Independence Day Speech In Hindi 2024 (स्वतंत्रता दिवस पर भाषण हिंदी में 2024): भारत 2024 में अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है, जिसकी तैयारियों आम आदमी से लेकर सरकार तक सब जुटे हुए हैं क्योंकि 15 अगस्त हिन्दुस्तान की आजादी का दिन है। इसी दिन ब्रिटिश हुकूमत की गुलामी की जंजीरों से जकड़े भारत ने पहली बार आजाद आसमां के नीचे स्वतंत्रता की सांसें लेनी शुरू की थी। 15 अगस्त का यानी आजादी को घर से लेकर स्कूल, कॉलेज, निजी सरकारी कार्यालय, शिक्षण संस्थान, अस्पताल हर जगह झंडा फहराकर मनाया जाता है।
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अगर आप भी इस 15 अगस्त को मनाने के लिए तैयारी शुरू कर चुके हैं लेकिन अभी तक आपको कुछ अलग और खास करने को नहीं मिला , तो जनसत्ता के इस स्पेशल लाइव ब्लॉग में आपको देशभक्ति शायरी, कविताएं, दोहे, भाषण के लिए इतने टॉपिक मिलेंगे जिनके जरिए आप कहीं भी 15 अगस्त के कार्यक्रम में अपना रंग जमा सकते हैं और वहां मौजूद लोगों की वाहवाही लूट सकते हैं।
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आजादी की वीरांगनाएं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी वीरता और साहस के लिए जानी जाती हैं। इन वीरांगनाओं ने अपने देश के लिए लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दी। यहाँ कुछ प्रमुख वीरांगनाएं हैं:
1. रानी लक्ष्मीबाई: झांसी की रानी लक्ष्मीबाई एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
2. सरोजिनी नायडू: सरोजिनी नायडू एक महान वीरांगना और कवयित्री थीं, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।
3. मातंगिनी हाजरा: मातंगिनी हाजरा एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
4. वीरमाता जीजाबाई: वीरमाता जीजाबाई एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने अपने पुत्र शिवाजी को स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने के लिए प्रेरित किया था।
5. चंद्रावती देवी: चंद्रावती देवी एक महान वीरांगना थीं, जिन्होंने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इन वीरांगनाओं ने अपने देश के लिए बहुत कुछ किया और हमें उनकी वीरता से प्रेरणा लेनी चाहिए।
चंद्रशेखर आजाद एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जन्म 23 जुलाई 1906 को मध्य प्रदेश में हुआ था और उन्होंने अपने जीवन को भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया था।
चंद्रशेखर आजाद एक महान देशभक्त थे जिन्होंने अपने देश के लिए बहुत कुछ किया था। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और अपने देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी।
उन्होंने अपने जीवन में कई क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लिया और उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपने देश के लिए लड़ते रहे।
चंद्रशेखर आजाद की शहादत ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ा। उन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और हमें उनकी विरासत पर गर्व है।
उनकी जयंती 23 जुलाई को मनाई जाती है और इस दिन को हम उनकी शहादत को याद करके मनाते हैं। हमें उनकी वीरता से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके सपनों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए।
धन्यवाद!
“बुंदेले हरबोलों के मुख हमने सुनी कहानी थी,
खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी।”
“रानी लक्ष्मीबाई की कहानी है,
वीरता की मिसाल है,
झांसी की रानी की कहानी है,
अमर है उनकी कहानी है।”
“उनकी वीरता की गाथा है,
हमारे दिलों में बसी है,
रानी लक्ष्मीबाई की कहानी है,
हमारे लिए प्रेरणा है।”
“उन्होंने अपने देश के लिए लड़ा था,
अपने सम्मान के लिए लड़ा था,
उनकी वीरता की कहानी है,
हमारे लिए मिसाल है।”
“रानी लक्ष्मीबाई की कहानी है,
वीरता की मिसाल है,
उनकी कहानी हमारे दिलों में बसी है,
उनकी वीरता हमारे लिए प्रेरणा है।”
सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था। वह एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें “लौह पुरुष” के नाम से भी जाना जाता था।
सरदार पटेल एक महान नेता थे जिन्होंने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए कई सालों तक संघर्ष किया और अंततः 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ।
सरदार पटेल एक महान देशभक्त थे जिन्होंने अपना जीवन भारत की सेवा में समर्पित कर दिया था। उन्होंने अपने देश के लिए बहुत कुछ किया और हमें उनकी विरासत पर गर्व है।
उनकी जयंती 31 अक्टूबर को मनाई जाती है और इस दिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमें सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और उनके सपनों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए।
धन्यवाद!
