केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली है। पैरेंट्स ने याचिका में, COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया है। पीआईएल में कहा है कि 12वीं की शेष बची हुईं परीक्षाएं रद्द हों और छात्रों के परिणाम, आंतरिक मूल्यांकन अंकों के साथ औसत आधार पर तैयार होने चाहिए। परीक्षा की डेट्स की जानकारी पिछले माह ही आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी गई है। बोर्ड ने 01 जुलाई से 15 जुलाई 2020 तक शेष बचे हुए 12वीं के एग्जाम्स आयोजित करने का फैसला लिया है।
CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020 Latest Update Check Here
इसके साथ ही बोर्ड ने स्टूडेंट्स को अपना एग्जाम सेंटर बदलने की भी इजाज़त दी है। स्टूडेंट्स को सेंटर बदलने की स्थिति में अपने स्कूल को बताना होगा कि वह किस सेंटर पर एग्जाम दे रहे हैं। सीबीएसई बोर्ड ने एग्जाम सेंटर्स की संख्या भी पहले से 5 गुना बढ़ा दी है। पहले देशभर में केवल 3000 सेंटर्स पर एग्जाम चल रहे थे अब यह संख्या बढ़ाकर 15,000 कर दी गई है। बोर्ड की तरफ से जारी किसी भी ताजा अपडेट के लिए छात्र यहां नज़र बनाकर रखें।
Board Exam Date, Result 2020 LIVE Updates: Check Here
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड ये जानकारी 01 अप्रैल को जारी अपने सर्कुलर में पहले ही दे चुका है।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं पहले तय किए गए एग्जाम सेंटर्स के बजाय छात्रों को अपने स्कूल में ही होगी। ऐसे स्कूल जो कंटेनमेंट ज़ोन में आते हैं, वहां परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी। कंटेनमेंट ज़ोन में एग्जाम सेंटर न बनाने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन, पास, मापदंड के बारे में विभिन्न सोशल मीडिया समूहों के माध्यम से फर्जी खबरें फैलाने वालों की जांच कर रही है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईटी अधिनियम के तहत उचित कर्रवाई की जाएगी।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा आज ही की गई है।
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के IAS मनोज आहूजा को CBSE के नए चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने IAS अनीता करवाल की जगह ली। इससे पहले, वह लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में विशेष निदेशक थे।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
अगला पेपर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए केमेस्ट्री का होगा। इसका सब्जेक्ट कोड 043 है तथा परीक्षा की टाइमिंग वही रहेगी। यह एग्जाम सोमवार 06 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
बोर्ड की परीक्षाएं 01 जुलाई से होमसाइंस के एग्जाम के साथ शुरू होंगी। आज परीक्षा का पूरा शिड्यूल जारी कर दिया गया है। सब्जेक्ट कोड 064 यानी होम साइंस सब्जेक्ट की परीक्षा 01 जुलाई को सुबह 10:30 बजे से 01:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
सीबीएसई 10वीं बोर्ड के छात्रों की केवल इन 6 सब्जेक्ट्स की परीक्षाएं होनी हैं। हिंदी कोर्स-ए, हिंदी कोर्स-बी, इंग्लिश, इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिट्रेचर, साइंस तथा सोशल साइंस। अन्य किसी सब्जेक्ट के पेपर अब नहीं कराए जाएंगे। रिजल्ट भी इन्हीं के आधार पर तैयार किया जाएगा।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड ये जानकारी 01 अप्रैल को जारी अपने सर्कुलर में पहले ही दे चुका है।
02 जुलाई को हिंदी इलेक्टिव का एग्जाम होगा। जिसका कोड 002 है। इसके अलावा हिंदी कोर भी उसी दिन होगा। इसका कोड 302 है। यह एग्जाम भी सुबह 10:30 से दोपहर 01:30 बजे तक होगा।
चौथी परीक्षा 04 जुलाई को अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की होगी। सब्जेक्ट कोड 055 यानी अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की परीक्षा भी सुबह की शिफ्ट यानी 10:30 बजे से 1:30 बजे तक ही आयोजित की जाएगी।
CBSE बोर्ड ने अपनी बची हुई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेट शीट अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी थी। छात्र पूरा एग्जाम शिड्यूल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर डाउनलोड कर सकते हैं।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। 01 जुलाई से परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं पहले तय किए गए एग्जाम सेंटर्स के बजाय छात्रों को अपने स्कूल में ही होगी। ऐसे स्कूल जो कंटेनमेंट ज़ोन में आते हैं, वहां परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी। कंटेनमेंट ज़ोन में एग्जाम सेंटर न बनाने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने राज्य सरकारों से कहा कि वे अपनी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करें और ऐसा करने में CBSE की सहायता करें। सभी बोर्ड अब एक एक कर जल्द परीक्षा के रिजल्ट जारी करना शुरू करेंगे।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्र संचालित स्कूल बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर्स को घर पर देने की योजना बना रहा है और इसलिए, राज्य प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। टीचर्स वर्क फ्रॉम होम करते हुए कॉपियां चेक करें तो रिजल्ट जल्द जारी हो सकते हैं।
