Bihar Board Exams 2022: देश में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं। जैसे-जैसे बोर्ड परीक्षा का मौसम नजदीक आ रहा है, कोरोना के मामलों ने बिहार सरकार की चिंता भी बढ़ा दी है। आगामी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 26 जनवरी से पहले बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले सभी छात्रों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है।
शुक्रवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलाधिकारियों (डीएम) और सिविल सर्जनों को पत्र जारी कर प्राथमिकता के आधार पर 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बोर्ड के छात्रों का टीकाकरण करने के लिए टास्क फोर्स गठित करने को कहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा, “15-18 वर्ष की आयु के किशोरों के टीकाकरण के लिए राज्यव्यापी अभियान पहले से ही चल रहा है। आने वाले महीनों में राज्य बोर्ड परीक्षाओं और अन्य परीक्षाओं में बड़ी संख्या में छात्रों भाग लेंगे, इसलिए छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए हमारा लक्ष्य 26 जनवरी से पहले पात्र सभी छात्रों का टीकाकरण करना है।”
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उन्होंने बताया कि इसके लिए डीएम को जिला-स्तरीय और ब्लॉक-स्तरीय टास्क फोर्स का गठन करने के लिए कहा है। विशेष अभियान के दौरान शत-प्रतिशत टीकाकरण हासिल करने वाले स्कूलों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, विभिन्न शिक्षा बोर्डों द्वारा आयोजित कक्षा 12 और कक्षा 10 की परीक्षा देने के लिए लगभग 32 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है। बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने कक्षा 12 की परीक्षा 1 से 14 फरवरी तक, जबकि कक्षा 10 की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक निर्धारित की है।
इस बीच, निजी स्कूल और बाल कल्याण संघ (PSCWA) ने पात्र आयु वर्ग के स्कूली बच्चों के टीकाकरण के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की मांग की है। PSCWA के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमाइल अहमद का कहना है कि स्कूल बंद होने के कारण कई छात्र टीकाकरण कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं।