मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज (27 मई 2020) को सीबीएसई बोर्ड एग्जाम का इंतजार कर रहे 31 लाख छात्रों के लिए जरूरी सूचना का ऐलान किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “Covid_19 संकट के कारण हजारों बच्चे अपने गृह प्रदेश में चले गए थे, ऐसी स्थिति में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हो रहे विद्यार्थियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए CBSE ने यह फैसला लिया है कि ऐसे विद्यार्थी अपनी बोर्ड परीक्षा अपने गृह जिले में ही दे सकते हैं।” इससे पहले, सीबीएसई द्वारा छात्रों को अपने स्कूलों में ही परीक्षा देने का अवसर दिया गया है। पहले सिर्फ 3000 परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए थे लेकिन अब लगभग 15000 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होनी है।
CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020 Latest Update: Check Here
बता दें कि, सीबीएसई बोर्ड के 10वीं और 12वीं के बचे हुए एग्जाम 01 जुलाई से 15 जुलाई तक आयोजित किए जाने हैं जिसके लिए डेटशीट पहले ही जारी किए जा चुके हैं। वहीं दूसरी ओर, सीबीएसई बोर्ड पहले 12वीं का रिजल्ट जारी कर सकता है, क्योंकि 12वीं के बाद स्टूडेंट्स को हायर एजुकेशन के लिए कॉलेज में एडमिशन लेना होता है जिसकी एक समय सीमा होती है। परीक्षाएं खत्म होते ही जल्द से जल्द रिजल्ट जारी किए जाएंगे।
CBSE Board: अपने गृह जिले में ही दे सकेंगे सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा, जानें कैसे
Highlights
‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है। सभी छात्रों को सुझाव है कि वे वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर विजिट करें तथा हैंडबुक डाउनलोड कर उसकी मदद से खुद को साइबर हमलों के खिलाफ तैयार कर लें।
सीबीएसई ने मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू करने के आदेश भी जारी कर दिए हैं। 15 जून तक 10वीं के सभी विषयों का मूल्यांकन पूरा हो सकता है। दिल्ली क्षेत्र को छोड़ देश भर में 10वीं परीक्षा का रिजल्ट 20 जून तक आ सकता है। दिल्ली में अभी परीक्षाएं होना बाकी हैं जिसके कारण इस क्षेत्र में अभी रिजल्ट नहीं आएगा।
सीबीएसई 2022 से 12वीं के छात्रों को भी स्किल विषय चुनने का मौका देने जा रही है। सीबीएसई ने इस सत्र के 11वीं के छात्रों को स्किल विषय रखने का अवसर दिया है, जो छात्र स्किल विषय रखेंगे, उन्हें बोर्ड परीक्षा में किसी एक विषय में फेल होने पर स्किल विषय से रिप्लेस करने का मौका मिलेगा।
सीबीएसई द्वारा 10वीं में 100 से अधिक स्किल विषय चलाए जा रहे हैं। अब तक मुख्य विषय में फेल होने वाले विद्यार्थियों को कंपार्टमेंटल परीक्षा देनी होती थी। 10वीं में छठे विषय के तौर पर स्किल विषय की सुविधा 2019 में शुरू हुई थी। 2019 में नौवीं के छात्रों को भी यह सुविधा दी गई।
सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि काफी संख्या में परीक्षार्थी और अभिभावकों ने सूचना दी है कि वे लॉकडाउन के कारण स्कूलों के शहर को छोड़कर गृह जिले में चले आए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित नवोदय विद्यालय और केंद्रीय विद्यालय के छात्र हैं। वहीं, स्कूल प्रबंधन कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए हॉस्टल खोलने को तैयार नहीं हैं।
छात्रों की परेशानी को देखते हुए संबंधित जिले के परीक्षा केंद्र पर ही उपस्थित होने का निर्णय लिया गया है। कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जुलाई के अंत तक रिजल्ट की घोषणा संभावित है।
