What is Spoof Calling: आज के समय में जालसाज लोगों को चपत लगाने के लिए अलग-अलग तरीके निकाल रहे हैं। कोई फिशिंग का शिकार हो रहा है तो कोई हैकिंग का। हालांकि, बीते कुछ सालों में ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें लोगों को फेक कॉल के जरिए निशाना बनाया गया। इनमें सबसे बड़ा नाम जालसाज के रूप में सुकेश चंद्रशेखर का है, जिस पर स्पूफ कालिंग के आरोप हैं। देश में बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलिन फर्नांडीज से लेकर कई लोग स्पूफ कॉल का शिकार हो चुके हैं।
क्या होता है स्पूफ कॉल?
स्पूफ कॉलिंग..फेक कॉल का एक एडवांस तरीका। इस तरीके में कोई भी अपराधी जिसे कॉल करता है, दूसरी तरफ कॉल को उठाने वाले के स्क्रीन पर जो नंबर दिखेगा; उसे अपराधी द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यह तरीका खतरनाक इसलिए भी है कि इसके पीछे के लिंक बहुत मुश्किल से ट्रेस हो पाते हैं। आसान भाषा में समझे तो कोई भी जालसाज किसी दूसरे के नंबर को फोन में इस्तेमाल किए बगैर किसी अन्य व्यक्ति से बात कर सकता है, जिसमें कॉल उठाने वाले को नंबर अमुक व्यक्ति का ही दिखेगा। ऐसे में अपराध किसी व्यक्ति के नंबर से कोई धोखाधड़ी कर दे तो आपको पता भी नहीं चलेगा और पुलिस केस होने पर पुलिस को लगेगा कि वह फोन और धोखाधड़ी आपने की है।
स्पूफ कॉलिंग के लिए आते हैं ऐप
जालसाज या साइबर ठग आजकल स्पूफ कॉलिंग के लिए कई ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं के जरिए कॉल को स्पूफ किया जा सकता है। स्पूफिंग की प्रक्रिया में ऐप में जालसाज जिसका मोबाइल नंबर और नाम डालेंगे वही नाम और नंबर कॉल रिसीव करने वाले को दिखेगा।
सुकेश चंद्रशेखर ने स्पूफ कॉलिंग का किया इस्तेमाल
देश में जब भी स्पूफ कॉल की बात होती है तो सुकेश चंद्रशेखर का नाम सबसे पहले आता है। सुकेश ने अधिकतर धोखाधड़ी को इसी तरीके से अंजाम दिया था। इसी स्पूफ कॉलिंग का शिकार बॉलीवुड अभिनेत्रियां बनी थी, जिसमें जैकलीन फर्नांडीज का नाम मुख्य है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एक केस में जेल में बंद बड़े बिजनेसमैन शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति को भी सुकेश ने स्पूफ कॉलिंग के जरिए ठगा था। सुकेश चंद्रशेखर ने बिजनेसमैन की पत्नी को देश के गृहसचिव के नंबर से कॉल कर करोड़ों ठगे थे।
ठगी से बचने के क्या हैं तरीके?
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक इस जालसाजी से बचने का तरीका यह है कि जब भी आपको किसी कॉल पर संदेह हो या फिर आपसे पैसे मांगे गए हो तो पहले कॉल को काट कर उस संबधित व्यक्ति को फोन करें और पूरी बात समझे। इसके बावजूद भी यदि आप साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं तो तुरंत नजदीकी साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं। इसके अलावा, आप नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।