मैसेज 1.
“स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
आज हम अपने देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
इस मौके पर, मैं आपको और आपके परिवार को बधाई देता हूं।
चलो हम अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हों और अपने देश को और भी मजबूत और समृद्ध बनाने के लिए काम करें।
जय हिंद!”
मैसेज 2.
“स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!
आज हम अपने देश की स्वतंत्रता का जश्न मना रहे हैं।
चलो हम अपने देश की स्वतंत्रता की कद्र करें और अपने देश को और भी मजबूत और समृद्ध बनाने के लिए काम करें।
आपको और आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की बधाई!
जय हिंद!”
मैसेज 3.
“स्वतंत्रता दिवस की बधाई!
आज हम अपने देश की स्वतंत्रता का जश्न मना रहे हैं।
चलो हम अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हों और अपने देश को और भी मजबूत और समृद्ध बनाने के लिए काम करें।
आपको और आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!
जय हिंद!”
धूल भरे हैं तो क्या है, हम
धरती मां के लाल हैं।
अंधियारी में हम ही उसकी
जलती हुई मशाल हैं।
पढ़-लिख कर हम दूर करेंगे
अपने सब अज्ञान को।
ऊंची और उठायेंगे हम
भारत मां की शान को।
आजादी एक अनमोल उपहार है जिसे हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने खून-पसीने से प्राप्त किया है।
आजादी के लिए उन्होंने अपने जीवन को समर्पित किया और अनेक कठिनाइयों का सामना किया।
आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह जैसे महान व्यक्तियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आजादी के बाद हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है और नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
आजादी का अर्थ सिर्फ बंधनों से मुक्ति नहीं है, बल्कि अपने अधिकारों का प्रयोग करना भी है।
आजादी के लिए हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और अपने देश की एकता और अखंडता की रक्षा करनी चाहिए।
आजादी का मूल्य हमें अपने स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत से मिला है।
आजादी के लिए हमें सदा तैयार रहना चाहिए और अपने देश की सेवा करनी चाहिए।
आजादी की रक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
आजादी हमारे लिए एक वरदान है जिसे हमें संभालना चाहिए और उसकी कद्र करनी चाहिए।
अब है तुम्हारा फर्ज इसे आगे लेकर जाना है,
इस झंडे को दुश्मन की छाती पर फहराना है।।
राज तिलक और भगत गुरु ने लहू से अपने सींचा है,
तब जाके हरा-भरा अपना आज बगीचा है ।।
बलिदानों के बाद मिली है ऐसी भोर सुहानी
हर दिल में गूँज रही है उन वीरों की बानी
उनके नक्शे कदम पर आगे तक जाना है
फिर हम लिख जायेंगे अनमिट एक कहानी ।
भगत सिंह एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के बंगा में हुआ था।
भगत सिंह ने बहुत कम उम्र में ही देश के लिए संघर्ष करना शुरू कर दिया था।
भगत सिंह ने अंग्रेजी सरकार के खिलाफ आवाज उठाई और उन्हें चुनौती दी।
उन्होंने असेंबली हॉल में बम फेंका और ‘इंकलाब जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
भगत सिंह ने अंग्रेजी सरकार को चेतावनी दी कि वे भारतीयों के साथ अन्याय नहीं करें।
उन्हें और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें मृत्युदंड दिया गया।
भगत सिंह ने अपनी जवानी में ही देश के लिए बलिदान दिया।
उनकी शहादत ने देश के लोगों को स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।
उन्हें ‘शहीद भगत सिंह’ के रूप में हमेशा याद किया जाएगा।
अबकी बार तिरंगा दुश्मन की
छाती पर लारायेंगे ।
हम भारत की वीर सपूत
ये भी कर के दिखलायेंगे।।
कोई रोके नहीं कोई टोके नहीं
जो ठाना है वो कर जायेंगे ।
अबकी बार तिरंगा दुश्मन की
छाती पर लहरायंगे ।
देशभक्ति शायरी:
1. वतन से मोहब्बत है मेरी,
मेरी जान है वतन मेरा।
2. वतन की सरबुलंदी को,
हमेशा से सलाम करता हूँ।
3. वतन की खुशहाली के लिए,
अपनी जान भी दे दूंगा।
4. वतन के लिए जीना है,
वतन के लिए मरना है।
