भारत में आम आदमी से लेकर खास तक हर व्यक्ति 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के रंग में रंग चुका है। सरकारी स्कूल से लेकर राष्ट्रपति भवन तक देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 15 अगस्त का यानी आजादी को घर से लेकर स्कूल, कॉलेज, निजी सरकारी कार्यालय, शिक्षण संस्थान, अस्पताल हर जगह झंडा फहराकर मनाया जाता है, जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं, जिसमें सभी लोग बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं।
भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अगर आप भी अपने स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या संस्थान में होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं, लेकिन करना क्या है ये सोच नहीं पाए हैं, तो जनसत्ता के इस स्पेशल लाइव ब्लॉग में जान लीजिए 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति कविताओं, शायरी, स्पीच के नए और यूनिक आइडिया, जिन्हें आप मंच से बोलने के बाद लोगों में न सिर्फ जोश भर सकते हैं बल्कि अपना रंग भी जमा सकते हैं।
एकता और अखंडता की रक्षा- देश के प्रत्येक नागरिक को भारत की एकता और अखंडता की रक्षा करनी चाहिए।
कानून का पालन- देश के प्रत्येक नागरिक के लिए अनिवार्य है कि वो देश के कानून का पालन करें और व्यवस्था बनाने में अपना सहयोग करें।
संविधान का पालन- देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वो भारत के संविधान का पालन करें और उसका सम्मान करें।
कुछ प्रसिद्ध बॉलीवुड देशभक्ति गीतों की सूची-
1. तेरी मिट्टी में मिल जावां
2. मेरी हीर आसमानी
3. संदेशे आते हैं, हमें तड़पाते हैं
4. देश मेरे- अरजीत सिंह
5. आई लव माई इंडिया
6. ये देश है वीर जवानों का
7. ऐ मेरे प्यारे वतन
8. देश मेरा रंगीला
9. मेरा रंग दे बसंती चोला
10. ऐ वतन मेरे वतन
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आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों,
आज मैं आप सभी से देशभक्ति के बारे में बात करना चाहता हूं। देशभक्ति एक ऐसी भावना है जो हमें अपने देश के प्रति गर्व और सम्मान की भावना से भर देती है। यह एक ऐसी भावना है जो हमें अपने देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करती है। हमारा देश भारत एक महान देश है, जिसकी संस्कृति, इतिहास और परंपराएं विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। हमारे देश में विविधता है, जो हमें एक साथ बांधती है और हमें एक मजबूत राष्ट्र बनाती है।
देशभक्ति का अर्थ केवल झंडा फहराना या राष्ट्रगान गाना नहीं है, बल्कि यह एक जिम्मेदारी है जो हमें अपने देश के प्रति निभानी चाहिए। हमें अपने देश की रक्षा करनी, इसकी सेवा करनी और इसके विकास में योगदान देना चाहिए। आइए हम सब मिलकर अपने देश के लिए कुछ करें और देशभक्ति की भावना को अपने दिलों में जगाएं। हमें अपने देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद रखना चाहिए और उनके सपनों को पूरा करने के लिए काम करना चाहिए।
धन्यवाद।
सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को कटक में हुआ था।
सुभाष ने अपनी शिक्षा कोलकाता और कैम्ब्रिज में पूरी की।
उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल होकर स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया।
सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का नेतृत्व करके भारत को स्वतंत्र करने के लिए लड़ाई लड़ी।
सुभाष चंद्र बोस ही थे जिन्होंने "चलो दिल्ली" का नारा दिया और देश के लोगों को स्वतंत्रता के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने अपनी वीरता और देशभक्ति से देश को प्रेरित किया।
सुभाष चंद्र बोस की उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है।
बोस को "नेताजी" के नाम से भी जाना जाता है।
उनकी शहादत ने देश के लोगों को स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।
तेरी मिट्टी में मेरा खून,
तेरी खुशहाली में मेरी जान,
मैं तेरे लिए जीना चाहता हूँ,
मैं तेरे लिए मरना चाहता हूँ।
तेरी स्वतंत्रता के लिए,
मैं अपना सर्वस्व समर्पित करता हूँ,
तेरी एकता और अखंडता के लिए,
मैं सदा तैयार रहूँगा।
तेरी तरक्की के लिए,
मैं अपना योगदान देना चाहता हूँ,
