बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग वाला मामला फिलहाल पटना हाईकोर्ट में है। एक याचिका हाईकोर्ट में दाखिल की गई है जिसपर कोर्ट में सुनवाई चल रही है। इस बीच परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग का समर्थन कर रहे खान सर ने बड़ा दावा कर दिया है। न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए खान सर ने कहा है कि उनके हाथ वह सबूत लग गया है जिसकी उन्हें तलाश थी और इस सबूत को वह 2 महीने से खोज रहे थे।

क्या कहा खान सर ने?

ANI से बात करते हुए खान सर ने कहा है, “हमलोग 2 महीने से जिस सबूत को खोज रहे थे वो हमारे हाथ लग गया है। अब निश्चित रूप से हम हाई कोर्ट में जीतेंगे। आयोग जिसे छिपा रही थी उस पर से पर्दा हट चुका है। कहां-कहां से धांधली हुई थी हमें पता चल लग गया है।” बता दें कि खान सर ने ये दावा ऐसे समय में किया है, जब BPSC प्रशांत किशोर के साथ-साथ गुरु रहमान और खान सर पर लीगल एक्शन की तैयारी में है।

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‘नवादा और गया ट्रेजरी से गायब हुए पेपर’

खान सर ने आगे कहा है कि 3 सेट में प्रश्न पत्र बनाए जाते हैं ताकि अगर 1 लीक हुआ हो तो हम बाकी काम में ला सकें। नियम कहता है कि बचे हुए प्रश्न पत्र को अपने-अपने जिले के ट्रेजरी जमा करें। हमने 2 महीने तक पता लगाया तो हमें पता चला कि नवादा और गया के ट्रेजरी से पेपर गायब थे। फिर हमें पता चला कि गायब पेपर को BPSC ने बापू परीक्षा केंद्र पर दिया। जो पेपर कबाड़ में बेचना था वो 4 जनवरी को पेपर दिया गया। जिस कारण 3 गुना परिणाम आए।”

हाईकोर्ट में चल रहा मामला

बता दें कि कथित बीपीएससी पेपर लीक मामले की जांच ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों से कराने की मांग भी उठ चुकी है। फिलहाल इस मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक याचिका पर सुनवाई चल रही है। यह परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई थी। इस दिन पटना के बापू एग्जाम सेंटर पर बवाल हुआ था।

हालांकि बवाल के बीच पेपर पूरा हुआ था, लेकिन बाद में उस सेंटर पर परीक्षा रद्द कर दी गई थी और फिर उस सेंटर समेत की जगह पर दोबारा परीक्षा आयोजित की गई थी। अब उस परीक्षा का रिजल्ट जारी होना है, लेकिन बिहार में परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग को लेकर विरोध जारी है।