सीबीएसई बोर्ड एग्जाम की शुरुआत 15 फरवरी 2025 से हो रही है। इस दौरान 10वीं की परीक्षा 18 मार्च तक और 12वीं की परीक्षा 4 अप्रैल 2025 तक चलेंगी। 10वीं और 12वीं को मिलाकर कुल 44 लाख के करीब बच्चे इस साल बोर्ड परीक्षा में उपस्थित होंगे। बोर्ड ने एडमिट कार्ड कुछ दिन पहले जारी कर दिए थे जो कि स्कूल की ओर से छात्रों को या तो मिल गए हैं या फिर कुछ दिन में दे दिए जाएंगे।
12वीं के बाद बच्चों के मन में होते हैं ये सवाल
हर साल 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को न सिर्फ इन एग्जाम की चिंता होती है बल्कि इन परीक्षाओं के बाद आगे क्या करना है इसको लेकर भी चिंता रहती है। 12वीं के बाद अधिकतर बच्चों का प्लानिंग होती है कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में अपने पसंदीदा कोर्स में दाखिला लिया जाए, लेकिन उसको लेकर छात्र काफी कन्फ्यूज रहते हैं कि एडमिशन कैसे होगा? कितने मार्क्स चाहिए और क्या एडमिशन के लिए कोई परीक्षा देनी होगी? ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब हम इस आर्टिकल में आपको देंगे।
कॉलेज में कैसे मिलेगा दाखिला?
12वीं के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में दाखिला लेने की योजना बना रहे छात्रों के लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि वहां एडमिशन के लिए कम से कम कितने मार्क्स चाहिए? आपको बता दें कि 12वीं के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए एक परीक्षा आयोजित की जाती है जिसका नाम केंद्रीय विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) है। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को 12वीं में कम से कम 50 फीसदी अंक लाने होंगे। एससी और एसटी के लिए यह आंकड़ा 45 फीसदी है।
परीक्षा पास करने के बाद पात्र होंगे एडमिशन के लिए
12वीं में कम से कम 50 फीसदी अंक लाने के बाद आप सीयूईटी परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यह परीक्षा अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट दोनों स्तर के कोर्सेस में एडमिशन के लिए आयोजित होती है। यह परीक्षा किसी भी विषय में दी जा सकती है। छात्र अधिकतम 5 विषयों का रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन करने के बाद इस परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट केंद्रीय विश्वविद्यालय के किसी भी कॉलेज में एडमिशन के लिए पात्र हो जाते हैं। उसके बाद कॉलेज क्राइटेरिया के आधार पर दाखिला मिलता है।