केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज, 1 जून 2021 को 12वीं की परीक्षा की तारीख और फॉर्मेट की घोषणा कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 12वीं बोर्ड सीबीएसई की परीक्षा रद्द करने की याचिका पर 31 मई 2021 को सुनवाई की। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि वह दो दिनों में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला करेगा। सुप्रीम कोर्ट 3 जून को मामले की सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन के समय पर सहमति जताते हुए केंद्र और सीबीएसई से गुरुवार तक अपना फैसला साझा करने को कहा है। न्यायमूर्ति खानविलकर ने अटॉर्नी जनरल से कहा, आप एक निर्णय लें। लेकिन अगर आप परीक्षा आयोजित नहीं करने के लिए पिछले साल लिए गए निर्णय से विचलित हो रहे हैं, तो आपको हमें अच्छे कारण बताना चाहिए।
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इस महामारी के बीच कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई की यह दूसरी तारीख थी। शीर्ष अदालत ने 28 मई को न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अगुवाई वाली पीठ ने याचिका पर सुनवाई की थी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में याचिकाकर्ता सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट ममता शर्मा को केंद्र, सीबीएसई और सीआईएससीई को एडवांस कॉपी देने को कहा। कोर्ट ने आगे कहा था कि केंद्र, सीबीएसई के सुनवाई के लिए उपस्थित होने के बाद वे 31 मई को याचिका पर फैसला करेंगे।
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एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर याचिका में केंद्र, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) को सीबीएसई और आईसीएसई कक्षा 12 की परीक्षाओं को रद्द करने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिका में, अधिवक्ता ने उच्चतम न्यायालय से राष्ट्रीय परीक्षा आयोजित करने वाले अधिकारियों को विशिष्ट समय सीमा के भीतर वस्तुनिष्ठ पद्धति के आधार पर कक्षा 12 के परिणाम घोषित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, लगभग 7000 अभिभावकों ने भी इस महामारी के बीच कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय का रुख किया है।
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Highlights
कोरोना के मद्देनजर काफी विचार करने के बाद, केंद्र सरकार ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को लेकर तीन विकल्प रखे थे।
A: केवल प्रमुख विषयों के लिए परीक्षा आयोजित करना।
B: लघु उत्तर प्रकार के प्रश्नों सहित एक नए प्रारूप पर परीक्षा आयोजित करना।
C: छात्रों का उनके प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन करना पिछले तीन शैक्षणिक वर्षों में।
केंद्र सरकार द्वारा सीबीएसई कक्षा 12वीं परीक्षा 2021 के फैसले की घोषणा 1 जून, 2021 को किए जाने की संभावना नहीं है। शिक्षा मंत्रालय अदालत के फैसले के बाद ही घोषणा कर सकता है। कक्षा 12 की परीक्षा रद्द करने के संबंध में अगली सुनवाई 3 जून, 2021 को होगी।
CBSE और ICSE की 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग पर 31 मई 2021, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने मामले की सुनवाई 3 जून तक के लिए टाल दी है।
राज्य सरकारें सीबीएसई कक्षा 12 परीक्षाओं कराने को लेकर प्रक्रिया और प्रारूप के बारे में अपने विस्तृत सुझाव मंत्रालय को पहले ही सौंप चुकी हैं। इसके अलावा, 31 मई को सुप्रीम कोर्ट में, 12वीं बोर्ड परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका पर दूसरी बार सुनवाई भी हो चुकी है। अब सभी की नजरें केंद्र सरकार भी टिकी हुई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा बारहवीं बोर्ड परीक्षा को 15 जुलाई से लेकर 26 अगस्त के बीच में आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव के हिसाब से बोर्ड परीक्षा का परिणाम सितम्बर में जारी किया जाएगा।
राज्यों ने 12वीं की परीक्षा को लेकर अपने सुझाव केंद्र को भेजने का काम कर दिया है. कई राज्य सीबीएसई द्वारा दिए गए ऑप्शन मल्टीपल प्रश्नों वाली परीक्षा के पक्ष में है.
सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर 1 जून यानी कल फैसला आ सकता है. कोविड-19 की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई और सीआईएससीई 12वीं कक्षा की लंबित बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहा है. इनमें परीक्षाएं रद्द करना और वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति अपनाना या संक्षिप्त प्रारूप में परीक्षा कराना शामिल हैं।
वहीं बता दें कि CBSE और ICSE की 12वीं की परीक्षा रद्द करने की मांग पर 31 मई 2021, सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने मामले की सुनवाई 3 जून तक के लिए टाल दी है. केंद्र की ओर से एटॉर्नी जनरल वेणुगोपाल ने कहा है कि सरकार 2 दिन में अंतिम फैसला ले लेगी. इसलिए सुनवाई गुरुवार के लिए टाल दी जाए. केंद्र ने कोर्ट को दो दिन के भीतर अपना आखिरी फैसला अवगत कराए जाने की बात कही।
वहीं राज्यों ने भी 12वीं की परीक्षा को लेकर अपने सुझाव केंद्र को भेज दिया है. कई राज्य सीबीएसई द्वारा दिए गए ऑप्शन मल्टीपल प्रश्नों वाली परीक्षा के पक्ष में है. वहीं कुछ राज्यों ने परीक्षा से पहले स्टूडेंट्स और शिक्षकों के वैक्सीनेशन कराए जाने पर जोर दिया है।
सीबीएसई के अनुसार, परीक्षा में प्रश्न "बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे ... वस्तुनिष्ठ और बहुत कम उत्तर प्रकार के प्रश्नों के मौजूदा पैटर्न पर आधारित" होनी चाहिए .
सीबीएसई ने सुझाव दिया कि कोविड -19 महामारी से प्रभावित छात्रों को समायोजित करने के लिए कक्षा 12 की परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जा सकती हैं.
प्रश्न पत्र में कक्षा 12 का निर्दिष्ट पाठ्यक्रम शामिल होगा, जिसे सीबीएसई के छात्रों के लिए महामारी को देखते हुए 30 प्रतिशत कम कर दिया गया है।
यह सुझाव दिया गया है कि परीक्षा केवल 19 प्रमुख विषयों के लिए आयोजित की जानी चाहिए।
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा उनके अपने स्कूलों में आयोजित की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि छात्रों को अधिक यात्रा न करनी पड़े.
यह सुझाव दिया गया था कि मूल तीन घंटे के प्रारूप के बजाय, परीक्षा 1.5 घंटे या 90 मिनट में काटे गए संस्करण में आयोजित की जानी चाहिए.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की परीक्षाओं कर रद्द करने या आयोजित करने पर आज, 01 जून 2021 को बड़ा ऐलान हो सकता है। सीबीएसई और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) की कक्षा 12 की परीक्षाओं को रद्द कीए जाने की लगातार मांग की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना सरकार ने स्कूली छात्रों के लिए गर्मी की छुट्टियों को 15 जून तक बढ़ा दिया है। इससे पहले राज्य सरकार ने 27 मई 31 से शुरुआती गर्मी की छुट्टी की घोषणा की थी।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र से छात्रों को परीक्षा के लिए बुलाने से पहले टीकाकरण करने का आग्रह किया था। शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में सिसोदिया ने कहा कि अगर केंद्र 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए टीकों की व्यवस्था नहीं कर सकती है, तो बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी जानी चाहिए और छात्रों को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नत किया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार ने एक हलफनामे में बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया कि कक्षा 12 की परीक्षाएं वर्तमान में स्थगित कर दी गई हैं और इस पर अंतिम निर्णय केंद्र द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर कदम उठाने के बाद लिया जाएगा।
