बैठकर दिन बिताने वालों के लिए बुरी खबर है। एक स्टडी में दावा किया गया है कि बैठे रहने से हर घंटे डायबिटीज होने का खतरा बढ़ते जाता है। नीदरलैंड्स की मास्ट्रिक्ट यूनिवर्सिटी में जूलियन वॉन डेर बर्ग और उनके साथियों ने यह स्टडी किया है। इन रिसर्चरों ने पाया कि रोजाना बैठे रहकर बिताए गए (मसलन कम्प्यूटर पर काम) एक अतिरिक्त घंटे से टाइप टू किस्म का डायबिटीज होने का खतरा 22 पर्सेंट बढ़ गया। करीब 2500 लोगों पर स्टडी की गई। इनमें 52 फीसदी लोग पुरुष थे और उनकी आैसत उम्र साठ साल के करीब थी। इन लोगों पर आठ दिनों तक चौबीसों घंटे परीक्षण किया गया। इन लोगों में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने और डायबिटीज की जांच करने के लिए ग्लूकोज टॉलरेंस टेस्ट किया गया। यह स्टडी मेडिकल जर्नल Diabetologia में प्रकाशित हुई है।
बैठे रहने से हर घंटे 22 फीसदी बढ़ जाता है डायबिटीज होने का खतरा: स्टडी
यह स्टडी मेडिकल जर्नल Diabetologia में प्रकाशित हुई है। नीदरलैंड्स के साइंटिस्ट्स ने यह स्टडी की है।
Written by जनसत्ता ऑनलाइन
लंदन

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First published on: 05-02-2016 at 17:03 IST