देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रोफेसर ने वीडियो कक्षाओं की शुरुआत कर दी है। ये वीडियो कक्षाएं डीटीएच (डीडी और डिश टीवी), यूट्यूब और मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना आइआइटी-पैल (प्रोफेसर असिस्टेड लर्निंग) के तहत इन वीडियो कक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। अभी इन कक्षाओं का माध्यम सिर्फ अंग्रेजी ही है लेकिन जल्द ही हिंदी में भी वीडियो तैयार कर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी पढ़ाने की योजना है।
आइआइटी-पैल के राष्ट्रीय समन्वयक और आइआइटी दिल्ली के प्रोफेसर रवि सोनी का कहना है कि इंजीनियरिंग कॉलेज और आइआइटी में दाखिला पाने के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले जेईई मैन परीक्षा पास करनी होती है। इस परीक्षा की तैयारी कराने के लिए पूरे देश में कोचिंग सेंटर खुले हुए हैं जो भारी फीस लेते हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र और गांव में रहने वाले छात्र बहुत की मुश्किल से इस परीक्षा की तैयारी कर पाते हैं। इस समस्या के समाधान के लिए मानव संसाधन मंत्रालय ने आइआइटी से कहा तो उन्होंने आइआइटी-पैल योजना का खाका तैयार किया।
इस योजना के तहत जेईई की तैयारी के लिए 150 बड़े टॉपिक की तैयारी वीडियो के माध्यम से कराई जाएगी। इन वीडियो को आइआइटी के प्रोफेसर ही तैयार करते हैं क्योंकि उन्हें परीक्षा के बारे में अधिक जानकारी होती है। इसके अलावा केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक उनका साथ देते हैं। हर विषय के लिए एक चैनल निर्धारित किया गया है। जहां पर विद्यार्थी अपनी सुविधा अनुसार पढ़ाई कर सकता है। इसमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित की कक्षाएं शामिल हैं। इस योजना की प्रमुख जिम्मेदारी आइआइटी दिल्ली के ऊपर है लेकिन आइआइटी मुंबई, कानपुर, खड़गपुर और गुवाहाटी के प्रोफेसर का भी इसमें सहयोग मिल रहा है।