Who is Alexander Dugin: रूस के मास्को (Moscow) के ओडिंट्सोव्स्की इलाके में अलेक्जेंडर दुगिन की बेटी दरिया दुगीना की संदिग्ध कार बम विस्फोट की हत्या के बाद अलेक्जेंडर का नाम चर्चा में हैं। बताया जा रहा है कि इस हमले में मुख्य रूप से उन्हें ही निशाना बनाया गया था लेकिन अलेक्जेंडर दुगिन ने आखिरी समय पर कार बदल दी और उनकी जान बच गई। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर अलेक्जेंडर दुगिन कौन हैं जिन्हें व्लादिमीर पुतिन का ब्रेन कहा जाता है और वह कैसे रूस का एक ताकतवर चेहरा बन गए।

कौन है अलेक्जेंडर दुगिन?

रूसी सरकार में बिना किसी अहम पद पर रहते हुए भी अलेक्जेंडर दुगिन का सरकार में खासा प्रभाव है। माना जाता है कि पुतिन किसी मसले पर जो भी अहम कदम उठाते हैं उनमें अलेक्जेंडर दुगिन (Alexander Dugin) की राय ली जाती है। उन्हें रूसी राष्ट्रपति (Vladimir Putin) का करीबी सहयोगी माना जाता है और यहां तक ​​​​कि उन्हें “पुतिन का रासपुतिन” भी कहा जाता है। दुगिन पेशे से एक रणनीतिकार और विश्लेषक हैं, लेकिन उनकी विचारधारा फासीवादी रही है। यूक्रेन पर रूसी हमले की योजना और रणनीति के पीछे अलेक्जेंडर दुगिन का ही दिमाग बताया जाता है।

क्या रही है अलेक्जेंडर दुगिन की भूमिका?

अलेक्जेंडर दुगिन खुद को एक रूसी नव-फासीवादी दार्शनिक, अल्ट्रानेशनलिस्ट बताते हैं। वह व्लादिमीर पुतिन की संयुक्त रूस पार्टी के एक प्रमुख सदस्य सर्गेई नारिश्किन के पूर्व सलाहकार हैं। दुगिन को “पुतिन का ब्रेन” (Brain of Vladimir Putin) कहा जाता है। दुगिन के पिता, गेली अलेक्जेंड्रोविच दुगिन (1935-1998), कथित तौर पर सोवियत सेना की शाखा जीआरयू के लेफ्टिनेंट जनरल थे। वह 1988 में अल्ट्रानेशनलिस्ट समूह पमायत (मेमोरी) में शामिल हुए, इसी समूह ने बाद में रूसी फासीवाद को जन्म दिया। अलेक्जेंडर दुगिन कई बार यूक्रेन पर कब्जा करने और उसे रूस में मिलाने की बात कह चुके हैं।

अलेक्जेंडर दुगिन का विवादों से पुराना नाता

अलेक्जेंडर दुगिन का विवादों से पुराना नाता रहा है। मॉस्को यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड रहे दुगिन को यूक्रेन (Ukraine) विरोधी होने के कारण यूनिवर्सिटी छोड़नी पड़ी। वह मॉस्को यूनिवर्सिटी में 2009 से 2014 के बीच काम कर रहे थे। साल 2018 में नाम चर्चा में तब आया जब उन्होंने में यूक्रेन पर हमला करने और वहां के लोगों को खत्म करने की बात कही थी।

KGB का अतीत और पुतिन से नजदीकियां

अलेक्जेंडर दुगिन के बारे में बताया जाता रहा है कि वह सालों तक केजीबी (KGB) और एफएसबी, सोवियत और रूसी सुरक्षा सेवाओं के लिए काम करते रहे हैं। इसके अलावा, 90 के दशक में दुगिन ने जनरल स्टाफ अकादमी में काम किया और रूसी संघ के रक्षा मंत्रालय की जर्नल के लिए कई सारे लेख लिखे। 28 मार्च 2000 को, केजीबी के पूर्व अधिकारी और एफएसबी के प्रमुख व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के रूसी संघ के अध्यक्ष बनने के अगले दिन, दुगिन ने द डॉन इन बूट्स (The Don In Boots) नामक एक लेख को प्रकाशित किया। बताया जाता है यही वह समय था जब वह पुतिन के करीब आ गए और तभी से रूस की सरकार में उनकी हर एक राय अहम होती चली गई।