NIRF रैंकिंग में दूसरे स्थान की यूनिवर्सिटी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने 2024-25 शैक्षणिक वर्ष के लिए पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। जो भी उम्मीदवार JNU में पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला लेना चाहता है वह आधिकारिक वेबसाइट jnu.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकता है। उम्मीदवारों के पास रजिस्ट्रेशन करने का 2 दिसंबर तक मौका है, क्योंकि उसके बाद आवेदन प्रक्रिया बंद हो जाएगी।

NET, JRF और गेट के माध्यम से होगा एडमिशन

बता दें कि JNU में पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश NET (UGC-CSIR), JRF या GATE के माध्यम से किया जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अधिसूचना जारी करते हुए कहा है कि उम्मीदवारों को आवेदन जमा करने से पहले पात्रता मानदंड, सीटों की उपलब्धता और अन्य विवरणों के संदर्भ में खुद को संतुष्ट करने के लिए ई-प्रॉस्पेक्टस देख लेना चाहिए जो कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

इन परीक्षाओं के मार्क्स के आधार पर मिलेगा एडमिशन

उम्मीदवारों को NET (UGC-CSIR), JRF या GATE (केवल इंजीनियरिंग स्कूल के लिए) के माध्यम से प्रवेश के लिए अलग से आवेदन करना होगा। बता दें कि JNU में संभावित रूप से इन-हाउस पीएचडी प्रवेश परीक्षाओं को वापस लाने का प्रस्ताव अटक गया है क्योंकि विश्वविद्यालय के अधिकारियों का दावा है कि डीन की ओर से अभी तक कोई फीडबैक नहीं मिला है इसलिए माना जा रहा है कि इन परीक्षाओं के आधार पर ही उम्मीदवारों का एडमिशन होगा।

इस साल JNU ने नेट को किया था खत्म, लेकिन…

इस साल, जेएनयू ने अपने पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए चयन प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव किया है। मौजूदा एकेडमिक सेशन से यह यूनिवर्सिटी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप, अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के बजाय NET स्कोर पर पीएचडी में दाखिला देगी। हालांकि जेएनयू में जून 2024 में नेट को अचानक रद्द करने का फैसला लिया गया था, लेकिन इसी साल जुलाई में इस फैसले को फिर से बदलने पर विचार शुरू होने लगा।

JNU पीएचडी कार्यक्रम में आवेदन करने की आवेदन विंडो बंद होने के बाद, उम्मीदवारों को 3 और 4 दिसंबर को अपने सबमिट किए गए फॉर्म में सुधार करने का मौका मिलेगा। इसके बाद वाइवा के लिए आमंत्रण 12 दिसंबर तक भेजे जाने की संभावना है जबकि वाइव 16 से 22 दिसंबर के बीच होने की उम्मीद है।