indian army lieutenant salary: भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करने का जज्बा और जुनून हर भारतवासी के अंदर होता है। देश का बच्चा-बच्चा बड़े होकर सेना में जाने का ख्वाब जरूर देखता है। हालांकि किसी का यह ख्वाब पूरा हो जाता है तो किसी का नहीं होता। वैसे तो इंडियन आर्मी में जाना ही बड़े सम्मान की बात होती है, लेकिन सेना में लेफ्टिनेंट की पोस्ट एक अलग ही रुतबे वाली होती है।
लेफ्टिनेंट से होती है ऑफिसर रैंक की शुरुआत
आर्मी में समय-समय पर भर्तियां निकलती रहती हैं। सेना में शुरुआती पोस्ट सिपाही की होती है और अधिकतर भर्तियां सिपाही की ही निकलती हैं। उसके बाद अनुभव के साथ-साथ पद भी बढ़ता जाता है। सेना में ऑफिसर रैंक की शुरुआत लेफ्टिनेंट पोस्ट से ही होती है। लेफ्टिनेंट के बाद कैप्टर और फिर मेजर की पोस्ट आती है और उसके बाद लेफ्टिनेंट कर्नल बनते हैं। इन सबके बीच हम इस आर्टिकल में लेफ्टिनेंट पद की बात करेंगे और उसके बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
लेफ्टिनेंट को मिलती हैं ये सुविधाएं
आर्मी में एक लेफ्टिनेंट 40 से 60 अधीनस्थ या सैनिकों की यूनिट का प्रभारी होता है। बतौर लेफ्टिनेंट काम करने वाले अधिकारी को न केवल अच्छा वेतन मिलता है बल्कि स्वास्थ्य बीमा, आवास, परिवहन छूट, पीएफ और कई अन्य जैसे आकर्षक भत्ते भी दिए जाते हैं। इसके अलावा तय समय-सीमा में वेतन वृद्धि और पदोन्नति भी मिलती है।
कैसे बनते हैं सेना में लेफ्टिनेंट?
इंडियन आर्मी में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल होने के कई तरीके हैं। 12वीं और ग्रेजुएशन के बाद भारतीय युवा सेना में लेफ्टिनेंट बन सकते हैं। लेफ्टिनेंट बनने का एक तरीका संघ लोक सेवा आयोग की एनडीए परीक्षा पास करके है जो 12वीं के बाद दी जाती है। परीक्षा पास करने के बाद इसकी ट्रेनिंग भी पूरी करनी होती है।
लेफ्टिनेंट के लिए ग्रेजुएशन फाइनल ईयर में पढ़ रहे बच्चे भी अप्लाई कर सकते हैं। वह बच्चे यूपीएससी की सीडीएस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं और उसके बाद ट्रेनिंग पूरी करके सेना में लेफ्टिनेंट बन सकते हैं।
इंजीनियरिंग छात्रों के लिए विश्वविद्यालय प्रवेश योजना यानी यूनिवर्सिटी एंट्री स्कीम के तहत सेना में शामिल होने का मौका रहता है। जेईई परीक्षा पास करने के बाद भी सेना में लेफ्टिनेंट बना जा सकता है।
10+2 के दौरान साइंस बैकग्राउंड से जुड़े उम्मीदवार इंडियन आर्मी टीजीसी यानी टेक्नीकल ग्रेजुएट कोर्स पूरा करके भी लेफ्टिनेंट के तौर पर नियुक्ति पा सकते हैं।
वहीं, इन सब के अलावा भारतीय सेना में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल होने के लिए तकनीकी प्रवेश योजना भी एक जरिया है।
कितनी होती है लेफ्टिनेंट की सैलरी?
सेना में लेफ्टिनेंट रैंक के अधिकारी को 56,100 से लेकर 1,77,500 रुपये प्रति माह वेतन मिलता है। वहीं कैप्टन को 61,300-1,93,900 रुपये, मेजर को 69400- 2,07,200 और लेफ्टिनेंट कर्नल को 1,21,200 से 2,12,400 रुपये तक प्रति माह वेतन दिया जाता है।