Baba Siddique Murder News: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में चौंकाने वाली बात सामने आई है। अरोपियों से जारी पुलिस पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि आखिर सिद्दीकी को मारने के लिए यूपी-हरियाणा के शूटर क्यों हायर किए गए। पुलिस की गिरफ्त में शूटर राम कनौजिया ने बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए पहले उसे ही संपर्क किया गया था।

शूटर को पता था कि क्या अंजाम हो सकता है

एनडीटीवी के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि पुलिसिया पूछताछ में कनौजिया ने खुलासा किया है कि पहले शुभम लोंकर ने उसे और नितिन सापरे को बाबा सिद्दीकी को मारने की सुपारी दी थी. चूंकि वो महाराष्ट्र का रहने वाला है, ऐसे में उसे अंदाजा था कि सिद्दीकी को मारने का क्या अंजाम हो सकता है। ऐसे में उन्होंने फैसला किया वो ये सुपारी नहीं लेंगे।

सूत्रों के अनुसार सुपारी ना लेना पड़े इसलिए उन्होंने हत्या को अंजाम देने के लिए 1 करोड़ रुपये की मांग की। इतने बड़ी मांग सुनकर शुभम पीछे हट गया और किसी और राज्य के शूटर्स को हायर करने का फैसला लिया।

कम पैसे पर बाहर के शूटर किए हायर

सूत्रों के अनुसार शुभम को ये अंदाजा था कि यूपी-हरियाणा के लोगों को सिद्दीकी के कद के बारे में अंदाजा नहीं होगा. साथ ही वो कम पैसे में हत्या करने को तैयार हो जाएंगे। ऐसे में उसने यह काम धर्मराज कश्यप, गुरमैल सिंह और शिवकुमार गौतम को दिया। बता दें कि धर्मराज और शिवकुमार यूपी के बहराइच के रहने वाले हैं। जबकि गुरमैल हरियाणा का रहने वाला है।

गौरतलब है कि हत्याकांड की जांच के दौरान आरोपियों के फोन से बाबा सिद्दीकी के बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी की तसवीर भी बरामद हुई है। जांच में ये बात भी सामने आई है कि लॉरेंस बिश्नोई के ये हैंडलर्स बातचीत के लिए स्नैपचैट का इस्तेमाल करते थे। क्मुनिकेशन के बाद वो चैट डिलीट कर देते थे।

सुरक्षा में लगे सिपाही को किया सस्पेंड

बता दें कि सिद्दीकी हत्याकांड के बाद उनकी सुरक्षा में तैनात सिपाही को भी सस्पेंड कर दिया गया है। हत्या के वक्त जवाबी कार्रवाई नहीं करने के कारण उनपर गाज गिरी है। उन्होंने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की इसपर विभागीय जांच चल रही है। हालांकि सिपाही का कहना है कि उनके आखों में मिर्च जैसा कुछ चला गया था, इस कारण वो कुछ नहीं कर पाए।