एचआरडी मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने बीबीसी न्यूज हिंदी यूट्यूब चैनल को दिए एक साक्षात्कार में बताया कि 16 मार्च के बाद से बंद हुए स्कूल और कॉलेज अगस्त 2020 के बाद फिर से खुल जाएंगे। लगभग 33 करोड़ छात्र अपनी कनफ्यूजन को दूर करने के लिए स्कूल के फिर से खोलने की खबर का इंतजार कर रहे हैं।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
परीक्षाओं का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, CBSE ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसे एग्जाम सेंटर देने का फैसला किया है जो एक परीक्षा केंद्र से दूसरे में स्थानांतरित होने वाले उम्मीदवारों के लिए नोडल परीक्षा केंद्र होगा।
CBSE ने छात्रों के बीच सुरक्षित और स्वस्थ डिजिटल आदतों को सुनिश्चित करने के लिए एक ‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ जारी की है। बोर्ड ने कहा कि लोगों में यह गलत धारणा बनी है कि छात्र डिजिटल प्लेटफार्म के बारे में अधिक जानकार होते हैं क्योंकि वे टेक्नोलॉजी के प्रति ज्यादा सहज हैं।
JEE Main 2020 परीक्षा 18 से 23 जुलाई तक आयोजित की जानी है। आयोग बीते सप्ताह ही परीक्षा की तिथि जारी कर चुका है। परीक्षा की पूर्वनिर्धारित तिथियों में COVID19 के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन के चलते बदलाव करना पड़ा था।
सीबीएसई ने मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। 15 जून तक 10वीं के सभी विषयों का मूल्यांकन पूरा हो सकता है। दिल्ली क्षेत्र को छोड़ देश भर में 10वीं परीक्षा का रिजल्ट 20 जून तक आ सकता है। दिल्ली में अभी परीक्षाएं होना बाकी हैं जिसके कारण इस क्षेत्र में अभी रिजल्ट नहीं आएगा।
सीबीएसई 2022 से 12वीं के छात्रों को भी स्किल विषय चुनने का मौका देने जा रही है। सीबीएसई ने इस सत्र के 11वीं के छात्रों को स्किल विषय रखने का अवसर दिया है, जो छात्र स्किल विषय रखेंगे, उन्हें बोर्ड परीक्षा में किसी एक विषय में फेल होने पर स्किल विषय से रिप्लेस करने का मौका मिलेगा।
एमएचए द्वारा परीक्षा केंद्र दिशानिर्देश मुद्दों के अलावा, सभी राज्य के बोर्ड को बोर्ड परीक्षा के दौरान छात्रों के परिवहन के लिए विशेष व्यवस्था करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। राज्य बोर्डों को विशेष बसों की व्यवस्था करने के लिए कहा गया है जो छात्रों को उनके घरों से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाएंगे।
गृह मंत्रालय (MHA) ने सभी छात्रों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए CBSE और कुछ राज्य बोर्ड के लंबित बोर्ड परीक्षाओं के संचालन के बारे में कई दिशानिर्देश जारी किए हैं। दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि लंबित बोर्ड परीक्षाओं के एग्जाम सेंटर रेड जोन के स्कूल में नहीं होना चाहिए ताकि परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
सीबीएसई द्वारा 10वीं में 100 से अधिक स्किल विषय चलाए जा रहे हैं। अब तक मुख्य विषय में फेल होने वाले विद्यार्थियों को कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी होती थी। 10वीं में छठे विषय के तौर पर स्किल विषय की सुविधा 2019 में शुरू हुई थी। 2019 में नौवीं के छात्रों को भी यह सुविधा दी गई।
नियमित उम्मीदवारों की श्रेणी के बाद, जो अपने जिले के स्कूल से भारत के किसी अन्य जिले में चले गए हैं, परीक्षा केंद्र बदलने के लिए अनुरोध करने वाले छात्र अपने होम टाउन में एग्जाम के लिए अनुमति ले सकते हैं। इसके अवाला होस्टल में रहने वाले छात्र और राज्य सरकारों द्वारा प्रायोजित छात्र।
यह निश्चित रूप से उन छात्रों के लिए अच्छी खबर है, जिन्हें कोविड -19 लॉकडाउन से पहले या उसके दौरान सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाना पड़ता। बोर्ड के इस निर्देश के बाद छात्रों को ट्रेन से भी सफर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सीबीएसई ने अधिसूचना में बताया कि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूलों के साथ प्रत्येक जिले में उम्मीदवारों के लिए नियुक्त नोडल परीक्षा केंद्र के रूप में एक स्कूल होगा। इस परीक्षा केंद्र का उपयोग सीबीएसई के छात्रों द्वारा किया जाएगा, जो लॉकडाउन अवधि के दौरान एक अलग जिले से चले गए थे और अपने घर के स्कूलों में लंबित सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए उपस्थित नहीं हो पाएंगे क्योंकि वे अभी बहुत दूर हैं।
छात्रों की परेशानी को देखते हुए संबंधित जिले के परीक्षा केंद्र पर ही उपस्थित होने का निर्णय लिया गया है। कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जुलाई के अंत तक रिजल्ट की घोषणा संभावित है।
सीबीएसई पहले ही घोषणा कर चुका है कि 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाएं संबंधित स्कूलों में भी होगी। परीक्षा होम सेंटर पर होगी, ताकि उन्हें कम यात्रा करनी पड़े। दिल्ली को छोड़कर अन्य केंद्रों पर 10वीं की परीक्षाएं नहीं होंगी। राज्य में 12वीं के 12 विषयों की परीक्षाएं होनी हैं।