सीबीएसई पहले ही घोषणा कर चुका है कि 10वीं और 12वीं की शेष परीक्षाएं संबंधित स्कूलों में ही होगी। परीक्षा होम सेंटर पर ही होगी, ताकि उन्हें कम यात्रा करनी पड़े। दिल्ली को छोड़कर अन्य केंद्रों पर 10वीं की परीक्षाएं नहीं होंगी। राज्य में 12वीं के 12 विषयों की परीक्षाएं होनी हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे बच्चों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि जो जिस जिले में हैं, उसे अपने स्कूल में इसकी सूचना देनी पड़ेगी, ताकि संबंधित जिले में परीक्षा देने की अनुमति दी जा सके। सीबीएसई इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन भी जारी करेगा।
10वीं और 12वीं के सभी छात्रों को अपने स्कूल को यह सूचना देनी होगी कि आप किस जनपद में हैं। स्कूल को बताना होगा कि जहां हैं उसी जनपद में परीक्षा देना चाहते हैं, इसके बाद छात्रों को स्कूल से अपने जनपद में परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी। यह प्रक्रिया जून के पहले सप्ताह में शुरू होगी और तभी छात्रों पता चल जाएगा कि छात्र किस स्कूल में परीक्षा दे सकते हैं।
दूसरी समस्या उन छात्रों की थी जो हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके अपने गृह राज्य में चले गए हैं। सभी की समस्या को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड ने यह फैसला किया है कि जो छात्र जिस जनपद में हैं वे वहीं परीक्षा दे सकते हैं।
HRD मंत्री निशंक ने बताया कि सीबीएसई बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों और अभिभावकों के कई समस्याएं सामने आ रही थीं। इनमें पहली समस्या एग्जाम सेंटर की थी, जो काफी दूर हैं। सीबीएसई द्वारा छात्रों को अपने स्कूलों में ही परीक्षा देने का अवसर दिया गया है। पहले सिर्फ 3000 परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए थे लेकिन अब लगभग 15000 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होनी है।
रमेश पोखरियाल निशंक ट्विटर अकाउंट के जरिए ये संदेश जारी किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि, “Covid_19 संकट के कारण हजारों बच्चे अपने गृह प्रदेश में चले गए थे, ऐसी स्थिति में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हो रहे विद्यार्थियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए CBSE ने यह फैसला लिया है कि ऐसे विद्यार्थी अपनी बोर्ड परीक्षा अपने गृह जिले में ही दे सकते हैं।”
मानव संसाधन विकास (HRD) मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार, (27 मई 2020) को सीबीएसई बोर्ड एग्जाम का इंतजार कर रहे 31 लाख छात्रों के लिए जरूरी सूचना का ऐलान किया है। COVID-19 महामारी के कारण और लॉकडाउन के दौरान जो छात्र जिस जिले में हैं वे अपने गृह जिले में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा दे सकेंगे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
JEE Main 2020 परीक्षा 18 से 23 जुलाई तक आयोजित की जानी है। आयोग बीते सप्ताह ही परीक्षा की तिथि जारी कर चुका है। परीक्षा की पूर्वनिर्धारित तिथियों में COVID19 के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन के चलते बदलाव करना पड़ा था।
‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है। सभी छात्रों को सुझाव है कि वे वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर विजिट करें तथा हैंडबुक डाउनलोड कर उसकी मदद से खुद को साइबर हमलों के खिलाफ तैयार कर लें।
जारी किया गया मॉड्यूल साइबर सुरक्षा के कई विषयों को कवर करेगा, जैसे कि सामाजिक बहिष्कार, धमकी, मानहानि, भावनात्मक उत्पीड़न, ऑनलाइन यौन दुर्व्यवहार, साइबर कट्टरता, ऑनलाइन हमले और धोखाधड़ी तथा ऑनलाइन स्टॉकिंग आदि। यह डिजिटल हैंडबुक छात्रों को डिजिटल एक्सेस, साक्षरता, संचार, शिष्टाचार, स्वास्थ्य और भलाई, अधिकारों, स्वतंत्रता और जिम्मेदारी, सुरक्षा और कानून का भी परिचय कराएगा।
छात्रों को इस ओर जागरूक करने के लिए यह ‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ बोर्ड की तरफ से जारी की गई है। जारी किया गया ‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ का मॉड्यूल साइबर सुरक्षा के कई विषयों को कवर करेगा।
