सीबीएसई बोर्ड 12वीं के एग्जाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रद्द कर दिए हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कहा, “हमारे छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा।” इस अहम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई के चेयरमैन भी मौजूद थे। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा: “छात्रों का मूल्यांकन उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया जाना चाहिए।”
CBSE, ICSE Board Class 12 Exams 2021 LIVE Updates in English
साथ ही उन्होंने कहा कि देश में कोरोना के मामले घट रहे हैं लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी लॉकडाउन लगा हुआ है इसलिए इस तरह की तनावपूर्ण स्थिति में विद्यार्थियों को परीक्षाओं में बैठने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। मंगलवार सुबह को ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल ले जाया गया। बीते 21 अप्रैल को उनके कोरोना संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई थी।
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हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के तहत पढ़ाई कर रहे छात्रों को सीबीएसई की तर्ज पर प्रोमोट किया जाएगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान यह ऐलान किया। सीएम ने कहा कि भले ही कोविड के मामले राज्य में कम हो गए हों, लेकिन परीक्षाएं करवाने की स्थिति में अभी भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने सीबीएसई को लेकर जो निर्णय लिया है, उसी तर्ज पर हिमाचल में कार्य होगा।
कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर के कहर और तीसरे लहर की आशंका को देखते हुए सीबीएसई ने 12वीं की परीक्षा कैंसिल कर दी है। ऐसे में परीक्षा की तैयारी करने वाले मेधावी बच्चे अब इस बात को लेकर तनाव में हैं कि कहीं उन्हें सामान्य अंक देकर सिर्फ पास ना कर दिया जाए। बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों का भी कहना है कि बच्चों को अगर सामान्य अंक दे दिए गए तो उनका भविष्य क्या होगा?
स्कूल में स्टूडेंट्स की पुरानी परफॉर्मेंस के आधार पर ही सीबीएसई असेसमेंट पॉलिसी तैयार करेगा। क्लास 10 की असेसमेंट पॉलिसी को देखते हुए यह 12वीं के लिए यह पॉलिसी तीन साल की परफॉर्मेंस के आधार पर तय हो सकती है। इनमें क्लास 10 के बोर्ड रिजल्ट के अलावा पीरियॉडिक टेस्ट/ यूनिट टेस्ट/हाफ ईयर/मिड टर्म/फाइनल एग्जाम की परफॉर्मेंस देखी जा सकती है। हालांकि, सीबीएसई का कहना है कि अभी हम यह नहीं कह सकती है कि कौन सी परफॉर्मेंस देखी जाएगी और कितने मार्क्स दिए जाएंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, इस बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि परिणाम पूर्णत: स्पष्ट मानदंडों के अनुसार निष्पक्ष और समयबद्ध तरीक़े से तैयार किए जाएँ.
मेधावियों की जिज्ञासा पर सीबीएसई के सिटी कॉर्डिनेटर डॉ. वीके मिश्रा ने समाधान दिए। वेबिनार के दौरान छात्रों ने उनसे सवाल पूछे। बिना परीक्षा पास-फेल कैसे तय होगा। उन्होंने जवाब दिया कि रिजल्ट हर वर्ष की तरह जारी होगा। दसवीं, ग्यारहवीं और 12वीं की आंतरीक परीक्षा के आधार पर मार्किंग होगी।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के क्लास 12 के एग्जाम कैंसल हो चुके हैं और अब स्टूडेंट्स को इंतजार है सीबीएसई की असेसमेंट पॉलिसी का। मगर इस पॉलिसी को आने में करीब 10 दिन लग सकते हैं। सीबीएसई के लिए क्लास 10 के मुकाबले इन स्टूडेंट्स के लिए यह पॉलिसी बनाना एक बड़ी चुनौती है क्योकि यह ये स्टूडेंट्स स्कूल सिस्टम को छोड़कर हायर एजुकेशन सिस्टम में प्रवेश कर रहे हैं और इस असेसमेंट पॉलिसी से उनका यह रास्ता बनेगा।
इस कमेटी की पहली जिम्मेदारी महामारी काल में दसवीं का निष्पक्ष और भेदभाव रहित रिजल्ट तैयार करना है. कमेटी के सभी सदस्यों को पॉलिसी की बारीक जानकारी होना जरूरी है. इसके अलावा वो आपस में बातचीत करके इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी रखते हों.
