सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम की तारीखें आ चुकी हैं और बोर्ड इनकी तैयारियों में लगा है। स्टूडेंट्स को भी कुछ तैयारियां करनी है। खासकर उन स्टूडेंट्स को जो कि अलग अलग सेंटर पर एग्जाम देने वाले है। पहले किसी और सेंटर पर दिए थे और अब लॉकडाउन की वजह से दूसरे सेंटर पर एग्जाम देने हैं। अब स्टूडेंट्स को सेंटर बदलने की स्थिति में अपने स्कूल को बताना होगा कि वह किस सेंटर पर एग्जाम दे रहे हैं। सीबीएसई बोर्ड ने इसीलिए सेंटर्स की संख्या भी बढ़ाकर 5 गुनी कर दी है। पहले देशभर में केवल 3000 सेंटर्स पर एग्जाम चल रहे थे अब यह संख्या बढ़ाकर 15,000 कर दी है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे बच्चों के हित में बताया। उन्होंने कहा कि जो जिस जिले में हैं, उसे अपने स्कूल में इसकी सूचना देनी पड़ेगी, ताकि संबंधित जिले में परीक्षा देने की अनुमति दी जा सके। सीबीएसई इस संबंध में विस्तृत गाइडलाइन भी जारी करेगा। केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने अगस्त के बाद स्कूल और कॉलेज खोलने की बात कही है। लगभग 33 करोड़ छात्रों को स्कूल, कॉलेजों के फिर से खोलने का इंतजार कर रहे हैं। कोरोनावायरस COVID-19 महामारी और लॉकडाउन के बीच ये दूसरी बार है जब स्कूल, कॉलेज खुलने को लेकर मंत्री ने छात्रों की कनफ्यूजन दूर करने की कोशिश की है।
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मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्र संचालित स्कूल बोर्ड परीक्षा की कॉपियां टीचर्स को घर पर देने की योजना बना रहा है और इसलिए, राज्य प्रशासन के सहयोग की आवश्यकता है। टीचर्स वर्क फ्रॉम होम करते हुए कॉपियां चेक करें तो रिजल्ट जल्द जारी हो सकते हैं।
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने राज्य सरकारों से कहा कि वे अपनी बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू करें और ऐसा करने में CBSE की सहायता करें। सभी बोर्ड अब एक एक कर जल्द परीक्षा के रिजल्ट जारी करना शुरू करेंगे।
रेगुलर छात्रों के लिए- जो स्टूडेंट्स हॉस्टल में रह रहे थे या जिनकी शिक्षा राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित की गई थी या जो अपने स्कूल के जिले से किसी दूसरे जिले में स्थानांतरित हो गए हैं, उन्हें अपना परीक्षा केंद्र बदलने की अनुमति दी जाएगी।
प्राइवेट छात्रों के लिए - जो उस जिले में नहीं हैं जहां उनका परीक्षा केंद्र पड़ता है, वे परीक्षा केंद्र के परिवर्तन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा, जो छात्र कोरोनोवायरस महामारी के कारण किसी अन्य शहर में फंसे हुए हैं उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) के अनुसार उसी शहर से परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
CBSE बोर्ड की 10वीं और 12वीं की बची हुई परीक्षाएं पहले तय किए गए एग्जाम सेंटर्स के बजाय छात्रों को अपने स्कूल में ही होगी। ऐसे स्कूल जो कंटेनमेंट ज़ोन में आते हैं, वहां परीक्षा नहीं आयोजित की जाएगी। कंटेनमेंट ज़ोन में एग्जाम सेंटर न बनाने का फैसला गृह मंत्रालय ने लिया है।
बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बोर्ड का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और वे भी बगैर ज्यादा समय खर्च किए। 01 जुलाई से परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।
परीक्षाओं का सुचारू प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, CBSE ने प्रत्येक जिले में कम से कम एक ऐसे एग्जाम सेंटर देने का फैसला किया है जो एक परीक्षा केंद्र से दूसरे में स्थानांतरित होने वाले उम्मीदवारों के लिए नोडल परीक्षा केंद्र होगा।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
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CBSE बोर्ड ने अपनी बची हुई 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए डेट शीट अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी है। शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी थी। छात्र पूरा एग्जाम शिड्यूल बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर डाउनलोड कर सकते हैं।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है।