5. वतन की मिट्टी में मेरा खून,
वतन की खुशहाली में मेरी जान।
6. मैं वतन का हूँ,
वतन मेरा है।
7. वतन की सेवा के लिए,
हमेशा तैयार हूँ।
8. वतन की एकता को,
हमेशा बनाए रखना है।
9. वतन की तरक्की के लिए,
अपना योगदान देना है।
10. वतन की खुशहाली के लिए,
हमेशा प्रयास करता रहूँगा।
भगत सिंह के प्रेरणादायक कोट्स निम्नलिखित हैं:
1. “मेरे लिए आज़ादी सिर्फ़ एक शब्द नहीं है, यह एक जुनून है, एक आग है जो मेरी रगों में बह रही है।”
2. “हमें किसी की दया की आवश्यकता नहीं है, हमें तो क्या? हम तो बस अपने अधिकार चाहते हैं।”
3. “मैं इस देश के लिए कुछ भी कर सकता हूँ, यहाँ तक कि अपनी जान भी दे सकता हूँ।”
4. “मेरा मिशन विद्रोह करना है, तानाशाही को उखाड़ फेंकना है, और आज़ादी की मशाल जलानी है।”
5. “मैं आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा हूँ, और मैं इसे जीतने तक लड़ता रहूँगा।”
6. “हमारे देश को आज़ादी की जरूरत है, और मैं इसे पाने के लिए हर संभव कोशिश करूँगा।”
7. “मैं अपने देश के लिए मरने को तैयार हूँ, क्योंकि यह मेरा कर्तव्य है।”
8. “आज़ादी एक ऐसी चीज़ है जिसे हमें पाना ही होगा, चाहे इसके लिए कितनी भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।”
9. “मैं अपने देश के लिए जान देने को तैयार हूँ, क्योंकि यह मेरा कर्तव्य है।”
10. “हमें अपने देश की आज़ादी के लिए लड़ना होगा, और मैं इसे पाने के लिए हर संभव कोशिश करूँगा।”
वंशीधर शुक्ल की कविता कदम कदम बढ़ाए जा, छात्रों के बीच देशभक्ति का भाव पैदा करने के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। आप इस कविता को मंच से पठकर लोगों में देशभक्ति का भाव जगा सकते हैं।
क़दम क़दम बढ़ाए जा
ख़ुशी के गीत गाए जा;
ये ज़िंदगी है क़ौम की,
तू क़ौम पे लुटाए जा।
उड़ी तमिस्र रात है, जगा नया प्रभात है,
चली नई जमात है, मानो कोई बरात है,
समय है, मुस्कुराए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाए जा।
जो आ पड़े कोई विपत्ति मार के भगाएँगे,
जो आए मौत सामने तो दाँत तोड़ लाएँगे,
बहार की बहार में
बहार ही लुटाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
जहाँ तलक न लक्ष्य पूर्ण हो समर करेंगे हम,
खड़ा हो शत्रु सामने तो शीश पै चढ़ेंगे हम,
विजय हमारे हाथ है
विजय-ध्वजा उड़ाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
क़दम बढ़े तो बढ़ चले, आकाश तक चढ़ेंगे हम,
लड़े हैं, लड़ रहे हैं, तो जहान से लड़ेंगे हम;
बड़ी लड़ाइयाँ हैं तो
बड़ा क़दम बढ़ाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा
ख़ुशी के गीत गाए जा।
निगाह चौमुखी रहे, विचार लक्ष्य पर रहे,
जिधर से शत्रु आ रहा उसी तरफ़ नज़र रहे,
स्वतंत्रता का युद्ध है,
स्वतंत्र होके गाए जा।
क़दम क़दम बढ़ाए जा,
ख़ुशी के गीत गाए जा।
ये ज़िंदगी है क़ौम की
तू क़ौम पे लुटाए जा।
नन्हे – नन्हे प्यारे – प्यारे, गुलशन को महकाने वाले
सितारे जमीन पर लाने वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के|
नए जमाने के दिलवाले, तूफ़ानो से ना डरने वाली
कहलाते हैं हिम्मत वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के|
चलते है हम शान से, बचाते हैं हम द्वेष से
आन पे हो जाएँ कुर्बान, हम बच्चे है हिंदुस्तान के|
“मेरा मुल्क मेरा देश मेरी जन्मभूमि है,
मैं इसका ऋणी हूँ, मैं इसका सेवक हूँ।
मैं इसकी रक्षा करूँगा, मैं इसकी सेवा करूँगा,
मैं इसके लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दूँगा।”
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दी जाने वाली स्पीच में कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के नाम का जिक्र जरूर करें। हिंदुस्तान को आजादी की बेड़ियों से मुक्त कराने में इन महापुरुषों का अहम योगदान रहा।
1. महात्मा गांधी (महात्मा गांधी)
2. पंडित जवाहर लाल नेहरू
3. सुभाष चंद्र बोस
4. लाल बहादुर शास्त्री
5. भगत सिंह
6. सुखदेव थापर
7. राजगुरु
8. चंद्रशेखर आजाद
9. सरदार वल्लभ भाई पटेल
10. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
आदरणीय शिक्षकगण, मेरे प्रिय मित्रों और साथियों!