दो टीचर कमेटी में बाहर से जोड़े जाएंगे, उनके बारे में यह सुनिश्चित किया जाए कि वो रिजल्ट के बारे में ईमानदारी से असेसमेंट करेंगे. ये टीचर भी सीबीएसई एफिलिएटेड स्कूल से होने चाहिए जो कि क्लास 10 को ही पढ़ाते रहे हों. लेकिन साथ ही ये भी याद रखना है कि कोई टीचर जो एक स्कूल की रिजल्ट कमेटी में है वो दूसरे स्कूल की कमेटी में शामिल नहीं होगा. दोनों स्कूल परस्पर यह सुनिश्चित जरूर कर लें. यही नहीं ये दो स्कूल एक ही मैनेजमेंट के नहीं होने चाहिए.
सीबीएसई की ओर से जारी पॉलिसी के एनेक्शचर वन में दिया गया है कि ये कमेटी किस तरह तैयार होगी. इस कमेटी का नाम रिजल्ट कमेटी होगा जिसके चेयरपर्सन स्कूल के प्रिंसिपल होंगे. इसके बाद जो पांच टीचर्स चुने जाएंगे वो ऐसे होंगे जो छात्रों के एकेडमिक परफॉर्मेंस से भलीभांति परिचित हों, अर्थात जिन्होंने इन बच्चों को पढ़ाया है और उनके संपर्क में रहे हैं.
आप अगर सोच रहे हैं कि सीबीएसई रिजल्ट को किस तरह पारदर्शी और सर्वग्राही तरीके से तैयार कर सकती है तो इसका जवाब है, बोर्ड द्वारा दसवीं के लिए तैयार की गई न्यू एग्जाम पॉलिसी. सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं के छात्रों का रिजल्ट तैयार करने के लिए जो पॉलिसी अपनाई है, उसमें सात स्कूल टीचर्स के साथ प्रिंसिपल को शामिल करते हुए एक रिजल्ट कमेटी बनाने की भी बात कही गई है. ये कमेटी रिजल्ट तैयार करने में पूरा रोल निभाएगी.
बैठक में शामिल केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि रिजल्ट तैयार करने के लिए इंटरनल परीक्षा को भी आधार पर बनाया जा सकता है। अभी तक छात्रों के जो 11वीं और 12 के जो दो इंटरनेल एग्जाम हुए हैं. उसके एसेसमेंट के आधार पर नतीजे आएंगे। हर एग्जाम में उनके दाखिले के लिए पिछले साल की तरह सुविधा भी रहेगी और आगे चलकर जब परिस्थिति नॉर्मल होगी तो परीक्षा दे सकते हैं।
अमेरिकी सरकार ने नौकरी से निकालने के मामले में कैमिनी से 2009 में औपचारिक रूप से माफी मांगी थी। जून 2010 में वॉशिंगटन डीसी ने उनके सम्मान में ड्यूपॉन्ट सर्कल के पास 17वीं स्ट्रीट एनडब्ल्यू का नाम फ्रैंक कैमिनी वे ( Frank Kameny Way) रखा। फ्रैंक कैमिनी का 2011 में 86 वर्ष की आयु में निधन हुआ.