अधिकांश राज्य कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने के पक्ष में हैं। कई राज्यों ने सीबीएसई द्वारा अगस्त में प्रमुख विषयों के लिए छोटी अवधि की परीक्षाओं के बारे में प्रस्तावित विकल्प का समर्थन किया है। केंद्र सरकार ने राज्यों से लिखित में सुझाव भी मंगवाए थे। उन पर भी विचार जारी है। हालांकि, कोविड-19 स्थिति की अभी भी समीक्षा की जा रही है और अन्य परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं।
छात्रों के लिए CGBSE 12वीं हॉल टिकट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cgbse.nic.in पर जारी कर दिए गए हैं। कक्षा 12वीं CGBSE की परीक्षा कल, 1 जून से 5 जून तक आयोजित की जाएगी। छात्रों को घर से कक्षा 12 CGBSE की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी।
CISCE ने संबद्ध स्कूलों से इस सत्र के दौरान कक्षा 11 में कक्षा 12 के छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों का औसत जमा करने को कहा है। स्कूलों को औसत अंक 7 जून 2021 तक जमा करने होंगे।
उत्तर प्रदेश बोर्ड ने कोविड महामारी को देखते हुए 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। बोर्ड अब 10वीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट करेगा। बोर्ड जल्द ही मूल्यांकन मानदंड की घोषणा करेगा।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 31 मई को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को पत्र लिखकर उनसे सीबीएसई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने अपने परिसरों को 7 जून तक बंद रखने का फैसला किया है। जेएनयू ने सिक्योरिटी ब्रांच को निर्देश दिया है कि वह मास्क पहनने और कैंपस के अंदर सभी क्षेत्रों में सामाजिक दूरी बनाए रखने का निर्देश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन के समय पर सहमति जताते हुए केंद्र और सीबीएसई से गुरुवार तक अपना फैसला साझा करने को कहा है। न्यायमूर्ति खानविलकर ने अटॉर्नी जनरल से कहा, आप एक निर्णय लें। लेकिन अगर आप परीक्षा आयोजित नहीं करने के लिए पिछले साल लिए गए निर्णय से विचलित हो रहे हैं, तो आपको हमें अच्छे कारण बताना चाहिए।
उम्मीद की जा रही है कि सीबीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षा आयोजित करने या स्थगित रखने के फैसले की घोषणा कल कर सकता है। बोर्ड छात्रों के एग्जाम टाइप और नियमों के बारे में जानकारी दे सकता है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री को एक पत्र लिखा है। उन्होंने 12वीं कक्षा की सीबीएसई परीक्षा के संबंध में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से प्राप्त विभिन्न सुझावों को संक्षेप में प्रस्तुत किया है।
नियमित और निजी छात्रों के लिए CGBSE 12 वीं हॉल टिकट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट - cgbse.nic.in पर जारी कर दिए गए हैं। कक्षा 12वीं CGBSE की परीक्षा कल, 1 जून से 5 जून तक आयोजित की जाएगी। छात्रों को घर से कक्षा 12 CGBSE की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी।
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि वह दो दिनों में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला करेगा। सुप्रीम कोर्ट 3 जून को मामले की सुनवाई फिर से शुरू करेगा।
नियमित और निजी छात्रों के लिए CGBSE 12वीं हॉल टिकट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cgbse.nic.in पर जारी कर दिए गए हैं। कक्षा 12वीं CGBSE की परीक्षा कल, 1 जून से 5 जून तक आयोजित की जाएगी। छात्रों को घर से कक्षा 12 CGBSE की बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी।