तेरी खुशहाली के लिए,
मैं सदा प्रयास करता रहूँगा।
मैं तेरा वास्तविक बेटा हूँ,
मैं तेरी सेवा के लिए सदा तैयार हूँ,
मैं तेरे लिए अपना जीवन समर्पित करता हूँ,
मैं तेरे लिए सदा खड़ा रहूँगा।
तेरी जय हो,
मेरे राष्ट्र,
मैं तेरे लिए सदा जीवित रहूँगा।
महात्मा गांधी एक महान व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और उन्हें बापू के नाम से भी जाना जाता था।
उन्होंने अहिंसा और सत्य के माध्यम से स्वतंत्रता प्राप्त करने का मार्ग दिखाया।
उन्होंने भारतीयों को स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने साबित किया कि अहिंसा के माध्यम से भी बड़े से बड़े परिवर्तन किए जा सकते हैं।
उनके अथक प्रयासों से भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ।
उन्होंने समाज में जाति और धर्म के भेदभाव को समाप्त करने का प्रयास किया।
उन्होंने महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्हें उनके महान कार्यों के लिए 'राष्ट्रपिता' के रूप में सम्मानित किया जाता है।
उनके जीवन और दर्शन ने दुनिया भर के लोगों को प्रेरित किया है।
मेरा देश महान, मेरा देश प्यारा
जहाँ है मेरा घर, मेरा परिवार
मेरे देश की मिट्टी से, मेरा तन-मन जुड़ा है
मेरे देश की सेवा में, मेरा जीवन समर्पित है
मेरे देश के वीर जवान, सीमा पर खड़े हैं
देश की रक्षा के लिए, अपनी जान भी दे देंगे
मेरे देश के किसान, खेतों में खून-पसीना बहाते हैं
देश के लिए अन्न उपजाते, अपने परिवार को खिलाते हैं
मेरे देश के नेता, देश की तरक्की के लिए प्रयासरत हैं
देश के विकास के लिए, नित नए कदम उठाते हैं
मेरे देश के नागरिक, अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं
देश की एकता और अखंडता के लिए, सदा तैयार रहते हैं
मेरा देश महान, मेरा देश प्यारा
मैं अपने देश से प्रेम करता हूँ, अपने देश पर गर्व है
मैं अपने देश की सेवा के लिए, हमेशा तैयार रहूँगा
मेरे देश की खुशहाली के लिए, सदा प्रयास करता रहूँगा।
लहू मेरे जिगर का कुछ काम तो आयाशहीदों में सही लवों पर नाम तो आया।जाँ से प्यार वतन इस की शान के खातिरजब मर तो इस दिल को आराम तो आया।।
बाल गंगाधर तिलक का “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है”। 1917 में, बाल गंगाधर तिलक, जिन्होंने छह बार जेल में समय बिताया था, ने नासिक में यह भाषण दिया था। स्वशासन और अंततः पूर्ण स्वतंत्रता के लिए चल रहे सार्वजनिक संघर्ष में, “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” की अभिव्यक्ति ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एक अच्छे भाषण में देश की आज़ादी के लिए ज़िम्मेदार महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का संक्षिप्त विवरण शामिल होना चाहिए। इनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, महान भगत सिंह, सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे स्वतंत्रता संग्राम के महान नायकों के नाम शामिल हो सकते हैं।
इन सभी हस्तियों के आदर्शों, विश्वासों, रणनीतियों और कार्यप्रणाली का उल्लेख सम्मानजनक तरीके से किया जाना चाहिए।
स्वतंत्रता दिवस के भाषण में अगर विकास का जिक्र न हो तो वह अधूरा है। ब्रिटिश राज के दिनों से लेकर अब तक देश में विभिन्न क्षेत्रों में किस तरह की प्रगति हुई है, इसका जिक्र किए बिना कोई भी भाषण पूरा नहीं होगा।
उदाहरण के लिए, शिक्षा के क्षेत्र में देश द्वारा की गई प्रगति का लेखा-जोखा अवश्य ही दिया जाना चाहिए। इसी तरह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुई प्रगति का भी लेखा-जोखा दिया जाना चाहिए। इसी तरह, महिला सशक्तिकरण और मुक्ति के बहुत महत्वपूर्ण पहलू पर जोर दिया जाना चाहिए।
अंत में, आर्थिक विकास और प्रति व्यक्ति आय और सकल घरेलू उत्पाद की सहवर्ती विशेषताओं के तथ्य को रेखांकित किया जाना चाहिए।
स्कूलों में होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बच्चों का सबसे पसंदीदा एक्टिविटी होती है भाषण देना। मगर छोटे बच्चे लंबे और कठिन भाषण याद करने में अक्सर परेशान होते हैं। इसलिए स्कूल के बच्चों को सबसे आसान और यूनिक भाषण या स्पीच पर ध्यान देना होगा, जो 15 अगस्त पर बोले जा सकें।
आदरणीय अध्यापकगण, मेरे प्यारे मित्रों और स्कूल के बच्चों को मेरा नमस्कार!