आज मैं आप सभी से एक महान देशभक्त, क्रांतिकारी और हमारे देश के एक महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के बारे में बात करना चाहता हूं।
भगत सिंह एक ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनका जन्म 28 सितंबर 1907 को लायलपुर में हुआ था। भगत सिंह ने अपनी जवानी में ही देश के लिए संघर्ष करने का फैसला किया और उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
भगत सिंह ने अपने देश के लिए बहुत सारे क्रांतिकारी काम किए। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और उन्हें देश से निकालने के लिए बहुत सारे प्रयास किए। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर कई क्रांतिकारी काम किए और उन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
भगत सिंह एक महान देशभक्त थे और उन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। हमें भगत सिंह से प्रेरणा लेनी चाहिए और हमें अपने देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित होना चाहिए।
धन्यवाद!
स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को लेकर स्पीच
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दी जाने वाली स्पीच में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जिक्र ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता। देश को आजादी दिलाने में उनका सहयोग अतुल्नीय था। महात्मा गांधी एक महान व्यक्ति थे जिन्होंने हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान दिया था। उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और उन्हें बापू के नाम से भी जाना जाता है।
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा अहमदाबाद और मुंबई में प्राप्त की और उसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में लॉ की पढ़ाई की। महात्मा गांधी ने हमारे देश को स्वतंत्रता दिलाने में बहुत बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने अहिंसा और सत्य के मार्ग को अपनाकर देश को स्वतंत्रता की ओर ले जाने में मदद की। उन्होंने हमारे देश के लिए बहुत से त्याग किए और उन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
महात्मा गांधी के जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने हमें सत्य, अहिंसा और सेवा के मार्ग को अपनाने के लिए प्रेरित किया। आइए हम सब महात्मा गांधी से प्रेरणा लें और अपने देश के लिए कुछ करें। आइए हम सब सत्य, अहिंसा और सेवा के मार्ग को अपनाएं।
आदरणीय शिक्षकगण, मेरे प्रिय मित्रों और साथियों!
आज मैं आप सभी से एक महान व्यक्ति सरदार वल्लभ भाई पटेल के बारे में बात करना चाहता हूँ। सरदार पटेल एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान दिया था। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात में हुआ था।
सरदार पटेल एक महान नेता थे जिन्होंने हमारे देश को एकता के सूत्र में बांधने में बहुत बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने हमारे देश के विभाजन के समय में बहुत सारे राज्यों को एक साथ लाने में मदद की और हमारे देश को एक मजबूत और एकजुट राष्ट्र बनाने में मदद की।
सरदार पटेल एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम में बहुत बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने हमारे देश के लिए बहुत सारे त्याग किए और उन्होंने अपने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।
सरदार पटेल के जीवन से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने हमें एकता, सेवा और संघर्ष के मार्ग को अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने हमें देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने हमें देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए प्रेरित किया।
आइए हम सब सरदार पटेल से प्रेरणा लें और अपने देश के लिए कुछ करें। आइए हम सब एकता, सेवा और संघर्ष के मार्ग को अपनाएं और अपने देश को एक मजबूत और एकजुट राष्ट्र बनाने में मदद करें।
धन्यवाद।
इन कविताओं के माध्यम से बच्चों में देशभक्ति की भावना को जगाया जा सकता है और उन्हें देश के प्रति अपने कर्तव्यों को समझाया जा सकता है।
“हिंदुस्तान हमारा है देश हमारा है,
हम इसके वासी हैं, हम इसके रक्षक हैं।
चलो मिलकर इसकी सेवा करें,
चलो मिलकर इसकी रक्षा करें।”
आदरणीय शिक्षकों और मेरे प्यारे साथियों,
