दिल्ली विधानसभा के लिए शनिवार को होने वाले मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 70 सीटों पर होने जा रहे चुनाव में एक करोड़ 33 लाख नौ हजार 178 मतदाता कुल 673 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान 2530 भवनों में बनाए गए 12,177 मतदान केंद्रों पर होगा। इनमें से 714 मतदान केंद्रों को ‘संवेदनशील’ और 191 केंद्रों को ‘अति संवेदनशील’ घोषित किया गया है। इस चुनाव में 18 से 19 साल के बीच की उम्र वाले 2,27,316 नए मतदाता पहली बार वोट देंगे। दिल्ली में 311 मतदाताओं की उम्र 100 साल से भी ज्यादा है। राजधानी में 9369 मतदाता ऐसे भी हैं जिनके पास अपना कोई मकान नहीं है।

दिल्ली में पिछले 16 वर्ष से सत्ता से दूर भाजपा ने टीम अण्णा की पूर्व सदस्य किरण बेदी को पार्टी में लाकर और उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दांव खेला है। भाजपा की रणनीति का जवाब अरविंद केजरीवाल नीत आप ने दिया है जिसने पिछले लोकसभा चुनाव के बाद से उठी मोदी लहर को रोकने के लिए धुआंधार प्रचार अभियान चलाया। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्रियों एम वेंकैया नायडू और अरुण जेटली ने इस बात को खारिज किया है कि दिल्ली का चुनाव मोदी सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह होगा। आलोचकों ने इस बयान को प्रधानमंत्री को किसी तरह की आलोचना से बचाने के प्रयास के रूप में देखा है।

दिसंबर, 2013 तक दिल्ली पर 15 साल शासन कर चुकी कांग्रेस को सर्वेक्षणों में आप और भाजपा से काफी पीछे दिखाया गया है। कुछ सर्वेक्षणों में आप को पूर्ण बहुमत दिखाया गया है जबकि कुछ में भाजपा की जीत की भविष्यवाणी की गई है। चुनाव मैदान में कुल 673 उम्मीदवार हैं। उत्तरी दिल्ली में बुराड़ी निर्वाचन क्षेत्र में सर्वाधिक 18 उम्मीदवार हैं जबकि दक्षिणी दिल्ली के आंबेडकर नगर में सबसे कम चार उम्मीदवार हैं। महिला उम्मीदवारों की संख्या 63 है जबकि 2013 में यह संख्या 71 थी। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय दलों के उम्मीदवारों की संख्या 296 है। इसके अलावा 183 उम्मीदवार पंजीकृत दलों के हैं और 194 निर्दलीय उम्मीदवार हैं।

चुनाव आयोग ने चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं। मतदान सुबह आठ बजे शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा। चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए करीब 95 हजार सरकारी अधिकारी चुनाव ड्यूटी में लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त मतदान केंद्रों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे।

मटियामहल विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 3,47,245 मतदाता हैं जबकि चांदनी चौक निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 1,13,777 मतदाता हैं। दिल्ली में 14 स्थानों पर 70 विशेष कक्ष (स्ट्रांग रूम) बनाए गए हैं, जहां इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें रखी गई हैं। इन विशेष कक्षों के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं जिसमें सीआरपीएफ, राज्य सशस्त्र पुलिस बल और जिला पुलिस शामिल है। इस मतदान में 16,000 नियंत्रण इकाइयों और 20,000 मतपत्र इकाइयों का इस्तेमाल किया जाएगा।
जहां तक मतदान केंद्रों के भीतर की सुरक्षा की बात है तो 1,200 माइक्रो आॅब्जर्वर पूरी प्रक्रिया पर नजर रखेंगे और ईवीएम में कोई तकनीकी खामी होने पर उसकी रिपोर्ट करेंगे। इन सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। एक अधिकारी ने बताया कि हम लाइव वेब कास्टिंग की मदद से 142 मतदान केंद्रों की प्रक्रिया भी अपने नियंत्रण कक्ष में देख पाएंगे। दिल्ली के नौ जिलों में कुल 1870 टीमें बनाई गई हैं जो सारी स्थिति पर नजर रखेंगे।

सभी मतदान केंद्रों पर स्वागत कक्ष बनाए गए हैं और इसके लिए 4700 अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा आयोग ने 1175 सेक्टर अधिकारी भी नियुक्त किए हैं। दिल्ली की सीमाओं पर 152 अंतरराज्यीय नाके बनाए गए हैं जहां से दिल्ली में घुसने वालों पर नजर रखी जाएगी। 214 फ्लाईंग स्क्वाड भी तैयार किए गए हैं। दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी के मुताबिक अब तक कुल 43,235 डाक मतपत्र मिले हैं जबकि 2013 के विधानसभा चुनाव में 41,095 डाक मतपत्र मिले थे।

शनिवार को मतदान से पहले अवैध शराब की जब्ती शुक्रवार को भी जारी रही और चुनाव आयोग की निगरानी टीमों ने अब तक 42,000 से ज्यादा शराब की बोतलें बरामद की हैं। इनमें 9000 बोतलें पिछले दो दिनों में बरामद हुईं। चुनाव आयोग के उड़नदस्तों और व्यय पर्यवेक्षकों द्वारा सौंपे गए आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के विभिन्न हिस्सों और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से इन टीमों ने शराब की 42,882 बोतलें जब्त कीं। चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों की ओर से तैयार आंकड़ों के मुताबिक 12 जनवरी को विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद से उन्होंने यहां कुल 32 लाख 20 हजार रुपए नकद और 40 आग्नेयास्त्र जब्त किए।