अधिकांश राज्य कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने के पक्ष में हैं। कई राज्यों ने सीबीएसई द्वारा अगस्त में प्रमुख विषयों के लिए छोटी अवधि की परीक्षाओं के बारे में प्रस्तावित विकल्प का समर्थन किया है। केंद्र सरकार ने राज्यों से लिखित में सुझाव भी मंगवाए थे। उन पर भी विचार जारी है। हालांकि, कोविड-19 स्थिति की अभी भी समीक्षा की जा रही है और अन्य परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र से छात्रों को परीक्षा के लिए बुलाने से पहले टीकाकरण करने का आग्रह किया था। शिक्षा मंत्री को लिखे पत्र में सिसोदिया ने कहा कि अगर केंद्र 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए टीकों की व्यवस्था नहीं कर सकती है, तो बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी जानी चाहिए और छात्रों को उनके पिछले प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नत किया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश बोर्ड ने कोविड महामारी को देखते हुए 10वीं की परीक्षा रद्द कर दी है। बोर्ड अब 10वीं कक्षा के छात्रों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट करेगा। बोर्ड जल्द ही मूल्यांकन मानदंड की घोषणा करेगा।
केंद्र सीबीएसई कक्षा 12 बोर्ड परीक्षा 2021 आयोजित करने के लिए इच्छुक है, उसने राज्यों में कोविड से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए संबंधित बोर्डों पर निर्णय लेने के लिए इसे राज्यों पर छोड़ दिया है।
जस्टिस एएम खानविलकर ने केंद्र से कहा कि आप फैसला जरूर कीजिए। मगर आप पिछले साल की तरह परीक्षा न कराने के फैसले से इतर कोई फैसला करते हैं तो आपको हमें अच्छे तर्क जरूर देने होंगे। अदालत ने कहा कि जो ठीक लगे, वह फैसला कीजिए मगर याचिकाकर्ता ने कहा है कि पिछले साल की नीति ही अपनाई जानी चाहिए।
आपको बता दें कि शीर्ष अदालत ने 26 जून 2020 को CBSE और CISCE को कोरोना के चलते 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच शेड्यूल परीक्षाएं रद्द करने की इजाजत दी थी और पेपर में मार्क्स देने के सरकार द्वारा सुझाए फॉर्मूले पर मुहर लगाई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन के समय पर सहमति जताते हुए केंद्र और सीबीएसई से गुरुवार तक अपना फैसला साझा करने को कहा है। न्यायमूर्ति खानविलकर ने अटॉर्नी जनरल से कहा, आप एक निर्णय लें। लेकिन अगर आप परीक्षा आयोजित नहीं करने के लिए पिछले साल लिए गए निर्णय से विचलित हो रहे हैं, तो आपको हमें अच्छे कारण बताना चाहिए।
न्यायाधीश पूछते हैं कि इस स्थिति में पिछले साल अपनाई गई नीति का फिर से पालन क्यों नहीं किया जा रहा है। यदि नीति में कोई परिवर्तन अपनाया जाता है, तो सरकार को विचलन का एक अच्छा कारण बताना चाहिए। न्यायाधीश ने कहा कि याचिकाकर्ता की राय है कि पिछले साल की गई नीति इस साल भी अच्छी है क्योंकि ऐसी ही स्थिति पैदा हुई थी। एजी ने जवाब दिया कि पिछले साल केवल कुछ पेपर की परीक्षा बाकी थी, इसलिए स्थिति अलग थी।
केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि वह दो दिनों में कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला करेगा। सुप्रीम कोर्ट 3 जून को मामले की सुनवाई फिर से शुरू करेगा।
अधिकांश राज्य कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने के पक्ष में हैं। कई राज्यों ने सीबीएसई द्वारा अगस्त में प्रमुख विषयों के लिए छोटी अवधि की परीक्षाओं के बारे में प्रस्तावित विकल्प का समर्थन किया है। केंद्र सरकार ने राज्यों से लिखित में सुझाव भी मंगवाए थे। उन पर भी विचार जारी है। हालांकि, कोविड-19 स्थिति की अभी भी समीक्षा की जा रही है और अन्य परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं।
CISCE ने संबद्ध स्कूलों से इस सत्र के दौरान कक्षा 11 में कक्षा 12 के छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों का औसत जमा करने को कहा है। स्कूलों को औसत अंक 7 जून 2021 तक जमा करने होंगे।
याचिकाकर्ता अधिवक्ता ममता शर्मा ने कोरोना के कारण कक्षा 12 की परीक्षा रद्द करने के इच्छुक छात्रों पर पाई चार्ट दिखाते हुए डेटा साझा किया है।