मध्य प्रदेश के एक आईएएस अफसर को फेसबुक पर मोदी-विरोधी पोस्ट लिखने पर ट्रांसफर किए जाने का मामला अभी लोगों के जेहन से हटा भी नहीं था, कि एक तहसीलदार अपनी फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में है। तहसीलदार ने प्रो-मोदी पोस्ट में पीएम की तारीफ में कुछ भी ना पचा पाने वाले “सेक्युलरों और कांग्रेस की मानसिकता वाले” लोगों को आड़े हाथों लिया था।
मंगलवार को एक पोस्ट में रतलाम की तहसीलदार अमिता सिंह ने पीएम से “राजीव गांधी आत्महत्या योजना” शुरू करने की मांग की ताकि “सेक्युलर और कांग्रेसी मानसिकता” वाले मोदी को अफगानिस्तान दौर पर मिले रिस्पांस, जब “मुसलमानों ने तिरंगा लहराया और भारत माता की जय और वंदेमातरम का नारा लगाया” की खबर सुनने की बजाय “आत्महत्या” कर सके।
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44 वर्षीय अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मैं देश की एक नागरिक हूं। मुझे अपनी अभिव्यक्ति की आजादी है। मैं मोदी को इतना पसंद करती हूं कि अगर वो सीपीएम भी ज्वाइन कर लें तो भी मैं उनकी तारीफ करती रहूंगी।” उन्होंने अपनी पोस्ट का यह कहकर बचाव किया कि यह महज एक व्यंग्य था, उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
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फिलहाल कलक्टर का कार्यभार देख रहे रतलाम जिला पंचायत के सीईओ, डॉ हरजिंदर सिंह ने कहा कि तहसीलदार को एक नोटिस भेज कर सात दिनों के भीतर जवाब मांगा गया है। उन्होंने कहा कि तहसीलदार के फेसबुक कमेंट कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन हैं, लेकिन प्रशासन को उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सबूत चाहिए होंगे।