आज हम यहां एक महत्वपूर्ण दिन के अवसर पर एकत्र हुए हैं। ७५ वर्ष पूर्व हमारा देश ब्रिटिश सरकार की गुलामी से आजाद हुआ था। यह दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें इस दिन के महत्व को समझना चाहिए और अपने देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।
हमारे देश ने बहुत संघर्षों के बाद आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए संघर्ष किया और हमें आजादी दिलाई। हमें उनके त्याग और बलिदान को कभी भूलना नहीं चाहिए।
लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय किसान, जय जवान, जय विज्ञान का नारा दिया था। आज हमें इस नारे को अपनाने की जरूरत है। हमें अपने देश के किसानों, जवानों और विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का सम्मान करना चाहिए और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करनी चाहिए।
हमें अपने देश के किसानों का सम्मान करना चाहिए जो हमारे लिए अन्न उगाते हैं और हमें भोजन देते हैं। हमें अपने देश के जवानों का सम्मान करना चाहिए जो हमारे देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा करते हैं। हमें अपने देश के विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का सम्मान करना चाहिए जो हमारे देश को विकास की ओर बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
मेरे प्यारे मित्रों, आजादी का अर्थ केवल आजाद होना नहीं है, बल्कि अपने देश के प्रति जिम्मेदारी का एहसास होना भी है। हमें अपने देश के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनना होगा और अपने देश के विकास में योगदान देना होगा।
मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि हमें अपने देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें अपने देश को और भी मजबूत बनाने के लिए काम करना होगा। हमें अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए काम करना होगा।
धन्यवाद!
"वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे, मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा"
वतन की पासबानी जान-ओ-ईमाँ से भी अफ़ज़ल है,मैं अपने मुल्क की ख़ातिर कफ़न भी साथ रखता हूं
है मोहब्बत इस वतन से अपनी मिट्टी से हमें, इस लिए अपना करेंगे जान-ओ-तन क़ुर्बान हम
तन-मन मिटाए जाओ तुम नाम-ए-क़ौमीयत पर, राह-ए-वतन पर अपनी जानें लड़ाए जाओ- लाल चन्द फ़लक
1. "तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।" - सुभाष चंद्र बोस
2. "आजादी मिलना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।" - गोपाल कृष्ण गोखले
3. "मैं आजादी की लड़ाई में अपनी जान की परवाह नहीं करता।" - भगत सिंह
4. "आजादी के बिना जीवन व्यर्थ है।" - चंद्रशेखर आजाद
5. "मैं आजादी की लड़ाई में अपने देश के लिए कुछ करना चाहता हूं।" - राजगुरु
6. "आजादी हमारे देश के लिए आवश्यक है।" - सुखदेव थापर
7. "मैं आजादी की लड़ाई में अपने देश के लिए मरने को तैयार हूं।" - अशफाक उल्लाह खान
8. "आजादी की लड़ाई में हमें अपने देश के लिए कुछ करना चाहिए।" - राम प्रसाद बिस्मिल
इन कोट्स से हमें क्रांतिकारियों की वीरता और देशभक्ति को समझने में मदद मिलती है।
अगर आप स्कूल में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण देना चाहते हैं, तो अपने पसंदीदा क्रांतिकारी के बारे में 10 लाइन का भाषण तैयार कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप भगत सिंह को ज्यादा पसंद करते हैं, तो उनके जन्मदिन से लेकर उनको फांसी होने तक की घटनाओं को 10 लाइन में लिखकर अपना छोटा और प्रभावशाली भाषण तैयार कर सकते हैं।
बाल गंगाधर तिलक का “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है”। 1917 में, बाल गंगाधर तिलक, जिन्होंने छह बार जेल में समय बिताया था, ने नासिक में यह भाषण दिया था। स्वशासन और अंततः पूर्ण स्वतंत्रता के लिए चल रहे सार्वजनिक संघर्ष में, “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” की अभिव्यक्ति ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1. भारत को 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्रता मिली।
2. स्वतंत्रता के बाद, भारतीयों को उनके सभी मौलिक अधिकार प्राप्त हुए।
3. लोग राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रगान गाकर स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं।
4. हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए, और हमें स्वतंत्र भारत की भूमि पर जन्म लेने के लिए अपने सौभाग्य की प्रशंसा करनी चाहिए।
5. 1857 से 1947 तक, कई स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और कई दशकों के संघर्ष का बलिदान दिया गया।
6. भारत की स्वतंत्रता के लिए, ब्रिटिश सेना में एक भारतीय सैनिक (मंगल पांडे) ने पहली बार अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाई।
7. बाद में कई महान स्वतंत्रता सेनानियों ने संघर्ष किया और अपना पूरा जीवन भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया।
8. भगत सिंह, खुदी राम बोस और चंद्रशेखर आज़ाद जैसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान, जिन्होंने अपने देश के लिए लड़ने के लिए कम उम्र में अपनी जान गंवा दी, उन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता।
9. गांधीजी एक महान भारतीय व्यक्ति थे जिन्होंने दुनिया को अहिंसा का एक बड़ा सबक दिया।
10. हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमें हमारे पूर्वजों ने शांति और खुशी की भूमि दी है, जहाँ हम बिना किसी डर के पूरी रात सो सकते हैं और स्कूल या घर पर पूरा दिन आनंद से बिता सकते हैं।
आदरणीय अध्यापकगण, मेरे प्यारे मित्रों और स्कूल के बच्चों को मेरा नमस्कार!
