नौकरियों के लिए आवेदन करने वाले कुल आवेदकों में से लगभग 75 फीसद आवेदकों को नियोक्ताओं को अपनी प्रतिभा व योग्यता के बारे में बताने का मौका तक भी नहीं मिलता। क्या आप इस तथ्य से आश्चर्यचकित होते हैं कि आपसे कम योग्यता और प्रतिभा रखने वाले आवेदक को साक्षात्कार के लिए आप से अधिक वरीयता कैसे मिल जाती है? दरअसल, यह करामात कागज के एक छोटे से टुकड़े की है! जी हां, और कागज के इस जादुई टुकड़े का नाम है ‘बायोडाटा’।

बायोडाटा (रिज्यूमे) आपके और संभावित नियोक्ता के बीच एक सेतु का काम करता है। यह आपको भीड़ से अलग खड़ा करता है। नौकरियों की सीमित संख्या के कारण नियोक्ता के पास एक-एक पद के लिए दर्जनों से लेकर हजारों आवेदन आते हैं और चूंकि नियोक्ता के पास हर उम्मीदवार का साक्षात्कार करने का समय नहीं होता है, इसलिए वे श्रेष्ठ उम्मीदवारों को ही साक्षात्कार के लिए आमंत्रित करते हैं। और इस कार्य में उनकी मदद करता है आवेदक द्वारा प्रस्तुत किया गया बायोडाटा।

इसलिए अच्छे और आकर्षक तरीके से बायोडाटा तैयार किया जाना बेहद जरूरी है। आपके अतीत के अनुभवों, वर्तमान में चल रहे कार्यों और भविष्य की योजनाओं को प्रस्तुत करने वाले कागज के इस टुकड़े का वैसा ही होना आवश्यक है जैसे कि ‘गागर में सागर’ का भरा हुआ होना। यदि अतीत, वर्तमान और भविष्य की बातों को स्पष्ट और रुचिकर तरीके से किंतु संक्षेप में प्रस्तुत नहीं किया गया तो ‘सपनों की नौकरी’ पाने का आपका सपना सपना ही रह जाएगा।

बायोडाटा का महत्त्व

अच्छी तरह से तैयार किया गया बायोडाटा आपको अपने उस कौशल को बेचने में सहायता प्रदान करता है, जो आपने अनुभव के माध्यम से हासिल किया है। आप नियोक्ता को यह बता सकते हैं कि आपने कौन से कौशल हासिल किए हैं और आप संभावित संगठन की बेहतरी के लिए उनका उपयोग कैसे करने जा रहे हैं। नियोक्ता आजकल यही जानना चाहते हैं।

इस पेशेवर दुनिया में अपना खुद का ब्रांड बनाना बहुत आवश्यक है और यह यात्रा आपके कालेज और पढ़ाई के ठीक बाद ही शुरू हो जाती है। जब आप काम करने के लिए एक पेशेवर दुनिया में प्रवेश करते हैं, तो यह आवश्यक है कि पहले दिन से ही आपको चीजों को ठीक करना होगा। अपने ज्ञान, अपने कौशल, अनुभव, विशेषज्ञता और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के काम में अच्छी तरह से तैयार किया गया बायोडाटा सहायक साबित होता है।

बायोडाटा के इतना अहम होने की बात को समझने के बाद अक्सर लोग इस पशोपेश में फंस जाते हैं कि इस अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया और दस्तावेज को तैयार कैसे करें? शुक्र है कि अब ऐसे पेशेवर आपकी मदद करने के लिए उपलब्ध हैं। ये लोग इस बात की विशेषज्ञता रखते हैं कि आपके अनुभवों, कार्यों और योग्यताओं को कंपनी की जरूरतों और आवेदक के संदर्भ में उसकी अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए एक अच्छा दस्तावेज तैयार करे।

बायोडाटा के माध्यम से रोजगार प्राप्त करने में सहायता प्रदान करने का काम स्वयं में रोजगार का उभरता क्षेत्र तैयार होता जा रहा है। भारी संख्या में लोग इस कार्य को अपना अंशकालिक व पूर्णकालिक करिअर बना रहे हैं। आप एक बायोडाटा लेखक बनकर न केवल लोगों को उनकी ‘सपने की नौकरी’ हासिल करने में मददगार बन सकते हैं, बल्कि स्वयं का भविष्य भी सुधार सकते हैं।

आवश्यक योग्यता

बायोडाटा लेखक बनने के लिए व्यवहार कुशलता की आवश्यकता होती है। यदि आप किसी भी विषय से स्नातक हैं और आपके पास किसी बात को रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने की कला है तो यह क्षेत्र आपके लिए अपार संभावनाओं से युक्त है। हालांकि, इस क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए आपको तेज दिमाग, तेज दृष्टि और विभिन्न उद्योगों की आवश्यकताओं की जानकारी रखना बहुत जरूरी है। आपको नियोक्ताओं के मनोविज्ञान और जरूरतों की भी अच्छी समझ का होना भी बहुत जरूरी है।

प्रशिक्षण

देश में बायोडाटा लेखन के लिए किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा अभी कोई पूर्णकालिक पाठ्यक्रम शुरू नहीं किया गया है। लेकिन कई सारे अंशकालिक आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम अवश्य संचालित होने लगे हैं जिन्हें करने के बाद बायोडाटा लेखन का कार्य शुरू किया जा सकता है। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में से लिंक्डइन लर्निंग का ‘राइटिंग रिज्यूमे’, मैरिलैंड विश्वविद्यालय का ‘राइटिंग विनिंग रिज्यूमे एंड कवर लेटर्स’, न्यूयार्क स्टेट विश्वविद्यालय का ‘हाउ टू राइट ए रिज्यूमे’, यूडेमी का ‘द कम्पलीट रिज्यूमे’ आदि जैसे आनलाइन कार्यक्रम कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक के उपलब्ध हैं।

  • अविनाश चंद्रा (लोकनीति के जानकार)