देश में बढ़ रहे कोरोनावायरस संक्रमण के बीच CBSE बोर्ड ने शेष बचे हुए विषयों की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी हैं। लाखों छात्र इस समय बोर्ड द्वारा जारी किसी भी जानकारी का इंतजार कर रहे थे। छात्रों ने केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से परीक्षा की डेट आगे बढ़ाने के लिए अपील की थी। इसके लिए छात्रों ने ट्विटर का सहारा लिया था। वहीं सीबीएसई के इस फैसले के बाद, इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (ICSE) ने भी कहा कि वह इस साल की बोर्ड परीक्षा रद्द कर देगा। इसके साथ ही, CBSE ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) जुलाई की परीक्षा स्थगित कर दी है।
CBSE Board Class 10th, 12th Exam 2020 Cancelled: Check Result date here
CBSE बोर्ड परीक्षाओं की डेट पर फैसला होने के बाद, अब ICSE, ISC परीक्षाओं की डेट पर भी सूचना जारी की जाएगी। बोर्ड ने इस संबंध में कई बैठक की जिसके बाद आज बोर्ड अपना निर्णय सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा है। आगामी सभी परीक्षाओं की डेट पर आज ही फैसला ले लिया जाएगा। इन परीक्षाओं से जुड़े छात्रों को सुझाव है कि वे किसी भी ताजा अपडेट के लिए हमारे साथ बने रहें।
CBSE CTET 2020 July Exam Date, Admit Card Update: Check Here
Highlights
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) जुलाई की परीक्षा स्थगित कर दी है। 5 जुलाई को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 30 लाख से अधिक उम्मीदवारों को उपस्थित होना था।
सॉलिसिटर जनरल ने जजों की बेंच से कहा कि वे छात्रों और अभिभावकों की चिंता समझते हैं। बैठक अपने अंतिम दौर में है और परीक्षा कराने का लेकर फैसला सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।
इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जामिनेशन जेईई 18 से 23 जुलाई को होना है जबकि नीट 2020 26 जुलाई के लिए प्रस्तावित है। इसी बीच आईआईटी बॉम्बे ने कोरोना संकट को देखते हुए सिर्फ ऑनलाइन क्लासेस की बात कही है।
इससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कोरोना संकट को देखते हुए गुरुवार को 5 जुलाई को होने वाली सीईटीईटी को भी स्थगित करने का ऐलान किया है।
इन परीक्षाओं को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। सीबीएसई परीक्षाएं एक पासिंग परीक्षाएं थी जबकि नीट और जेईई उम्दा प्रदर्शन वाली प्रतियोगी परीक्षाएं हैं। यह भी उल्लेखनीय है कि सीबीएसई 12वीं के रिजल्ट के नंबरों से छात्रों को विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन के लिए काम आते हैं।
अभी सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश भी अभी आने हैं। इन परीक्षाओंको लेकर इसलिए भी चिंता है कि क्योंकि ये सीबीएसई की परीक्षाओं के बाद होने के लिए प्रस्तावित थीं। स्थिति काफी गंभीर है। ऐसे में स्वाभाविक है कि जेईई और नीट 2020 के बारे में भी कुछ दिनों में फैसला लिया जाए कि ये आयोजित की जाएंगी या रद्द की जाएंगी।
देश की दोनों बड़ी प्रतियोगी परीक्षाएं NEET और JEE 15 जुलाई के बाद होनी हैं। ये परीक्षाओं नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाती हैं जिसमें देशभर से लाखों छात्र भाग लेते हैं। मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट का आयोजन होता है जबकि देश के नामी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए जेईई का आयोजन किया जाता है।
सीबीएसई 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द होने से अब जेईई मेन्स और एनईईटी 2020 के टलने के आसार बढ़ गए हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं स्थगित होने के फैसले और एचआरडी मंत्रालय की ओर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) को अकेडमिक कैलेंडर पर पुनर्विचार करने के फैसले से अगले महीने आयोजित हो जा रही दो बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं जेईई और एनईईटी पर असर पड़ सकता है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए हैं। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है।
इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2020 आमतौर पर अप्रैल के महीने में राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित किया जाता है। हालांकि, इस वर्ष, JEE मेन अप्रैल 2020 की परीक्षा कोविड -19 महामारी और लॉकडाउन के मद्देनजर स्थगित कर दी गई थी।
नोटिस के मुताबिक, CTET जुलाई 2020 के लिए रजिस्ट्रर्ड सभी उम्मीदवारों को सूचित किया जाता है कि किसी भी ताजा जानकारी के लिए CTET की वेबसाइट http://www.ctet.nic पर नजर बनाए रखें।’
CBSE बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी कर सूचना दी है कि, ‘परीक्षा की अगली तिथि परीक्षा के आयोजन के लिए अधिक अनुकूल होने पर सूचित की जाएगी।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने ट्वीट किया, ‘वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर, CBSE द्वारा 5 जुलाई 2020 को आयोजित होने वाली CET परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया गया है। परीक्षा की अगली तारीख की घोषणा की जाएगी।’
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) जुलाई की परीक्षा स्थगित कर दी है। 5 जुलाई को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए 30 लाख से अधिक उम्मीदवारों को उपस्थित होना था।
सीबीएसई परीक्षाओं की घोषणा का असर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया के साथ-साथ जेईई मेन और एनईईटी 2020 सहित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा पर भी पड़ रहा है। इन परीक्षाओं को लेकर भी जल्द ही फैसला आने की उम्मीद की जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, देश भर में कोविड -19 महामारी को देखते हुए, इस वर्ष जेईई (मुख्य) और एनईईटी-यूजी परीक्षाओं को भी टाला जा सकता है।
इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (ICSE) बोर्ड का प्रतिनिधित्व करते हुए वरिष्ठ वकील जयदीप गुप्ता ने कहा, "हम कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षा भी रद्द कर देंगे। हम एक ही बार में मूल्यांकन परिणाम घोषित करेंगे। बाद में, हम बोर्ड परीक्षा आयोजित कर सकते हैं।"
एसजी तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि, सीबीएसई ने कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा भी रद्द कर दी है और कोई और परीक्षा नहीं होगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, CBSE 01 जुलाई से बचे हुए विषयों की परीक्षा आयोजित नहीं कराएगा। बोर्ड ने कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है। बोर्ड ने इस दौरान कई बैठकें कर बगैर परीक्षा के रिजल्ट जारी करने पर भी विचार किया है और आज 25 जून को बोर्ड की तरफ से अंतिम फैसला लिया गया।
पैरेंट्स का मानना है कि इस मुश्किल समय में छात्रों को परीक्षा के लिए भेजना उनकी जान को खतरे में डालने के बराबर है। दाखिल की गई याचिका के मुताबिक, पैरेंट्स चाहते हैं कि 12वीं की शेष बची हुईं परीक्षाएं रद्द हों और छात्रों के परिणाम, आंतरिक मूल्यांकन अंकों के साथ औसत आधार पर तैयार होने चाहिए।
पैरेंट्स ने कहा है कि बोर्ड जुलाई, 2020 के महीने परीक्षा आयोजित कराना चाहता है जिसमें AIIMS डेटा के अनुसार, कोरोनावायरस महामारी का संक्रमण अपने चरम पर होगा। याचिका में कहा गया है कि इस साल अप्रैल में बोर्ड ने 9वीं और 11वीं क्लास के छात्रों को भी स्कूल के आकलन के आधार पर अगली क्लास में प्रमोट करने का निर्देश दिया था।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए हैं। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की है।
सॉलिसिटर जनरल ने जजों की बेंच से कहा कि वे छात्रों और अभिभावकों की चिंता समझते हैं। बैठक अपने अंतिम दौर में है और परीक्षा कराने का लेकर फैसला सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।
यदि बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने का फैसला लेता है तो इंटर्नल परीक्षाओं के मार्क्स के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। यह सुझाव दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को दिया था।