28 नवंबर से दिल्ली में नर्सरी एडमिशन की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जो भी अभिभावक अपने बच्चे का एडमिशन नर्सरी, यूकेजी और पहली क्लास में कराना चाहते हैं वह 20 दिसंबर तक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में आवेदन कर सकते हैं। पहले ही दिन से नर्सरी में दाखिले के लिए स्कूलों में आवेदन आने शुरू हो गए थे, लेकिन उन पैरेंट्स के लिए एडमिशन प्रक्रिया थोड़ी मुश्किल बनी हुई है जो पहली बार अपने बच्चे का एडमिशन करा रहे हैं।
कैसे सही स्कूल का करें चयन?
पहली बार अपने बच्चे का एडमिशन कराने वाले पैरेंट्स सबसे ज्यादा चिंतित इस बात के लिए हैं कि वह अपने बच्चे के लिए सही स्कूल का चयन कैसे करें? अभिभावक यह सोच-विचार कर रहे हैं कि आखिर किन मानकों के आधार पर यह तय किया जाए कि कौन सा स्कूल उनके बच्चे के लिए बेस्ट है? ऐसे में आपको एक्सपर्ट की राय की सबसे ज्यादा जरूरत है जो यह बताएं कि आप किन मानकों के आधार पर सही स्कूल का चयन करें।
यहां हम आपको एक्सपर्ट के सुझाव के आधार पर ही ऐसे 5 पॉइंट बता रहे हैं जिनके आधार पर आप अपने बच्चे के लिए बेस्ट स्कूल का चयन कर सकते हैं।
घर और स्कूल के बीच कितना है डिस्टेंस?
अपने बच्चे के लिए स्कूल का चयन करने से पहले सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण बात दिमाग में ये रखें कि जिस स्कूल के लिए आप आवेदन कर रहे हैं वह आपके घर से कितना दूर है? आपके घर से बच्चे के स्कूल की दूरी जितना कम होगी उतना ही बच्चे के लिए और पैरेंट्स के लिए अच्छा होगा। स्कूल पास होने से बच्चे को थकान कम होगी और आपका ट्रांसपोर्टेशन का भी खर्चा बचेगा। साथ ही बच्चे को ट्रैवल करने में ज्यादा समय नहीं गंवाना पड़ेगा। एक्सपर्ट के मुताबिक, घर से स्कूल की उचित दूरी 5-8 किलोमीटर सही है।
ट्रांसपोर्ट की सुविधा और बच्चे की सेफ्टी का भी रखें ध्यान
स्कूलों में क्राइम की घटनाएं पिछले कुछ सालों में बहुत ज्यादा बढ़ी हैं। छोटे-छोटे बच्चे बड़े अपराध को अंजाम दे देते हैं। ऐसे में आप अपने बच्चे के लिए स्कूल का चयन करते वक्त वहां की सिक्योरिटी का आंकलन जरूर कर लें। इतना ही नहीं स्कूल की बस में भी बच्चे की सेफ्टी को ध्यान में रखें। बस के ड्राइवर और कंडक्टर का व्यवहार और उसके बैकग्राउंड के बारे में जरूर पता करें।
स्कूल का एकेडमिक लेवल कैसा है?
यह वाला पॉइंट बहुत ही महत्वपूर्ण है जो आपको अपने बच्चे के लिए स्कूल सेलेक्ट करते वक्त जरूर ध्यान में रखना है। स्कूल का एकेडमिक लेवल कैसा है यह जरूर जानें। पढ़ाई के अलावा एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज, एक्सपोजर के बारे में भी पता करें। क्योंकि बच्चों का ओवरऑल डेवलपमेंट जरूरी है। इसके अलावा स्कूल में कितनी भाषाएं आपके बच्चे को सिखाई जाएंगी यह भी जरूर जानें। एक्सपर्ट कहते हैं कि अब स्कूलों में फॉरेन लैंग्वेज भी सिखाई जाती है तो आप भी ऐसा स्कूल चुनें जहां फॉरेन लैंग्वेज सिखाई जाती हो।
स्कूल का इंफ्रास्ट्रक्चर
अपने बच्चे के लिए स्कूल का चयन करने से पहले इस बात का भी ध्यान रखें कि उस स्कूल का इंफ्रास्ट्रक्चर कैसा है? इसमें सिर्फ खूबसूरत बिल्डिंग होना ही जरूरी नहीं है बल्कि इसके अलावास्पोर्ट्स ग्राउंड, कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, ऑडिटोरियम, एम्फीथिएटर, स्मार्टक्लास भी शामिल है।