विदेश में जाकर पढ़ाई करने का सपना अधिकतर भारतीयों का होता है। विदेश में पढ़ाई करने के मामले में भारतीयों की पहली पसंद अमेरिका, रूस और ब्रिटेन जैसे देश हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में इटली भी भारतीयों की पसंद बना है। स्टडी वीजा पर इटली जाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है। जानकारी के मुताबिक, इटली में लगभग 8 हजार भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और यह संख्या पिछले कुछ सालों में बढ़ी ही है।
क्यों इटली बना है भारतीयों की पसंद
दरअसल, इटली में 600 से ज्यादा कोर्सेज की पढ़ाई अंग्रेजी में करवाई जाती है और इसके अलावा वहां ट्यूशन फीस अन्य देशों की तुलना में सबसे कम लगती है। यही वजह है कि इटली विदेशी छात्रों के बीच इतना पॉपुलर हो रहा है। हालांकि इटली में पढ़ाई का मन बना रहे भारतीय छात्रों के लिए वहां के वीजा नियम के बारे में जान लेना भी बहुत जरूरी है। इटली की सरकार ने स्टडी वीजा के नियमों में कुछ बदलाव किया है। यह बदलाव 10 जनवरी 2025 से लागू होंगे।
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क्या है नया नियम?
10 जनवरी, 2025 से टाइप डी वीजा (इटली का स्टडी वीजा) के भारतीय आवेदकों को इतालवी वाणिज्य दूतावासों में फिंगरप्रिंटिंग के लिए व्यक्तिगत अपॉइंटमेंट शेड्यूल करना होगा। टाइप डी वीजा लंबे समय तक रहने के लिए पात्र हैं। स्टडी वीजा भी ‘टाइप डी’ वीजा श्रेणी में आता है। यह वीजा विकल्प उन आवेदकों के लिए है जो 90 दिनों से अधिक की अवधि के लिए इटली में स्टडी या फिर रिसर्च करना चाहते हैं। इसमें ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों स्टडी शामिल है।
नए नियम से बढ़ेगा पढ़ाई का खर्च
एक्सपर्ट का मानना है कि इस नए नियम से इटली में पढ़ाई का खर्चा पहले से अधिक हो जाएगा। इटली में पढ़ने का खर्चा पहले ही ज्यादा है। नए नियमों की वजह से कई छात्रों को दूतावास तक जाने का खर्च अपनी जेब से ही भरना होगा। साथ ही अब उन्हें वीजा अपॉइंटमेंट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
साल दर साल ऐसे बढ़ी छात्रों की संख्या
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 में कुल 6,017 भारतीय छात्र स्टडी वीजा पर इटली में मौजूद थे और 2023 में यह आंकड़े 5,196 था। वहीं 2019 में इटली के अंदर 4791 भारतीय छात्र थे, 2020 में यह संख्या 3211 और 2021 में 3008 थी। यह इतालवी सरकार द्वारा घोषणा किए जाने के एक साल बाद आया है कि अपनी डिग्री पूरी करने के बाद इटली में रहने की उम्मीद करने वाले भारतीय छात्रों को अब अतिरिक्त 12 महीने तक देश में रहने की अनुमति दी जाएगी।
और क्या बदलेगा इटली में?
नए नियम के बाद इटली में शैक्षणिक/व्यावसायिक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रारंभिक व्यावसायिक अनुभव प्राप्त करने के इच्छुक भारतीय छात्रों को इटली में 12 महीने तक के लिए अस्थायी निवास की अनुमति दी जा सकती है। इससे पहले मास्टर डिग्री या पीएचडी रखने वाले छात्र अपनी पढ़ाई के बाद 12 महीने तक इटली में रहने के पात्र थे।