जेईई मेन्स 2020 और नीट 2020 एग्जाम की तारीख और समय फिक्स हो गया है। एनटीए ने बताया कि एनईईटी 2020 (यूजी) की परीक्षा 13 सितंबर 2020 को होगी। इस परीक्षा के लिए देशभर से 15,97,433 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा जेईई मेन्स की परीक्षा 1 से 6 सितंबर तक होनी है। NTA ने कहा कि वह सितंबर में NEET और JEE (मेन) परीक्षा आयोजित करने जा रही है। NTA ने SC आदेश और इस तथ्य का हवाला देते हुए प्रेस बयान जारी किया कि बहुत से उम्मीदवारों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा JEE Main तथा NEET 2020 का एडमिट कार्ड जारी कर दिया है। उम्मीदवार अपना हॉल टिकट आधिकारिक वेबसाइट- nta.ac.in अथवा jeemain.nta.nic.in पर विजिट कर डाउनलोड कर सकते हैं। NTA ने दावा किया है कि उसने छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या लगभग दोगुना बढ़ा दी है। इसके चलते छात्रों को एक जगह भीड़ नहीं लगानी पड़ेगी और क्लास में भी सोशल डिस्टेंसिंग रखी जा सकेगी।
जस्टिस एल नागेश्वर राव, हेमंत गुप्ता और एस रवींद्र भट की पीठ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि विदेशी छात्रों को परीक्षा देने के लिए वंदे भारत मिशन की उड़ानों में भारत आने की अनुमति रहेगी।
NEET 2020 के लिए छात्रों को अपने एग्जाम सेंटर में बदलाव के लिए आवेदन करने के लिए अनुमति दी गई थी। कुल 95,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा शहर में बदलाव के लिए आवेदन किया था और उनमें से 99 प्रतिशत को उनकी पहली च्वाइस का शहर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
देश भर में कई छात्रों के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन सहित कई नेताओं ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि जब तक COVID-19 के प्रसार को नियंत्रण में नहीं लाया जाता तब तक के लिए परीक्षा स्थगित कर दी जाए।
अमित खरे ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले केंद्रों के लिए NTA वैकल्पिक व्यवस्था करेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र अपने एडमिट कार्ड का इस्तेमाल ट्रैवल परमिट के रूप में कर सकते हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच छात्रों के स्वास्थ्य के जोखिम की बात पर अमित खरे ने कहा, “पहली बात, ये तर्क सर्वोच्च न्यायालय के सामने पहले ही दिए जा चुके हैं, जिसके बाद याचिका को खारिज कर दिया गया है। कुछ छात्रों ने स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में तर्क दिया है, जबकि ऐसे अन्य लोग भी हैं जो पूछ रहे हैं कि उन्हें अपने कैरियर को जोखिम में क्यों डालना चाहिए। इन छात्रों ने एक वर्ष का गैप लिया है और 18 महीने से तैयारी कर रहे हैं। क्या होगा उनके साथ? शिक्षा विभाग को उन छात्रों के बीच संतुलन रखना होगा जो परीक्षा चाहते हैं और जो नहीं करते हैं। हमे छात्रों के समग्र हित को देखना होगा।”
पिछले हफ्ते में कई राजनेता, छात्र संघ और बड़ी हस्तियों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह मांग उठाई थी जिसके बाद बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडि़शा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और यहां तक की एनवॉयरमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग भी परीक्षा स्थगित करने का समर्थन कर चुकी हैं।
अमित खरे ने कहा, “परीक्षा पहले अप्रैल में आयोजित की जानी थी, लेकिन जुलाई में स्थगित कर दी गई। जब बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा आगे बढ़ाने के लिए ट्वीट किया, तो परीक्षा को सितंबर में धकेल दिया गया। अब, छात्रों का एक वर्ग मांग कर रहा है कि परीक्षा दीपावली के बाद आयोजित की जानी चाहिए। दीपावली के बाद, छठ पर्व 26 नवंबर को देश के पूर्वी हिस्सों में मनाया जाएगा। अगर हम परीक्षा आयोजित करने के लिए एक सप्ताह बाद का समय लेते हैं, तो दिसंबर के पहले सप्ताह में परीक्षा हो पाएगी और रिजल्ट 2021 में जारी हो पाएंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को पूरे शैक्षणिक वर्ष को खोने का खतरा है।"
एजुकेशन सेक्रेटरी अमित खरे ने कहा है कि यदि NEET, JEE Mains परीक्षाओं को और टाला गया तो पूरा सेमेस्टर खराब हो जाएगा। ऐसे में परीक्षाएं समय पर आयोजित करना जरूरी है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि वे परीक्षाएं रद्द कराने की मांग को लेकर दोबारा सुप्रीम कोर्ट जाएंगे और पुर्नविचार याचिका दायर करेंगे। NTA परीक्षा आयोजित करने के लिए पूरी तरह तैयार है जबकि परीक्षाओं का विरोध और तेज होता जा रहा है।
