज में मेरे एडमिशन की संभावना निश्चित तौर पर काफी कम हो गई है क्योंकि नीट परीक्षा की तैयारी के लिए काफी कम समय बाकी है और उसका (नीट) सिलेबस काफी बड़ा है।’
फातिमा हावा की बेटी ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 178 अंक हासिल किए हैं, ने कहा, ‘सरकार का फैसला छात्रों को निराश करने के लिए हैं। मेरी बेटी ने एक साल फिर से रिपीट किया क्योंकि वह एमबीबीएस करना चाहती थी। हालांकि नीट लेने का दवाब काफी है, खासकर तब जबकि सिलेबस महाराष्ट्र राज्य बोर्ड से काफी अलग है।’ उन्होंने कहा कि अपनी बेटी को उन्होंने पढ़ाई पर कड़ी मेहनत करने और कोचिंग क्लासेस करने के लिए काफी प्रोत्साहित किया।
राज्य की 6,205 सीटों में सिर्फ 2,810 सीटें सरकारी कॉलेजों के लिए निर्धारित हैं। इनमें दाखिला महाराष्ट्र राज्य संयुक्त प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के माध्यम से होगा। जबकि बाकी के 3,395 सीटों (1,720 सीट निजी कॉलेज और 1,675 डीम्ड कॉलेज) के लिए एडमिशन के लिए छात्रों को नीट परीक्षा में हासिल स्कोर पर निर्भर रहना पड़ेगा।