वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ लोगों के बीच काफी मशहूर हुआ था। सीरीज की कहानी लोगों को काफी पसंद आई थी। लेकिन हाल के दिनों में ऐसा देखने में आया है कि जिस तरह ‘मिर्जापुर’ में अपराधी चाकू से गोदकर हत्याएं कर रहे थें…कुछ उसी तर्ज पर दिल्ली में भी ऐसी हत्याएं काफी बढ़ गई हैं। जी हां, राजधानी दिल्ली की सड़क पर हत्यारे चाकूबाज घूम रहे हैं…आप उनसे सावधान रहिए! दिल्ली में हत्याओं के लिए चाकू के इस्तेमाल को लेकर चल रहे नए ट्रेंड पर बड़ा खुलासा बेहद ही चौंकाने वाला है। दिल्ली अब पिस्टल, बुलेट से नहीं बल्कि चाकू से थर्राने लगी है। एक अखबार ने दिल्ली पुलिस के हवाले से बताया है कि देश की राजधानी में हर तीसरी हत्या को अंजाम देने के लिए अपराधी चाकू, चापड़ या फिर किसी और धारदार हथियार का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बात का अंदाजा लगाने के लिए आप साल 2019 में राजधानी दिल्ली में चाकूबाजी से जुड़ी घटनाओं के आंकड़ों पर गौर करें।
चाकू से गोदकर हुई हत्या:
– 27 जुलाई 2019 को एक युवक ने भोगल इलाके में सरेआम एक 20 साल की लड़की की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।
– नबी करीम इलाके में 21 जुलाई, 2019 को एक नाबालिग की चाकू मारकर हत्या कर दी गई।
– पॉश इलाका माने जाने वाले चिराग दिल्ली में ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली एक महिला पर युवक ने चाकू से ताबड़तोड़ हमला किया।
– 23 जून, 2019 को वसंत विहार इलाके में घर में घुसकर तेज धार वाले हथियार से बुजुर्ग दंपत्ति और महिला केयर टेकर की बेरमही पूर्वक हत्या कर दी गई।
दिल्ली में हत्यारों के बीच हथियार के तौर पर चाकू का ट्रेंड क्यों बढ़ा है? इसकी भी अपनी एक वजह है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले कुछ सालों में अवैध हथियारों के जरिए दिल्ली में कई संगीन वारदातें हुईं। लिहाजा पुलिस ने दिल्ली में आने वाली अवैध हथियारों पर पाबंदी लगाने के लिए अभियान चलाया। पुलिस ने बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बनने वाले हथियारों की तस्करी पर लगाम लगाने में बड़ी कामयाबी हासिल की और कई अवैध हथियार जब्त किए। दिल्ली में अवैध रुप से निर्मित तमंचे की आमद कम हो चुकी है लिहाजा अपराधी अब चाकू का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं। अब पुलिस के लिए ऐसे चाकूबाजों पर लगाम लगाना एक बड़ी चुनौती है। (और….CRIME NEWS)

