मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार (15 जुलाई) को कहा कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) शैक्षणिक सत्र 2020-21 से इंजीनियरिंग में ऐसे पारंपरिक पाठ्यक्रमों की अनुमति नहीं देगा, जिसमें रोजगार हासिल करने की संभावना कम होती है। यह बात उन्होंने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर में की। निशंक ने यह भी कहा कि आगे से ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ जैसे उभरते क्षेत्र से जुड़े पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी जाएगी।
मेक इन इंडिया कार्यक्रम का जिक्र किया: मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक यह भी कहा कि इंजीनियरिंग के छात्रों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम का हिस्सा बन सकें। पूरक प्रश्न पूछने के दौरान कांग्रेस के शशि थरूर ने दावा किया कि उद्योग क्षेत्र की मांग और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के प्रारूप में कोई समानता नहीं है।
National Hindi News, 15 July 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
Bihar News Today, 15 July 2019: बिहार की बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
पीएम मोदी पर किया कटाक्ष: रमेश पोखरियाल ने इस पीएम नरेंद्र मोदी पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया। पोखरियाल ने कहा कि अगर मांग और पाठ्यक्रम में असमानता को दूर कर दिया जाए तो युवाओं को रोजगार के लिए ‘पकौड़ा तलने’ की सलाह नहीं देनी पड़ेगी। निशंक ने कहा कि एआईसीटीई शैक्षणिक सत्र 2020-21 से ऐसे पारंपरिक पाठ्यक्रमों की अनुमति नहीं देगा, जिसमें रोजगार हासिल करने की संभावना कम होती है।
