सीबीएसई बोर्ड एग्जाम की शुरुआत 15 फरवरी से हो गई थी। परीक्षाओं का दूसरा हफ्ता शुरू हो गया है। मंगलवार को 10वीं का सोशल साइंस का पेपर है। यह एक ऐसा विषय है जिसमें स्टूडेंट्स का प्रयास रहता है कि वह अधिक से अधिक मार्क्स हासिल कर सकें जिससे कि उनका ओवरऑल रिजल्ट बेहतर हो जाए। सोशल साइंस विषय में इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र विषय शामिल हैं। ये सब मिलकर सोशल साइंस को काफी व्यापक और स्कोरिंग सब्जेक्ट बनाते हैं।
सैंपल पेपर से समझें एग्जाम पैटर्न
सोशल साइंस सब्जेक्ट के पेपर का पैटर्न जानने के लिए आप इस विषय का सैंपल पेपर देख सकते हैं। सैंपल पेपर बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbseacademic.nic.in पर उपलब्ध हैं। सीबीएसई कक्षा 10 एसएसटी बोर्ड एग्जाम में पाठ्यक्रम में उनके महत्व के कारण कुछ विषयों पर लगातार जोर दिया गया है। इस विषय में इतिहास, भूगोल, राजनीतिक विज्ञान और अर्थशास्त्र विषयों पर ज्यादा जोर दिया जाता है।
इन चैप्टर पर दें विशेष ध्यान
भारत में राष्ट्रवाद और यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय जैसे अध्याय इतिहास विषय में महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन आदि पर भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं। साथ ही जर्मनी और इटली का एकीकरण और शेष यूरोप पर फ्रांसीसी क्रांति का प्रभाव भी अवश्य ही पूछा जाना चाहिए।
भूगोल में जल संसाधन, वर्षा जल संचयन और कृषि से आमतौर पर MCQ या 2 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं।
राजनीति विज्ञान में राजनीतिक दलों और संघवाद जैसे अध्यायों में राजनीतिक दलों के लिए चुनौतियां, दलों को मजबूत करने के लिए सुधार, राजनीतिक दलों के कार्य, बहुसंख्यकवाद, समायोजन और भाषा नीति जैसे विषय महत्वपूर्ण हैं।
अर्थशास्त्र में धन और ऋण, भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्र जैसे अध्यायों में ऋण के औपचारिक और अनौपचारिक स्रोत, SHG, पिछले कुछ वर्षों में तृतीयक क्षेत्र की वृद्धि और प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्रों के बीच तुलना जैसे विषय महत्वपूर्ण हैं।
पेपर से एक दिन पहलें कैसी रखें तैयारी?
सोशल साइंस के पेपर से एक दिन पहले या फिर पेपर वाले दिन डिटेल में पढ़ाई से बेहतर है कि शॉर्ट रिवीजन जरूर कर लें। मुख्य अवधारणाओं, कीवर्ड और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का गहन अभ्यास करने की आवश्यकता है। शॉर्ट रिवीजन में NCERT के मुख्य बिंदुओं, कीवर्ड और प्रत्येक अध्याय के माइंड मैप्स को अच्छी तरह से पढ़ लें।