मंगलवार को आयोजित बैठक में शामिल केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बताया कि कक्षा बारहवीं का परिणाम तैयार करने के लिए इंटरनल परीक्षा को भी आधार पर बनाया जा सकता है। यानी कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के इंटरनल परीक्षा के आधार पर कक्षा बारहवीं का अंतिम परिणाम तैयार किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री के फैसले के बाद सीबीएसई ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक अधिसूचना जारी की है। इसके मुताबिक कक्षा दसवीं बोर्ड की तरह कक्षा बारहवीं के लिए भी ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तैयार किया जाएगा। अगर कोई विद्यार्थी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किए गए परिणाम से संतुष्ट नहीं है, तो उसे परीक्षा देने का एक अवसर भी दिया जाएगा। स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा सभी विद्यार्थियों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द करने के लिए अभिभावकों व विद्यार्थियों की ओर से प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण सीबीएसई की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय देश भर के छात्रों के स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इससे उम्मीद लगाई जा रही है कि यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षाएं भी रद्द हो सकती हैं।
सीबीएसई की 12 वीं की परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। उत्तराखंड में भी 12 वीं की परीक्षा के लिए तैयारी पूरी कर ली गई थी। देहरादून रीजन में 333 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बोर्ड के क्षेत्रीय निदेशक रणवीर सिंह के मुताबिक 1100 स्कूलों के 87000 बच्चे बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत थे, लेकिन हालातों को देखते हुए परीक्षा रद्द करने का फैसला ठीक है।
अब इसके बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और राजस्थान समेत कई राज्यों में 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर पुनर्विचार किया जाएगा। संभव है इन राज्यों के साथ ही कई अन्य राज्यों में भी प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाए।
ISC 12th Board Exam 2021 cancelled: सीबीएसई के बाद आईएससी बोर्ड ने भी 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट (ISC) बोर्ड परीक्षा (कक्षा 12) रद्द करने का निर्णय प्रधानमंत्री के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद किया गया है। भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससीई) के अध्यक्ष डॉ जी इम्मानुएल ने बताया कि परिणामों को तैयार करने के संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है।
सीबीएसई ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि इस साल कक्षा 12 के मूल्यांकन करने के लिए क्राइटेरिया तैयार किया जाएगा. हालांकि अगर कोई छात्र परीक्षा में बैठना चाहता है तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई उन्हें ऐसा करने का विकल्प भी देगी. फिलहाल, मूल्यांकन किस क्राइटेरिया के जरिए किया जाएगा, इसकी घोषणा नहीं की गई है.
परीक्षा रद्द करने की जानकारी देते हुए केंद्र सरकार ने कहा कि अब राज्यों के पास भी 12वीं परीक्षा रद्द करने का विकल्प होगा।। हालांकि 12वीं परीक्षा रद्द किए जाने को लेकर राज्यों पर कोई बाध्यता नहीं होगी। ऐसे में अब कई स्टेट बोर्डों द्वारा परीक्षाए रद्द किए जाने की संभावनाएं पैदा हो गई हैं।
बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। कोरोना के बीच बच्चों पर तनाव डालना ठीक नहीं है। पीएम ने कहा कि कोरोना काल के माहौल में बच्चों को तनाव देना उचित नहीं है। बच्चों की जान खतरे में नहीं डाल सकते हैं। 12वीं कक्षा के नतीजे समयबद्ध तरीके से एक अच्छी तरह से परिभाषित उद्देश्य मानदंड के तहत बनाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह, रक्षा, वित्त, वाणिज्य, सूचना और प्रसारण, पेट्रोलियम और महिला एवं बाल विकास मंत्री और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव और स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा विभागों के सचिवों के साथ हुई इस बैठक में यह भी निर्णय लिया कि सीबीएसई 12वीं कक्षा के छात्रों के परिणामों को बेहतर तरीके से परिभाषित मानदंड के अनुसार तैयार किया जाएगा।
यह निर्णय बच्चों के हित में लिया गया है। हालांकि इसके बाद की प्रक्रिया भी बराबर महत्व की है और बच्चों के मूल्यांकन का मानक तय करने के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें यह ध्यान रखना होगा कि बहुत-से बच्चे अंतिम चरण की तैयारी तक तन-मन से करते हैं और इसलिए उन्हें इसका उचित लाभ दिया जाना चाहिए।
चारु वाही, प्राचार्य, निर्मल भारतीया स्कूल
बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने के इस निर्णय से विद्यार्थियों और अभिभावकों के सामने मामला स्पष्ट हो गया है और सभी का तनाव भी कम हुआ है। हालांकि किसी विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिहाज से कक्षा 12 की परीक्षाओं की गंभीरता देखते हुए यह निर्णय लेना आसान नहीं था। परंतु सरकार के पास कोई विकल्प नहीं था क्योंकि विद्यार्थियों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है। अब सीबीएसई के सामने चुनौती 12 वीं कक्षा के मूल्यांकन का वैकल्पिक मानक कायम करने का है। नई ग्रेडिंग व्यवस्था में विलंब या भ्रम होने से विद्यार्थियों में असमंजस और तनाव पैदा होगा। इस सिलसिले में भारतीय विश्वविद्यालयों को प्रवेश के मानक में संशोधन को लेकर स्पष्ट निर्देश देना लाजमी होगा ताकि विद्यार्थियों की योग्यता और निष्पक्षता से कोई समझौता न हो।- विष्णु कार्तिक, सीईओ, द हेरिटेज स्कूल्स
