व्यक्ति के विचार और व्यवहार बहुत हद तक इस बात पर निर्भर होते हैं कि उसका ज्यादातर वक्त किन लोगों के साथ व्यतीत होता है। यदि आप ऐसे लोगों के साथ रहते हैं जिन्हें हर ओर नकारात्मकता दिखाई देती है या जिनकी सोच छोटी है, जो बड़े सपने देखने से डरते हैं तो आप कभी भी अपनी मंजिल तक पहुंच नहीं पाएंगे क्योंकि संगत की सोच का असर आपकी सोच पर भी पड़ता है। इसलिए जल्द से जल्द हो नकारात्मक संगत को छोड़कर सकारात्मक सोच वालों के साथ बैठक करना शुरू करें।
इसी तरह आपको अपनी उन आदतों और व्यवहार पर गौर करना होगा जो आपके दिन का एक बड़ा हिस्सा बर्बाद करते हैं। इसके बाद इन आदतों और व्यवहार पर धीरे-धीरे अंकुश लगाने का प्रयास करें। लगातार कोशिश से आपकी ये आदतें धीरे-धीरे समाप्त हो जाएंगी और आपकी सफलता की दर भी कई गुना बढ़ जाएगी। इसके अलावा हम सभी को पता है कि किसी भी कार्य को टालना नहीं चाहिए।
इसके बावजूद अधिकतर लोग अपने कार्यों को वक्त पर नहीं करते हैं। सबसे पहले तो आज का काम आज पूरा करें। टालमटोल कर आप खुद को धोखा ही देते हैं जबकि आपको पता है कि आपको काम आज नहीं तो कल तो करना ही होगा। कार्यों को कल पर काम टालना बंद कीजिए।