CBSE ने छात्रों के बीच सुरक्षित और स्वस्थ डिजिटल आदतों को सुनिश्चित करने के लिए एक ‘साइबर सिक्योरिटी हैंडबुक’ जारी की है। बोर्ड ने कहा कि लोगों में यह गलत धारणा बनी है कि छात्र डिजिटल प्लेटफार्म के बारे में अधिक जानकार होते हैं क्योंकि वे टेक्नोलॉजी के प्रति ज्यादा सहज हैं।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
बोर्ड की परीक्षाएं 01 जुलाई से होमसाइंस के एग्जाम के साथ शुरू होंगी। परीक्षा का पूरा शिड्यूल जारी कर दिया गया है। सब्जेक्ट कोड 064 यानी होम साइंस सब्जेक्ट की परीक्षा 01 जुलाई को सुबह 10:30 बजे से 01:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्र संचालित स्कूल बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर्स को घर पर देने की योजना बना रहा है और इसलिए, राज्य प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। टीचर्स वर्क फ्रॉम होम करते हुए कॉपियां चेक करें तो रिजल्ट जल्द जारी हो सकते हैं।
2 जुलाई को हिंदी इलेक्टिव का एग्जाम होगा। जिसका कोड 002 है। इसके अलावा हिंदी कोर भी उसी दिन होगा। इसका कोड 302 है। यह एग्जाम भी सुबह 10:30 से दोपहर 01:30 बजे तक होगा।
अगला पेपर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए केमेस्ट्री का होगा। इसका सब्जेक्ट कोड 043 है तथा परीक्षा की टाइमिंग वही रहेगी। यह एग्जाम सोमवार 06 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
चौथी परीक्षा 04 जुलाई को अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की होगी। सब्जेक्ट कोड 055 यानी अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की परीक्षा भी सुबह की शिफ्ट यानी 10:30 बजे से 1:30 बजे तक ही आयोजित की जाएगी।
डेटशीट को डाउनलोड करने के लिए दिख रही लिस्ट पर राइट क्लिक करें तथा Save as Image पर क्लिक करें। मोबाइल ऐप्प पर डेटशीट को टच करके होल्ड करें और Save Image का ऑप्शन चुनें।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है।
ऑनलाइन LSAT- भारत का संचालन अब 19 जुलाई से किया जाएगा। LSAT-India को पहले 14 जुलाई, 2020 से आयोजित किया जाना था।
लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (एलएसएसी) ने एलएसएटी-इंडिया परीक्षा 2020 में एक महीने देर से आयोजित करने की बात कही है। यह फैसला केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की शेष बची परीक्षाओं के शेड्यूल को ध्यान में रखकर लिया गया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ा दी है। इसलिए बोर्ड रिजल्ट के बाद एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को ज्यादा परेशान नहीं होगी।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं केवल हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
आरोग्य सेतु एप सभी छात्रों, स्कूलों के फैकल्टी मेंबर्स और टीचर्स के साथ-साथ इन सभी के फैमिली मेंबर्स के लिए कोविड -19 से लड़ने में सहायक साबित होगा। आरोग्य सेतु एप को आईओएस और एंड्रॉयड प्लेटफॉर्मों पर लांच किया गया है और जिसे आईओएस एप-स्टोर या प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप्प डाउनलोड के लिए लिंक सीबीएसई के नोटिस में भी दिया गया है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं केवल हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में स्थित स्कूलों को छोड़कर 10वीं की परीक्षा दोबारा आयोजित नहीं की जाएंगी। पूर्वी दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 10वीं की परीक्षाएं केवल हिंदी कोर्स ए, हिंदी कोर्स बी, इंग्लिश कम्युनिकेशन, इंग्लिश लैंगवेज एंड लिट्रेचर, साइंस और सोशल साइंस विषयों के लिए आयोजित की जाएंगी।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं, 12वीं बोर्ड एग्जाम से जुड़ी जानकारी पढ़ने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर या इस डायरेक्ट लिंक https://cbse.nic.in/newsite/attach/PRESS RELEASE 01.04.20.pdf पर विजिट कर सकते हैं।