वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) को कांग्रेस की हिमायत से सत्ता की बागडोर संभालने की जगह भाजपा को सरकार बनाने में समर्थन करना चाहिए था।

उत्तरपूर्व दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि ‘आप’ पिछले विधानसभा चुनाव के एक साल के अंदर चुनाव ‘‘थोप’’ कर सार्वजनिक धन की ‘बरबादी’’ के लिए जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि भाजपा को जनादेश मिला था क्योंकि उसने दिसंबर 2013 में हुए चुनाव में सर्वाधिक सीटें जीती थी और ‘आप’ को एक अस्थिर सरकार बनाने में कांग्रेस का समर्थन लेने की जगह भाजपा को समर्थन देना चाहिए था।

सिंह ने कहा, ‘‘चुनावों पर खर्च हुआ धन सार्वजनिक धन है और एक साल के अंदर दिल्ली में ताजा चुनाव थोप कर उन्होंने राजकोष एवं आमजन पर बोझ डाला है।’’

केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘‘अगर आप नैतिकता के हिसाब से चलें, लोगों का जनादेश भाजपा के पक्ष में था। ‘आप’ को मुद्दों के आधार पर भाजपा को समर्थन देना चाहिए था। ‘आप’ खुद को एक ईमानदार पार्टी कहती है और उन्होंने कांग्रेस से हाथ मिलाया जिसने देश में भ्रष्टाचार बढ़ाया। वे सत्ता के लोभी हैं।’’

उन्होंने कहा कि राजनीति हर के बस की चीज नहीं है। ‘‘उनके लिए मेरी सलाह है कि उन्हें ऐसे वादे नहीं करने चाहिए जिन्हें वे पूरा नहीं कर सकते।’’

सिंह ने कहा, ‘‘पाकिस्तान और चीन ने हमारे लोगों की हत्या की। हमने उन्हें 16 बार सफेद झंडा दिखाया, लेकिन वे गोलीबारी करते रहे। जब हमने 17वीं बार जवाब दिया, पाकिस्तान चिल्लाने लगा और शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र पहुंचा।’’

केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘‘चीन हमारी धरती पर घुसा। जब मैंने अपने आईटीबीपी डीजी से पूछा कि क्या हुआ, उन्होंने जवाब दिया कि वे हमारी धरती पर सड़क बनाने का प्रयास कर रहे हैं। मैंने कहा कि उनकी बनाई एक इंच सड़क नहीं होनी चाहिए।’’