बिहार में 17 फरवरी 2025 से शुरू हुईं मैट्रिक (10वीं) की बोर्ड परीक्षाएं मंगलवार (25 फरवरी) को समाप्त हो गईं। करीब एक हफ्ते चली यह 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं एक ही शिफ्ट (सुबह 9.30 से 12.45 बजे तक) में संचालित हुईं। अंतिम दिन वोकेशनल इलेक्टिव के अंतर्गत सुरक्षा, ब्यूटिशियन, टूरिज्म, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, ब्यूटी एंड वेलनेस, टेलीकॉम, आईटी और आईटीएस ट्रेड विषयों की परीक्षाएं आयोजित हुईं। अब एग्जाम समाप्त हो जाने के बाद स्टूडेंट्स को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार रहेगा।

कब जारी होगा 10वीं का रिजल्ट?

बता दें कि बिहार बोर्ड 10वीं कक्षा का रिजल्ट अप्रैल के पहले हफ्ते में घोषित किया जा सकता है। हालांकि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से अभी तक रिजल्ट को लेकर कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की गई है, लेकिन पिछले कुछ रुझानों को देखते हुए रिजल्ट के अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी होने की उम्मीद है। इस साल बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षाओं में 15,81,079 स्टूडेंट्स उपस्थित हुए।

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12वीं का रिजल्ट पहले होगा जारी

बता दें कि बिहार में 12वीं की बोर्ड परीक्षा 15 फरवरी को ही समाप्त हो गई थीं। 12वीं के बोर्ड एग्जाम 1 फरवरी से शुरू हुए थे और 15 फरवरी को समाप्त हो गए। 12वीं बोर्ड एग्जाम में 1292313 स्टूडेंट्स शामिल हुए। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) ने इंटर परीक्षा की कॉपियों की चेकिंग के लिए विषयवार सह परीक्षकों (शिक्षक) का नियुक्ति पत्र अपनी आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.com पर अपलोड कर दिया है। साथ ही नियुक्ति पत्र की हार्ड कॉपी जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में भी उपलब्ध करा दी गई है। माना जा रहा है कि पहले 12वीं का रिजल्ट मार्च के अंत तक घोषित कर दिया जाएगा। वहीं 10वीं का रिजल्ट अप्रैल में जारी होने की संभावना है।

पास होने के लिए कितने मार्क्स चाहिए होंगे?

बिहार बोर्ड 10वीं की परीक्षा में पास होने के लिए स्टूडेंट्स को कम से कम 33 प्रतिशत मार्क्स लाने होंगे। साथ ही हर विषय में 33 नंबर लाने होंगे। अगर किसी बच्चे के इतने नंबर नहीं आते हैं तो उसे उस विषय में फेल कर दिया जाएगा। हालांकि उस बच्चे को अपना रिजल्ट सुधारने का मौका मिलेगा। 2 विषय में अगर 33 प्रतिशत से कम मार्क्स आते हैं तो कंपार्टमेंट परीक्षा में बैठने का एक मौका होगा, लेकिन 2 से ज्यादा विषय में अगर इससे कम नंबर आए तो आपको दोबारा 10वीं की पढ़ाई करनी होगी।