प्रत्येक उम्मीदवार को सेल्फ डिक्लेरेशन सर्टिफिकेट भी एग्जाम सेंटर पर दिखाना होगा जिसमें कहा गया हो कि उनमें कोई COVID19 के लक्षण नहीं हैं और वे किसी भी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में भी नहीं आए हैं।
परीक्षा केंद्र पर प्रत्येक अभ्यर्थी की सावधानी के साथ तलाशी ली जाएगी तथा सोशल डिस्टेंसिंग, सेनिटाइज़र और थर्मल स्क्रीनिंग के बारे में जानकारी के साथ फेस मास्क सेंटर पर ही दिए जाएंगे।
एनटीए के दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविद के लक्षण दिखने वाले उम्मीदवारों को अलग कमरे में परीक्षा के लिए बैठाया जाएगा। एग्जाम सेंटर में एंट्री के समय छात्रों का तापमान मापा जाएगा।
NTA ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि उसने परीक्षा के आयोजन से पहले और बाद में केंद्रों को सेनिटाइज़ करने, छात्रों को नए मास्क और हाथ के दस्ताने बांटने की पूरी व्यवस्था की है।
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने JEE Mains के लिए एडमिट कार्ड पहले ही जारी कर दिए हैं। कुल 8,58,273 छात्रों ने JEE Mains के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है, जबकि लगभग 16 लाख छात्रों ने NEET परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन किया है।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने जेईई और नीट 2020 परीक्षा को लेकर मोदी सरकार से कई सवाल करते हुए ट्विट किए।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विट किया, "होने वाले जेईई और एनईईटी परीक्षा में 25 लाख छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरे में डाला जा रहा है"। ट्वीट्स में, उन्होंने पूछा, "क्या मोदी सरकार यह गारंटी देगी कि जेईई, एनईईटी या फैकल्टी का कोई छात्र परीक्षा के दौरान कोविड -19 संक्रमण की चपेट में नहीं आएगा?"
कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा अपनी पार्टी के भीतर नेतृत्व के मुद्दों को संबोधित करने के लिए सात घंटे की बैठक की अध्यक्षता करने के दो दिन बाद, उन्होंने बुधवार को विपक्षी दलों के सात मुख्यमंत्रियों के साथ राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर मंथन के लिए दो घंटे की वेब बैठक की। जिसमें तीन गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री - पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, झारखंड के हेमंत सोरेन और महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए।
राज्यों और केंद्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में विपक्षी मुख्यमंत्रियों की ऑनलाइन बैठक में बोलते हुए, बनर्जी ने कहा, "मैं परीक्षा पर अदालत के आदेश की सराहना करती हूं। लेकिन मैं हमारे प्रधानमंत्री से अपील करना चाहूंगी कि वे सुप्रीम कोर्ट से परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध करें।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने भी अपने राज्य के एडवोकेट जनरल को NEET-JEE परीक्षाओं को टालने के लिए सर्वोच्च न्यायालय में सामूहिक समीक्षा याचिका दायर करने के लिए अन्य विपक्षी शासित राज्यों में अपने समकक्षों के साथ समन्वय करने के लिए कहा है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को सितंबर के पहले सप्ताह के लिए निर्धारित NEET और JEE मेन्स परीक्षा को स्थगित करने के लिए उच्चतम न्यायालय के समक्ष अन्य राज्य प्रमुखों के साथ एक संयुक्त याचिका दायर करने की अपील की, क्योंकि कोरोनोवायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "छात्र अपने जीवन की कीमत पर करियर का निर्माण नहीं कर सकते। NEET-JEE की परीक्षाएं स्थगित कर दी जानी चाहिए। हम केंद्र से अनुरोध कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट और राज्य सरकारों के समक्ष याचिका दायर की जाए।"
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने बुधवार को कहा कि फाइनल सेमेस्टर को छोड़कर, स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए अन्य परीक्षाएं COVID-19 महामारी को देखते हुए रद्द कर दी गई हैं।
हालांकि, AAP नेता संजय सिंह के अलावा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र सरकार से मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा रद्द करने की अपील की है।
AAP नेता संजय सिंह ने कहा कांग्रेस पार्टी इतनी देर से क्यों जाग रही है, सभी पार्टियों का साथ आना चाहिए। हम तो पहले ही शिक्षा मंत्री और पीएम मोदी को खत लिख चुके हैं। आगे कहा कि, बाढ़ के इलाकों में हालात अधिक खराब, कई इलाकों में 2G का नेटवर्क तक नहीं आता, 25 लाख छात्रों के साथ अन्याय। किया ये ट्विट
AAP नेता संजय सिंह ने मोदी सरकार पर साधा निशाना। उन्होंने कोरोकाल में JEE-NEET परीक्षाओं के आयोजन को लेकर ट्विट किया, एग्ज़ाम नहीं लाखों छात्रों को कोरोना से संक्रमित करने का इंतज़ाम कर रही है मोदी सरकार।जिद्द छोड़ो परीक्षा टालो छात्रों का जीवन सुरक्षित करो।'
पिछले सप्ताह, NSUI ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) को स्थगित करने और पिछले प्रदर्शन के आधार पर अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रमोट करने की मांग की थी।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के अध्यक्ष नीरज कुंदन और छात्रों के दिल्ली विंग के अध्यक्ष ने आठ अन्य सदस्यों के साथ भूख हड़ताल शुरू की।
कांग्रेस से जुड़े NSUI के सदस्यों ने बुधवार को महामारी के दौरान छात्रों के NEET-JEE एग्जाम स्थगित करने के साथ छह महीने के लिए फीस माफी की भी मांग की है। ऐसा नहीं होने पर NSUI के सदस्यों ने भूख हड़ताल करने की बात कही है।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को 'एक स्वीकार्य समाधान' पर पहुंचना चाहिए, जबकि प्रियंका गांधी वाड्रा ने देश में कोरोनोवायरस की स्थिति में सुधार होने तक NEET और JEE को स्थगित करने की मांग की।
एनईईटी और जेईई परीक्षा के साथ आगे बढ़ने के राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के फैसले ने देश भर के छात्रों के छात्र अपने घरों से विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं। एग्जाम स्थगित करने या परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन वहीं दूसरी ओर एनटीए ने आज NEET 2020 एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड भी अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है।
NEET 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर आज जारी किए जाएंगे। छात्र अपने रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
17 वर्षीय थनबर्ग जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई के लिए एक अग्रणी आवाज बन गई हैं, जिससे दुनिया भर में लाखों छात्र इसको लेकर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए प्रेरित हुए। उन्हें 2019 के लिए ‘टाइम’ पत्रिका का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना गया है।
स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने कोरोना वायरस के चलते उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर भारत में NEET और JEE परीक्षाएं टालने का मंगलवार को समर्थन किया और कहा कि यह ‘‘बहुत अनुचित’’ है कि छात्रों को महामारी के समय परीक्षाओं में बैठने के लिए कहा जा रहा है।
शीर्ष अदालत के फैसले से दोनों परीक्षाओं का रास्ता साफ हो गया है। याचिका में कोविड-19 संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते सितंबर में प्रस्तावित जेईई मेन और नीट यूजी परीक्षाओं को टालने की मांग की गई थी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्र अब तक NTA JEE Mains 2020 परीक्षा के एडमिट कार्ड डाउनलोड कर चुके हैं। इसका अर्थ है कि छात्र परीक्षा देने के लिए तैयार हैं। कुल रजिस्टर्ड 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख ने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
दूरदर्शन को दिए एक इंटरव्यू में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि छात्र और अभिभावक चाहते हैं कि परीक्षाएं आयोजित हों। उन्होनें कहा कि उनपर लगातार दबाव बनाया जा रहा था कि शिक्षा मंत्रालय JEE Mains, NEET 2020 परीक्षाएं आयोजित क्यों नहीं करा रहा है।
NTA ने जानकारी दी है कि JEE Main परीक्षा के लिए शिफ्ट्स की गिनती भी 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। हर शिफ्ट में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की गिनती 1.32 लाख से घटाकर अब 85 हजार कर दी गई है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।
करीब 16 लाख छात्रों ने NEET 2020 एग्जाम के लिए आवेदन किया है। उम्मीदवारों को अपने पास का परीक्षा केंद्र चुनने के लिए कई विकल्प दिए गए थे। एनटीए का दावा है कि छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी लगभग दोगुना बढ़ा दी गई है।