फ्रांस के बियारेत्ज में जी-7 की बैठक में जब जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर राष्ट्राध्यक्षों की बातचीत में अमेजन के जंगलों में आग का मुद्दा छाया रहा। दुनिया को 20 फीसद आॅक्सीजन देनेवाले अमेजन के जंगलों में लगी आग वैश्विक चिंता बन गई है। अमेजन के जंगलों में 39 हजार करोड़ पेड़ हैं और 16,000 से अधिक जीव प्रजातियां मौजूद हैं। इनका अस्तित्व खतरे में है। ब्राजील की सरकार के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर अब तक अमेजन के जंगलों में आग की 75 हजार घटनाएं दर्ज की गई हैं। जबकि, पिछले पूरे साल में 40,136 घटनाएं हुई थीं।

अमेजन के जंगल तीन हफ्ते से लगातार जल रहे हैं। 10 साल बाद इतनी बड़ी आग लगी है। ब्राजील के उत्तरी हिस्से में स्थित राज्य रोरैमा, एक्रे, रोंडोनिया, पारा, माटो ग्रोसो और अमेजोनास इससे बुरी तरह से प्रभावित हैं। आग की घटनाओं में रोराइमा में 141 फीसद, एक्रे में 138 फीसद, रोंडोनिया में 115 फीसद, और अमेजोनास में 81 फीसद वृद्धि हुई है। दक्षिण में मोटो ग्रोसो डो सूल में ये घटनाएं 114 फीसद बढ़ी हैं। ब्राजील में आपातकाल की घोषणा की गई है।

यह आग अंतरिक्ष से भी दिखाई दे रही है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजंसी नासा के कई उपग्रहों ने इसकी तसवीरें खींची हैं। 19 अगस्त को आग वाली जगह से 2735 किमी दूर स्थित साओ पाओलो शहर में दिन में एक घंटे के लिए अंधेरा छा गया था। यह अंधेरा जंगलों से निकले धुएं से हुआ था। धुआं अटलांटिक तटों तक फैल रहा है। अब तक यह फैलकर 2800 वर्ग किमी क्षेत्रफल को घेर चुका है। बड़ी मात्रा में कार्बन डाईआॅक्साइड पैदा हो रही है। इस साल 228 मेगाटन कार्बन डाईआॅक्साइड पैदा हुई है। यह 2010 के बाद सबसे ज्यादा है। जहरीली गैस कार्बन मोनो आॅक्साइड भी पैदा हो रही है, जो दक्षिणी अमेरिका के तटीय इलाकों तक पहुंच चुकी है।

कुछ मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पराग्वे से आ रहे धुएं के कारण भी आसमान पर काला गुबार छा गया है। दुनिया भर में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े कई संगठन खुलकर आरोप लगाने लगे हैं कि ब्राजील में दक्षिणपंथी राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो के सत्ता संभालने के बाद जंगलों के कटने की घटनाएं बढ़ी हैं। आरोप हैं कि राष्ट्रपति बोलसोनारो के पर्यावरण विरोधी बयानों के कारण जंगलों का कटना या जमीन के इस्तेमाल के लिए आग लगाने की प्रवृत्ति बढ़ गई है। अभी जो आग लगी है, उसके लिए ब्राजील के राष्ट्रपति खास तौर पर एक एनजीओ को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वह खासतौर पर पश्चिमी देशों पर निशाना साध रहे हैं और उनका कहना है कि आग को जबरन मुद्दा बनाया जा रहा है ताकि ब्राजील के आर्थिक विकास की गति को बाधित किया जा सके।

दरअसल, अमेजन के जंगलों में लगी आग की वैश्विक चिंता की वजह भी है। विश्व के कुल वर्षावनों के क्षेत्र के आधा से अधिक हिस्सा (लगभग 60 फीसद) अकेले अमेजन के जंगल हैं। अमेजन के जंगलों का क्षेत्र 55 लाख वर्ग किलोमीटर है। यह पूरी पृथ्वी के करीब चार फीसद क्षेत्र में फैला हुआ है। 2019 में अब तक 74000 बार इन जंगलों में आग लग चुकी है। ब्राजील की नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च, आइएनपीई के उपग्रह डेटा के अनुसार, 2018 में आग लगने की घटनाओं में 84 फीसद की वृद्धि देखी गई। ब्राजील के आईएनपीई का कहना है कि आग लगने की घटनाओं में वृद्धि अस्वाभाविक परिस्थितियों के कारण हो रही है। इसके बाद आइएनपीई प्रमुख को ही पद से हटा दिया। बोलसोनारो ने कहा कि आइएनपीई प्रमुख जंगल की आग को लेकर भ्रामक सूचनाएं दे रहे थे। जबकि, दुनिया भर के पर्यावरणविद् और वैज्ञानिक कह रहे हैं कि बोलसोनारो के कार्यकाल में जंगलों की कटाई व्यापक स्तर पर हुई है। गैर-कानूनी तरीके से जंगल काटनेवालों पर सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है।