कुछ खबरें ऐसी होती हैं जो हमें अंदर से हिला कर रख देती हैं। ऐसा ही एक मामला गुजरात के अमरेली जिले से आया है। जहां लव मैरिज के 6 महीने बाद पति को हार्ट अटैक आया औऱ उसकी मौत हो गई। इसकी खबर जब पत्नी को लगी तो उसने भी फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। दोनों ने एक साथ दुनिया छोड़ दी। घरवाले पहले ही बेटे की मौत से दुखी थे जब बहू ने भी जान दे दी तो उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
असल में अमरेली जिले के लिलिया गांव के धवल राठौड़ की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद घर में मातम छा गया। चारों ओर चीख-पुकार मच गई। रिश्तेदारों को जानकारी दी गई औऱ अंतिम संस्कार की तैयारी की जाने लगी। अड़ोसी-पड़ोसी सभी पहुंच गए। वे माता-पिता को ढांढस बधाने लगे। इसी बीत धवल की पत्नी ने भी अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। बहू की मौत से घर में मातम छा गए। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों की 6 महीने पहले ही लव मैरिज हुई थे। दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे। वे दोंनों एक-दूसरे से दूर नहीं रह सकते थे।
छह महीने में सब बदल गया
छह महीने पहले सजधज कर धवल की बारात प्रिंसी के घर पहुंची थी। पूरा जश्न का माहौल था। धूम-धाम से शादी की रस्मे संपन्न हुई थी। दोनों पक्ष के परिजन भी इस शादी से खुश थे। धवल अपनी दुल्हन को विदा करके लाया था। घर में बहू का जोरदार स्वागत हुआ था। दोनों खुशी-खुशी अपनी जिंदगी बिता रहे थे। उनकी गृहस्थी बस रही थी मगर ये खुशियां शायद कुछ दिनों की ही मेहमान थीं। धवल की मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया। माता-पिता अपने बेटे के इस तरह गुजर जाने पर यकीन नहीं हो रहा था। वहीं उसकी पत्नी ने जब पति की मौत की खबर सुनी तो बर्दाश्त नहीं कर पाई और अपनी जान दे दी।
बेटे की मौत की खबर बहू को नहीं दी
धवल पिता की तरह खेती-किसानी का काम करता था। शाम को उसे हार्ट अटैक आया। उसने घऱवालों को जानकारी दी। उसे अस्पताल ले जाया गया मगर लाख कोशिशों के बाद उसे बचाया ना जा सका। परिजनों ने उसकी मौत की जानकारी पत्नी प्रिंसी से छिपाकर रखी ताकि उसे सदमा ना लगे। उसे बताया गया कि वह अस्पताल में है। अगले दिन उसका शव घर पहुंचा को प्रिंसी को सारी बात की जानकारी लगी।
मां ने धवल को किडनी दान की थी
उसकी दोनों किडनियां खराब थीं। कुछ दिनों पहले ही मां ने अपनी एक किडनी दान कर उसकी जान बचाई थी मगर अफसोस कि उसे हार्ट अटैक आ गया। घरवाले किसी तरह बेटे का अंतिम संस्कार कर रहे थे। वे बहू को बुलाने गए तो देखा कि उसका कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा तोड़कर देखा तो वह फांसी के फंदे से झूल रही थी। इस खबर ने परिवार को तोड़कर रख दिया है। देखते ही देखते 6 महीने में उनकी खुशियां उजड़ गईं।
सुसाइड समस्या का समाधान नहीं
ध्यान रहे सुसाइड किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। कितनी भी मुश्किल क्यों ना आए हमें डटकर उसका सामना करना चाहिए। जिंदगी कीमती होती है, इसलिए आत्महत्या करने का ख्याल भी अपने मन में ना लाएं। परेशानियां समय के साथ खत्म हो जाती हैं। अपने आप पर भरोसा रखें।