आज मैं आप सभी से हर घर तिरंगा अभियान के बारे में बात करना चाहता हूँ। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारा देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस अवसर पर हमारे देश के प्रधानमंत्री ने हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की है।
इस अभियान के अंतर्गत 13 से 15 अगस्त तक देश के हर घर में तिरंगा फहराया जाएगा। यह एक अनोखा अवसर है जब हम अपने देश के प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रदर्शित कर सकते हैं।
इस अभियान के माध्यम से हम अपने देश के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं और अपने देश के प्रति अपनी एकता को प्रदर्शित कर सकते हैं।
मैं आप सभी से अनुरोध करता हूँ कि आप अपने घरों में तिरंगा जरूर फहराएं और अपने परिवार और मित्रों को भी इसके लिए प्रेरित करें। आइए हम सब मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं और अपने देश के लिए अपना योगदान दें।
धन्यवाद।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत 13 से 15 अगस्त तक देश के हर घर में तिरंगा फहराने का आयोजन किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य देश के नागरिकों में देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना को जगाना है। हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से हमारे देश के नागरिकों में देश के प्रति सम्मान और गौरव की भावना को मजबूत करने में मदद मिलेगी। इस अभियान से हमें अपने देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करने और उनके सपनों को पूरा करने की प्रेरणा मिलेगी। आइए हम सब मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं और अपने देश के लिए अपना योगदान दें। हमारे देश के तिरंगे को हमारे घरों में फहराकर हम देश के प्रति अपनी एकता और सम्मान को प्रदर्शित कर सकते हैं।
1. स्वतंत्रता दिवस का महत्व
2. भारत की स्वतंत्रता की कहानी
3. स्वतंत्रता सेनानियों की भूमिका
4. स्वतंत्रता के बाद भारत की प्रगति
5. स्वतंत्रता दिवस के दौरान आयोजित कार्यक्रम
6. स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझने के लिए प्रेरणा
7. स्वतंत्रता दिवस के दौरान किए जाने वाले कार्य
8. स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझने के लिए संदेश
9. स्वतंत्रता दिवस के दौरान की जाने वाली तैयारी
10. स्वतंत्रता दिवस के महत्व को समझने के लिए नारे
इन टॉपिक्स पर भाषण तैयार करने से स्कूली बच्चों को स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में जानकारी मिलेगी और उन्हें अपने देश के प्रति गर्व महसूस होगा।
स्वतंत्रता दिवस पर अगर आप लीक से हटकर कुछ करना चाहते हैं, तो पर्यावरण पर एक निबंध तैयार कर सकते हैं, जिसमें 1947 के पर्यावरण और 2024 के पर्यावरण में क्या बदलाव हुए, क्या नई चुनौतियां आई और कैसे पर्यावरण को स्वच्छ रखा जा सकता है, इस टॉपिक को कवर कर सकते हैं। आपके द्वारा चुना गया टॉपिक लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
उरूजे कामयाबी पर कभी हिंदोस्ताँ होगा।
रिहा सैयाद के हाथों से अपना आशियाँ होगा॥
चखाएँगे मज़ा बर्बादी-ए-गुलशन का गुलचीं को।
बहार आ जाएगी उस दम जब अपना बाग़बाँ होगा।
ये आए दिन की छेड़ अच्छी नहीं ऐ ख़ंजर-ए-क़ातिल।
पता कब फ़ैसला उनके हमारे दरमियाँ होगा॥
जुदा मत हो मेरे पहलू से ऐ दर्दे वतन हरगिज़।
न जाने बाद मुर्दन मैं कहाँ औ तू कहाँ होगा॥
वतन के आबरू का पास देखें कौन करता है।
सुना है आज मक़तल में हमारा इम्तहाँ होगा॥
शहीदों की चिताओं पर जुड़ेंगे हर बरस मेले।
वतन पर मरनेवालों का यही बाक़ी निशाँ होगा॥
कभी वह दिन भी आएगा जब अपना राज देखेंगे।
जब अपनी ही ज़मीं होगी और अपना आसमाँ होगा॥
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी
फ़िराक़ गोरखपुरी
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा
अल्लामा इक़बाल
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी
लाल चन्द फ़लक
नन्हे – नन्हे प्यारे – प्यारे, गुलशन को महकाने वाले
सितारे जमीन पर लाने वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के|
नए जमाने के दिलवाले, तूफ़ानो से ना डरने वाली
कहलाते हैं हिम्मत वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के|
चलते है हम शान से, बचाते हैं हम द्वेष से
आन पे हो जाएँ कुर्बान, हम बच्चे है हिंदुस्तान के|