आज के हालात देखते हुए सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं रद्द करना सही फैसला है। बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ किए बिना हम परीक्षा नहीं ले सकते थे। इसलिए हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं। आशा है इसके सभी भागीदारों से सलाह कर शीघ्र ही इस मुद्दे का हल निकाला जाएगा। - प्रवीण राजू, सह-अध्यक्ष, फिक्की अराइज; संस्थापक, सुचित्रा अकादमी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री को आभार प्रकट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि - 'आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय देश भर के छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा की दिशा में बढ़ाया गया महत्वपूर्ण कदम है। सभी छात्रों व अभिभावकों की ओर से आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार।'
प्रियंका गांधी ने ट्वीट करके 12वीं के छात्रों को बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा - 12वीं कक्षा के छात्रों को आपकी आवाज उठाने के लिए बधाई। सभी के सुखद, स्वस्थ और उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं। कक्षा 12 के छात्रों के लिए मूल्यांकन मानदंड जल्द ही जारी किया जाएगा।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा: "छात्रों का मूल्यांकन उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया जाना चाहिए।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह, रक्षा, वित्त, वाणिज्य, सूचना और प्रसारण, पेट्रोलियम और महिला एवं बाल विकास मंत्री और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव और स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा विभागों के सचिवों के साथ हुई इस बैठक में यह भी निर्णय लिया कि सीबीएसई 12वीं कक्षा के छात्रों के परिणामों को बेहतर तरीके से परिभाषित मानदंड के अनुसार तैयार किया जाएगा।
12वीं परीक्षा को लेकर दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया ट्वीट। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि 12वीं की परीक्षा को लेकर बच्चे और पेरंट्स काफ़ी चिंतित हैं। वे चाहते हैं कि बिना वैक्सिनेशन, 12वी की परीक्षा नहीं होनी चाहिए। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि 12वीं की परीक्षा रद्द की जाए। पिछले performance के आधार पर उन्हें आँकलन किया जाए।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कहा, "हमारे छात्रों का स्वास्थ्य और सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है और इस पहलू पर कोई समझौता नहीं होगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में घोषणा की है कि 12वीं की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। इस अहम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई के चेयरमैन भी मौजूद थे।
ट्विटर पर #cancelboardexams2021 ट्रेंड कर रहा है। कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के बीच, छात्रों और अभिभावकों ने जारी कोविड संकट को देखते हुए 12 वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग करना जारी रखा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को सभी हितधारकों के साथ व्यापक चर्चा के बाद "सभी संभावित विकल्पों" के बारे में बताया जाएगा।
12वीं के एग्जाम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक शुरु हो चुकी है। इस अहम बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर और सीबीएसई के चेयरमैन भी मौजूद हैं।
महाराष्ट्र एसएससी, या कक्षा 10, के परिणाम जून के अंत तक घोषित किए जाएंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि कक्षा 11 में प्रवेश के लिए एक सामान्य प्रवेश परीक्षा (CET) आयोजित की जाएगी, हालांकि यह वैकल्पिक होगी। जो छात्र सीईटी के लिए उपस्थित होंगे, उन्हें कक्षा 11 में प्रवेश में प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अन्य शिक्षा बोर्डों के छात्र भी यह परीक्षा दे सकते हैं। दो घंटे तक चलने वाली यह परीक्षा कक्षा 10 के पाठ्यक्रम पर आधारित होगी।
सीबीएसई ने स्कूलों से कक्षा 10 के उन छात्रों के साथ एक-एक टेलीफोन असिस्मेंट करने को कहा है जो पूरे वर्ष किसी भी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। कोविड की स्थिति के बीच, बोर्ड ने कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी है ।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को केंद्र से अपील की कि वह कोविड की स्थिति को देखते हुए कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द करे और सुझाव दिया कि छात्रों का मूल्यांकन पिछले प्रदर्शन के आधार पर किया जाए।
12वीं परीक्षा को लेकर दिल्ली मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि 12वीं की परीक्षा को लेकर बच्चे और पेरंट्स काफ़ी चिंतित हैं। वे चाहते हैं कि बिना वैक्सिनेशन, 12वी की परीक्षा नहीं होनी चाहिए। मेरी केंद्र सरकार से अपील है कि 12वीं की परीक्षा रद्द की जाए। पिछले performance के आधार पर उन्हें आँकलन किया जाए।