बिहार में बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। करीब 2 महीने की शांति के बाद सोमवार को फिर से पटना के गर्दनीबाग में हजारों की संख्या में छात्र इकट्ठा हुए सड़कों पर उतर आए और खान सर के नेतृत्व में उन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रों का यह प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि आयोग 13 दिसंबर को आयोजित हुई परीक्षा को रद्द करे और दोबारा परीक्षा को आयोजित कराए, लेकिन आयोग ने परीक्षा दोबारा आयोजित कराने की मांग को खारिज किया है। ये मामला अभी हाईकोर्ट में है।
बीपीएससी परीक्षा विवाद का पूरा घटनाक्रम
आइए इस आर्टिकल में हम आपको सिलसिलेवार तरीके से पूरा घटनाक्रम समझाते हैं कि आखिर यह परीक्षा कब हुई, कब इसका नोटिफिकेशन आया और कब आवेदन प्रक्रिया शुरू हुई। साथ ही कब परीक्षा को लेकर विवाद हुआ और यह विवाद क्यों हुआ? इन सवालों के जवाब हम इस आर्टिकल में पॉइंट वाइज देते हैं।
नोटिफिकेशन कब जारी हुआ?
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स प्रतियोगी परीक्षा 2024 का नोटिफिकेशन 23 सितंबर 2024 को जारी हुआ था। यह नोटिफिकेशन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किया गया था। नोटिफिकेशन में रिक्तियों की संख्या, आवेदन प्रक्रिया शुरू होने और समाप्त होने जैसी अहम जानकारियां थीं।
नोटिफिकेशन में कुल कितनी रिक्तियों की हुई घोषणा?
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स प्रतियोगी परीक्षा 2024 के ऑफिशियल नोटिफिकेशन में रिक्तियों की संख्या 1957 बताई गई थी, लेकिन बाद में आयोग ने इसमें 70 रिक्त पदों को और जोड़ दिया था जिसके बाद कुल रिक्तियां 2027 हो गई थीं।
आवेदन प्रक्रिया कब शुरू और कब समाप्त हुई?
इस भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत नोटिफिकेशन जारी होने के 5 दिन बाद शुरू हो गई थी। बता दें कि ऑनलाइन एप्लीकेशन प्रोसेस 28 सितंबर 2024 से शुरू हुआ था। यह आदेवन प्रक्रिया 18 अक्टूबर को समाप्त हुई।
6 दिसंबर को जारी हुआ था एडमिट कार्ड
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड डाउनलोड करने का लिंक वेबसाइट पर 6 दिसंबर 2024 को जारी हुआ था। एडमिट कार्ड जारी होने से संबंधित एक नोटिफिकेशन आयोग की वेबसाइट पर 5 दिसंबर को आ गया था।
9 दिसंबर को आयोग ने एक और अहम नोटिस जारी किया था
बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर 9 दिसंबर को परीक्षा से 4 दिन पहले एक अहम नोटिस उन उम्मीदवारों के लिए जारी हुआ था जिनके एडमिट कार्ड पर फोटो और हस्ताक्षर साफ प्रिंट नहीं हुए थे। आयोग ने ऐसे कैंडिडेट्स के लिए कहा था कि उम्मीदवार परीक्षा केंद्र पर जाकर एडमिट कार्ड को सबमिट करा दें।
13 दिसंबर को आयोजित की गई परीक्षा
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा का आयोजन 13 दिसंबर को राज्य के 912 केंद्रों पर एक ही शिफ्ट में दोपहर 12 बजे से लेकर 2 बजे तक हुआ।
पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हुआ बवाल
परीक्षा वाले दिन पटना के बापू एग्जाम सेंटर पर बवाल हुआ। हंगामे के बीच आयोग ने परीक्षा तो संपन्न कराई, लेकिन बाद में इस एग्जाम को इसी सेंटर पर रद्द कर दिया गया।
इस सेंटर पर दोबारा परीक्षा के जारी हुआ नोटिफिकेशन
पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर दोबारा परीक्षा आयोजित कराने का फैसला लिया गया। आयोग ने पटना के इस सेंटर समेत 22 केंद्रों पर 4 जनवरी 2025 को दोबारा परीक्षा आयोजित कराई।
8 जनवरी को आंसर की रिलीज हुई आंसर की
बिहार लोक सेवा आयोग ने 13 दिसंबर 2024 की परीक्षा और 4 जनवरी 2025 की पुनर्परिक्षा दोनों की प्रोविजनल आंसर की एकसाथ जारी की। यह आंसर की 8 जनवरी को जारी हुई। कैंडिडेट्स को इस पर आपत्ति दर्ज कराने का समय 16 जनवरी तक मिला।
19 जनवरी से OMR शीट डाउनलोड करने का मिला लिंक
कैंडिडेट्स को 19 जनवरी 2025 से ओएमआर शीट डाउनलोड करने का लिंक वेबसाइट पर मिल गया। यह लिंक 21 जनवरी तक एक्टिव रहा।
23 जनवरी को जारी हुआ रिजल्ट
बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा का परिणाम 23 जनवरी 2025 को जारी कर दिया गया था। इस परीक्षा में कुल 21581 उम्मीदवार सफल रहे। इस परीक्षा में कुल 328990 कैंडिडेट उपस्थित हुए थे। जो कैंडिडेट सफल रहे उसमें जनरल कैटेगिरी के 9017, अनुसूचित श्रेणी के3295, अनुसूचिज जनजाति के 211, ओबीसी के 2793 और अत्यंत पिछड़ा वर्ग श्रेणी के कुल 3515 कैंडिडेट सफल हुए।
अभी तक इस परीक्षा को लेकर यही घटनाक्रम रहा है। उम्मीदवारों को रिजल्ट का इंतजार है, लेकिन उससे पहले इस परीक्षा को लेकर जबरदस्त घमासान बिहार में मचा हुआ है। दरअसल, हजारों की संख्या में कैंडिडेट्स बीपीएससी की इस परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हों परीक्षा दोबारा आयोजित कराना चाहते हैं। पटना के जिस बापू एग्जाम सेंटर पर परीक्षा को लेकर हंगामा हुआ था उसी को लेकर छात्रों में नाराजगी है। छात्रों का आरोप है कि आयोग ने पेपर में गड़बड़ी को छिपाया है।
छात्रों के इस प्रदर्शन को बिहार में कई नेताओं का भी समर्थन मिला। प्रशांत किशोर इस प्रदर्शन के सपोर्ट में आए। प्रशांत किशोर के बाद खान सर ने छात्रों के प्रदर्शन के नेतृत्व की जिम्मेदारी संभाली। खान सर ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि हम इस परीक्षा को दोबारा आयोजित कराकर ही रहेंगे।