पश्चिम बंगाल में पुलिस हाजत में BJP के एक कार्यकर्ता की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। यह मामला उत्तर दिनजापुर जिले के रायगंज इलाके का है। मृतक युवक का नाम अनूप रॉय बताया जा रहा है। अनूप रॉय की मौत के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ‘मैंने सुना है कि पुलिस अनूप रॉय को उठा कर ले गई थी और उनकी बुरी तरह पिटाई किये जाने की वजह से किडनी खराब हो गई। उन्होंने उन्हें गोली भी मारी। उनकी लाश के पास से एक कारतूस बरामद हुआ है। पुलिस ने अनूप की मौत के बारे में उनके परिजनों को भी सूचित नहीं किया।’
इस मामले में यहां के स्थानीय पार्टी नेताओं ने अनूप रॉय की दोबारा ऑटोप्सी कराए जाने औऱ CBI जांच की मांग उठाई है। बताया जा रहा है कि 24 साल के अनूप रॉय ने 7 महीने पहले ही भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। अनूप राज्य में पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे।
हालांकि पुलिस हिरासत में अनूप रॉय की मौत को लेकर यहां पुलिस का कुछ और ही कहना है। ‘The Indian Expess’ से बातचीत करते हुए यहां के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने कहा कि ‘जब पुलिस अनूप रॉय को थाने में लाने के लिए गई थी तब उन्होंने भागने की कोशिश की थी। हालांकि उन्हें पकड़कर थाने लगाया था। पूछताछ के दौरान वो बेहोश हो गए। उस समय जो लोग वहां मौजूद थे उन्हें ऐसा लगा कि अनूप बीमार होने का नाटक कर रहे हैं। लेकिन जब वो थोड़ी देर तक नहीं उठे तो उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उनके शरीर पर किसी भी तरह के जख्म के निशान नहीं थे। अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनका पोस्टमार्टम किया जा चुका है और Brain Haemorrhage की बात सामने आई है। हमारे पास सीसीटीवी कैमरे हैं उनकी जांच की जा सकती है।’ पुलिस का दावा है कि अनूप रॉय बीजेपी के सक्रिय सदस्य थे।
यहां आपको बता दें कि रायगंज पुलिस ने लूटपाट से संबंधित एक मामले में 4 लोगों को पकड़ा था। पुलिस का दावा है कि पूछताछ के दौरान इन लोगों ने अनूप रॉय का नाम लिया था और बताया था कि लूटपाट के लिए अनूप ने ही हथियार मुहैया कराए थे। जिसके बाद बुधवार को उन्हें थाने में लाया गया था।
इस मामले में सियासी जंग छिड़ने के बाद राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। एक स्थानीय TMC नेता ने कहा कि ‘बंगाल में होने वाली हर मौत में भारतीय जनता पार्टी को साजिश की बू आती है। वो यह भूल जाते हैं कि यूपी में कई एनकाउंटर होते हैं…कई सारे सुसाइड को पहले भी हत्या बताया जा चुका है…बीजेपी हर मौत में मौके की तलाश में रहती है।’
