FIITJEE कोचिंग संस्थान के खिलाफ एक बड़ा एक्शन लिया गया है। दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले प्रवर्तन निदेशालय ने इस संस्थान के करीब 10 ठिकानों पर छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-नोएडा और गुरुग्राम में FIITJEE के ठिकानों पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा छापेमारी की गई है।
पीड़ित अभिभावकों की शिकायत पर हुई कार्रवाई
बता दें कि ईडी की यह कार्रवाई पीड़ित अभिभावकों की शिकायतों के आधार पर दर्ज की गई प्राथमिकी के बाद की गई है। ईडी अधिकारियों के अनुसार, जांच उन आरोपों पर केंद्रित है कि देश भर में कई FIITJEE सेंटर बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक बंद हो गए। जिन अभिभावकों ने पूरे शैक्षणिक वर्ष के लिए अग्रिम फीस का भुगतान किया था उन्होंने दावा किया कि संस्थान की ओर से अचानक बंद होने के बारे में कोई सूचना न मिलने से वे असमंजस में हैं।
पैरेंट्स के लाखों रुपए गए पानी में!
अभिभावकों ने बताया है कि उन्होंने लाखों रुपए फीस के रूप में जमा किए थे, लेकिन उन्हें कोई सर्विस या फिर किसी भी तरह का कोई रिफंड नहीं मिला। ईडी की टीमों ने प्रमुख साजिशकर्ताओं के आवासीय परिसरों की भी तलाशी ली है, जिसमें प्रमोटरों में से एक डीके गोयल और कुछ कार्यालय शामिल हैं।
PMLA के तहत ईडी ने की कार्रवाई
ईडी ने कहा कि कोचिंग सेंटरों से लिए गए फंड को निजी लाभ या अन्य संस्थाओं में इस्तेमाल करने के आरोप हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोचिंग संस्थान के प्रमोटरों सहित दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में कई स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। ईडी की यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की जा रही है।
देशभर में इस संस्थान के हैं 73 सेंटर्स
बता दें कि FIITJEE इंजीनियरिंग के उम्मीदवारों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग प्रदान करता है और देश भर में इसके 73 सेंटर्स हैं। मार्च में, दिल्ली पुलिस के EOW ने FIITJEE लिमिटेड के खिलाफ कथित तौर पर छात्रों को वादा की गई सेवाएं प्रदान करने में विफल रहने और जनवरी के मध्य में अचानक परिचालन बंद करने का मामला दर्ज किया।