दिल्ली यूनिवर्सिटी के नॉन-कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड (NCWEB) के परीक्षा परिणाम में जीसस एंड मैरी कॉलेज के 500 स्टूडेंट के फेल होने का मामला गरमा गया है। दरअसल, सोमवार को कॉलेज कैंपस में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। वहीं इस मामले में डीयू प्रशासन ने जांच के भी आदेश दे दिए। कॉलेज प्रशासन ने कथित विसंगतियों को लेकर एक कर्मचारी के खिलाफ दिल्ली पुलिस से भी संपर्क किया है। हालांकि इसको लेकर न तो NCWEB और ना ही जीसस एंड मैरी कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई ऑफिशियल टिप्पणी आई है।
कॉलेज में हुआ विरोध प्रदर्शन
सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के सदस्यों ने जीसस एंड मैरी कॉलेज के बाहर न्याय की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और कार्रवाई की मांग करते हुए पोस्टर दिखाए। डीयू के एक अधिकारी के मुताबिक कॉलेज ने प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों से शिकायतें मिलने के बाद रिकॉर्ड रखने की प्रक्रिया में विसंगतियां पाई। उन्होंने कहा कि परीक्षा में कुछ विद्यार्थियों को उपस्थित होने के बावजूद उन्हें ‘‘अनुत्तीर्ण’’, ‘‘आवश्यक दोहराव’’ (ईआर) या ‘‘अनुपस्थित’’ चिह्नित किया गया था।
छात्राओं ने लगाए हैं ये आरोप
कॉलेज में प्रदर्शन कर रही छात्राओं का दावा है कि उन्होंने एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कॉलेज पर अनुचित व्यवहार का आरोप लगाया है। उनकी मांग है कि उनकी उत्तर पुस्तिकाएं दिखाई जाएं और उनके नतीजों में सुधार किया जाए। डीयू के एक अधिकारी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है तथा कॉलेज को इन विसंगतियों को तत्काल दूर करने का निर्देश दिया है।
एक वरिष्ठ डीयू अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर कोई विद्यार्थी परीक्षा में ‘फेल’ हो गया है, तो हम उसकी सहायता नहीं कर पाएंगे। हालांकि, जिन विद्यार्थियों को गलत तरीके से ‘फेल’ घोषित किया गया है, उनके लिए हमने कॉलेज को आवश्यक सुधार करने और संशोधित परिणाम जारी करने का निर्देश दिया है। इसके अतिरिक्त, कॉलेज ने एक कर्मी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जो रिकॉर्ड रखने में गड़बड़ी करने का दोषी पाया गया था।’’