मेरठ के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी डीन पर जानलेवा हमले मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक, विश्वविद्यालय की ही एक महिला प्रोफेसर ने डीन बनने की चाहत में अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने अब तक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि, कृषि विश्वविद्यालय के वेटनरी डीन राजवीर सिंह पर 11 मार्च को हमला हुआ था।

इस मामले में एसएसपी ने खुलासा करते हुए बताया कि डॉ, राजवीर सिंह की सहकर्मी महिला प्रोफेसर डॉ. आरती भटेले ही पूरे मामले की मुख्य साजिशकर्ता हैं। वह स्वयं डीन बनना चाहती थी और कई बार डॉ. राजवीर की योग्यता को लेकर राज्यपाल से शिकायत भी की थी। जब बात नहीं बनी तो प्रोफेसर आरती ने अपने प्रेमी अनिल बालियान के साथ राजवीर की हत्या की साजिश रच डाली। अनिल ने फिर अपने दोस्त मुनींद्र बाना और शूटर आशु की मदद ली थी।

एसएसपी ने बताया कि मुनींद्र बाना ने उधमसिंह गैंग के शूटर आशु को हत्या की सुपारी दी थी। फिर आशु ने हापुड़ के नदीम के साथ वारदात को अंजाम दिया था। हालांकि, महिला प्रोफेसर आरती और नदीम अभी भी फरार हैं। जबकि अनिल, मुनींद्र और आशु को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक अनिल की आरती से पहचान बीते 8 सालों से हैं और महिला प्रोफेसर तलाकशुदा भी है।

इसी के चलते आरती ने अनिल बालियान के साथ मिलकर 3 महीने पहले से ही हत्या की योजना बनानी शुरू कर दी थी। इसके अलावा खुद को भी मामले से दूर रखने के लिए भी कई तरह के हथकंडे अपनाए गए थे। जैसे कि बातचीत बहुत कम और केवल व्हाट्सएप कालिंग से की जा रही थी। इसके अलावा वारदात के समय भी दोनों ने अपनी लोकेशन शहर के मॉल में दिखा रखी थी। इसके अलावा वह लगातार उन जगहों पर बने रहे जहां सीसीटीवी कैमरे लगे थे।

पूछताछ में खुलासा हुआ है कि अनिल ने ही डीन की हत्या के हथियार उपलब्ध कराए थे और 5 लाख की सुपारी तय हुई थी। इसके अलावा पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल में लाया गया एक तमंचा, एक .30 बोर की पिस्टल, 9 मैगजीन, 63 कारतूस, एक स्पलेंडर बाइक, सुपारी के लिए दी गई चार लाख की नकदी, एक स्कार्पियो गाड़ी, छह मोबाइल फोन और एक वाईफाई डिवाइस बरामद किया है।