चौथी परीक्षा 04 जुलाई को अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की होगी। सब्जेक्ट कोड 055 यानी अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की परीक्षा भी सुबह की शिफ्ट यानी 10:30 बजे से 1:30 बजे तक ही आयोजित की जाएगी।
अगला पेपर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए केमेस्ट्री का होगा। इसका सब्जेक्ट कोड 043 है तथा परीक्षा की टाइमिंग वही रहेगी। यह एग्जाम सोमवार 06 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
02 जुलाई को हिंदी इलेक्टिव का एग्जाम होगा। जिसका कोड 002 है। इसके अलावा हिंदी कोर भी उसी दिन होगा। इसका कोड 302 है। यह एग्जाम भी सुबह 10:30 से दोपहर 01:30 बजे तक होगा।
बोर्ड की परीक्षाएं 01 जुलाई से होमसाइंस के एग्जाम के साथ शुरू होंगी। आज परीक्षा का पूरा शिड्यूल जारी कर दिया गया है। सब्जेक्ट कोड 064 यानी होम साइंस सब्जेक्ट की परीक्षा 01 जुलाई को सुबह 10:30 बजे से 01:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड ये जानकारी 01 अप्रैल को जारी अपने सर्कुलर में पहले ही दे चुका है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
एचआरडी मिनिस्टर ने वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया है। यह कैलेंडर शिक्षकों को विभिन्न तकनीकी उपकरणों और सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग करने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान करता है, जो मज़ेदार, दिलचस्प तरीकों से शिक्षा प्रदान करने के लिए उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग शिक्षार्थी घर बैठे भी कर सकते हैं।
सीबीएसई 10वीं बोर्ड के छात्रों की केवल इन 6 सब्जेक्ट्स की परीक्षाएं होनी हैं। हिंदी कोर्स-ए, हिंदी कोर्स-बी, इंग्लिश, इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिट्रेचर, साइंस तथा सोशल साइंस। अन्य किसी सब्जेक्ट के पेपर अब नहीं कराए जाएंगे। रिजल्ट भी इन्हीं के आधार पर तैयार किया जाएगा।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड ये जानकारी 01 अप्रैल को जारी अपने सर्कुलर में पहले ही दे चुका है।
बोर्ड की परीक्षाएं 01 जुलाई से होमसाइंस के एग्जाम के साथ शुरू होंगी। आज परीक्षा का पूरा शिड्यूल जारी कर दिया गया है। सब्जेक्ट कोड 064 यानी होम साइंस सब्जेक्ट की परीक्षा 01 जुलाई को सुबह 10:30 बजे से 01:30 बजे तक आयोजित की जाएगी।
2 जुलाई को हिंदी इलेक्टिव का एग्जाम होगा। जिसका कोड 002 है। इसके अलावा हिंदी कोर भी उसी दिन होगा। इसका कोड 302 है। यह एग्जाम भी सुबह 10:30 से दोपहर 01:30 बजे तक होगा।
अगला पेपर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के लिए केमेस्ट्री का होगा। इसका सब्जेक्ट कोड 043 है तथा परीक्षा की टाइमिंग वही रहेगी। यह एग्जाम सोमवार 06 जुलाई को आयोजित किया जाएगा।
चौथी परीक्षा 04 जुलाई को अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की होगी। सब्जेक्ट कोड 055 यानी अकाउंटेंसी सब्जेक्ट की परीक्षा भी सुबह की शिफ्ट यानी 10:30 बजे से 1:30 बजे तक ही आयोजित की जाएगी।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के IAS मनोज आहूजा को CBSE के नए चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने IAS अनीता करवाल की जगह ली। इससे पहले, वह लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में विशेष निदेशक थे।
ऑनलाइन LSAT- भारत का संचालन अब 19 जुलाई से किया जाएगा। LSAT-India को पहले 14 जुलाई, 2020 से आयोजित किया जाना था। ऐसा बोर्ड परीक्षाओं में हुई देरी के कारण किया जा रहा है।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा आज ही की गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा।
डेटशीट को डाउनलोड करने के लिए दिख रही लिस्ट पर राइट क्लिक करें तथा Save as Image पर क्लिक करें। मोबाइल ऐप्प पर डेटशीट को टच करके होल्ड करें और Save Image का ऑप्शन चुनें।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।