आज हम यहां एक महत्वपूर्ण दिन के अवसर पर एकत्र हुए हैं। ७५ वर्ष पूर्व हमारा देश ब्रिटिश सरकार की गुलामी से आजाद हुआ था। यह दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें इस दिन के महत्व को समझना चाहिए और अपने देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।
हमारे देश ने बहुत संघर्षों के बाद आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए संघर्ष किया और हमें आजादी दिलाई। हमें उनके त्याग और बलिदान को कभी भूलना नहीं चाहिए।
लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय किसान, जय जवान, जय विज्ञान का नारा दिया था। आज हमें इस नारे को अपनाने की जरूरत है। हमें अपने देश के किसानों, जवानों और विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का सम्मान करना चाहिए और उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करनी चाहिए।
हमें अपने देश के किसानों का सम्मान करना चाहिए जो हमारे लिए अन्न उगाते हैं और हमें भोजन देते हैं। हमें अपने देश के जवानों का सम्मान करना चाहिए जो हमारे देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना सेवा करते हैं। हमें अपने देश के विज्ञान के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का सम्मान करना चाहिए जो हमारे देश को विकास की ओर बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
मेरे प्यारे मित्रों, आजादी का अर्थ केवल आजाद होना नहीं है, बल्कि अपने देश के प्रति जिम्मेदारी का एहसास होना भी है। हमें अपने देश के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनना होगा और अपने देश के विकास में योगदान देना होगा।
मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि हमें अपने देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें अपने देश को और भी मजबूत बनाने के लिए काम करना होगा। हमें अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए काम करना होगा।
धन्यवाद!
आदरणीय अध्यापकगण, मेरे प्यारे मित्रों और स्कूल के बच्चों को मेरा नमस्कार!
आज हम यहां एक महत्वपूर्ण दिन के अवसर पर एकत्र हुए हैं। ७५ वर्ष पूर्व हमारा देश ब्रिटिश सरकार की गुलामी से आजाद हुआ था। यह दिन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें इस दिन के महत्व को समझना चाहिए और अपने देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा लेनी चाहिए।
हमारे देश ने बहुत संघर्षों के बाद आजादी प्राप्त की थी। हमारे देश के वीर सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए संघर्ष किया और हमें आजादी दिलाई। हमें उनके त्याग और बलिदान को कभी भूलना नहीं चाहिए।
आज हमारा देश विकास की ओर बढ़ रहा है, लेकिन हमें अभी भी बहुत कुछ करना है। हमें अपने देश को और भी मजबूत बनाने के लिए काम करना होगा। हमें अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए काम करना होगा।
मेरे प्यारे मित्रों, आजादी का अर्थ केवल आजाद होना नहीं है, बल्कि अपने देश के प्रति जिम्मेदारी का एहसास होना भी है। हमें अपने देश के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनना होगा और अपने देश के विकास में योगदान देना होगा।
मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि हमें अपने देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। हमें अपने देश को और भी मजबूत बनाने के लिए काम करना होगा। हमें अपने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए काम करना होगा।
धन्यवाद!
स्कूलों में होने वाले स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बच्चों का सबसे पसंदीदा एक्टिविटी होती है भाषण देना। मगर छोटे बच्चे लंबे और कठिन भाषण याद करने में अक्सर परेशान होते हैं। इसलिए स्कूल के बच्चों को सबसे आसान और यूनिक भाषण या स्पीच पर ध्यान देना होगा, जो 15 अगस्त पर बोले जा सकें।