उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए एनडीए ने वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को अपना कैंडिडेट घोषित किया है। जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद खाली हुए इस पद 9 सितंबर को चुनाव होगा। हालांकि अभी UPA ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल के साथ-साथ तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं।

कितने पढ़े-लिखे हैं सीपी राधाकृष्णन?

संघ की पृष्ठभूमि से आने वाले चंद्रपुर पोन्नुसामी राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु के तिरुपुर में हुआ था। सीपी राधाकृष्णन कोंगू वेल्लाला गौंडर समुदाय से आते हैं। उनकी शुरुआती पढ़ाई यानी स्कूलिंग उनके होम टाउन से ही हुई। इसके बाद इन्होंने अपनी उच्च शिक्षा वी. ओ. चिदंबरम कॉलेज, तूतीकोरिन से प्राप्त की, जहां उन्होंने बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA) की डिग्री हासिल की। सीपी राधाकृष्णन शुरू से ही पढ़ाई में रूचि रखते थे।

कॉलेज लेवल पर टेबल टेनिस चैंपियन थे राधाकृष्णन

सीपी राधाकृष्णन शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ वे कॉलेज लेवल पर टेबल टेनिस के चैंपियन भी थे और कम उम्र से ही विविध प्रकार की रुचियों का प्रदर्शन करते रहे। 17 वर्ष की आयु से ही राधाकृष्णन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनसंघ से सक्रिय रूप से जुड़ गए थे। राजनीति में उनका औपचारिक प्रवेश 1974 में जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति में उनके चुनाव के साथ हुआ, जिसने उनके लंबे राजनीतिक सफर की नींव रखी।

अपनी पढ़ाई से ही पॉलिटिक्स में हासिल की महारत

सीपी राधाकृष्णन की पढ़ाई यानी उनका बीबीए करना भले ही उन्हें बिजनेस मैनेजमेंट में कोई खास मुकाम तक ना लेकर गया हो, लेकिन उन्होंने इसी डिग्री की मदद से पॉलिटिक्स में महारत जरूर हासिल की। दरअसल, उनका बीबीए करना मैनेजमेंट और संगठनात्मक कौशल में काफी काम आया। इस डिग्री की मदद से वह संसाधनों का सही इस्तेमाल करते हुए एक लक्ष्य की ओर बढ़ते गए। उनका यही स्किल उन्हें पॉलिटिक्स तक ले गया और संगठन में उन्हें नई-नई जिम्मेदारियां मिलती गईं।

जगदीप धनखड़ कितने पढ़े लिखे थे?

सीपी राधाकृष्णन से पहले जगदीप धनखड़ उपराष्ट्रपति थे। उन्हें जब यह जिम्मेदारी मिली थी तो उस वक्त वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले जगदीप धनखड़ ने अपनी शुरुआती पढ़ाई किठाना के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में पूरी की। इसके बाद उन्होंने घरधाना के सरकारी माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की थी। उन्हें पूर्ण योग्यता छात्रवृत्ति पर चित्तौड़गढ़ के आर्मी स्कूल में एडमिशन मिल गया था जिसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा उत्तीर्ण की।