Panchkula Mass Suicide: पंचकूला मास सुसाइड की घटना ने लोगों को चौंका दिया है। एक साथ सात लोगों के परिवार के आत्महत्या की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार परिवार के सदस्य सोमवार को पंचकूला में बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा में आए थे। लेकिन कथा के बाद घर लौटने से पहले ही उन्होंने सेक्टर 27 में कार में ही जहर खा कर जान दे दी।

प्रवीण ने सुसाइड नोट में क्या-क्या लिखा?

रिपोर्ट के अनुसार पुलिस को कार से दो पन्नों का सुसाइड नोट मिला। नोट प्रवीण मित्तल ने लिखा है। उन्होंने स्वीकार किया है कि वो बैंक से दिवालिया हो चुके हैं। उनकी वजह से ही परिवार कर्ज में डूब गया है। उन्होंने अपील की कि उनके ससुर को जिम्मेदार ना ठहराया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे परिवार का अंतिम संस्कार सहित जितने भी रस्में होंगी, वो उनके मामा का बेटा निभाएगा।

वहीं, इंडिया टुडे की रिपोर्ट की मानें तो मृतक प्रवीण मित्तल और उनके परिवार को कर्ज न चुका पाने की वजह से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। उनके मामा के बेटे ने न्यूज आउटलेट को बताया कि परिवार पर कुल 20 करोड़ रुपये का कर्ज था।

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गौरतलब है कि रविवार को प्रवीण और उनके परिवार के छह सदस्य हरियाणा के पंचकूला में एक घर के बाहर खड़ी कार में मृत पाए गए। स्थानीय निवासियों ने कार के अंदर परिवार के सभी सदस्यों को बेहोश पाया, जिसके बाद वे एक व्यक्ति को बाहर निकालने में सफल रहे, जिसकी सांस अभी भी चल रही थी।

12 साल पहले पंचकूला हो गए थे शिफ्ट

मरने से पहले, व्यक्ति ने खुलासा किया कि उसका परिवार “कर्ज में डूबा हुआ था।” उसने स्थानीय निवासी पुनीत राणा से कहा, “मैं पांच मिनट में मर जाऊंगा क्योंकि मैंने भी ज़हर खा लिया है।” हिसार के बरवाला से आने वाले प्रवीण 12 साल पहले पंचकूला शिफ्ट हो गए थे।

प्रवीण के चचेरे भाई संदीप अग्रवाल के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में उनकी एक स्क्रैप फैक्ट्री थी, जिसे बाद में बैंक ने बकाया कर्ज के कारण जब्त कर लिया था। बढ़ते कर्ज ने परिवार को अचानक हिसार छोड़कर देहरादून जाने पर मजबूर कर दिया था।

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संदीप ने इंडिया टुडे को बताया, “पांच साल तक वह किसी के संपर्क में नहीं रहा।” संदीप ने यह भी बताया कि मौत की धमकियों ने उन्हें हिसार से बाहर जाने के लिए मजबूर कर दिया। वर्तमान में, वे पंचकूला के साकेत्री गांव के पास रह रहे थे, जहां प्रवीण टैक्सी चलाकर गुजारा कर रहा था। संदीप ने बताया, “बैंक ने प्रवीण के दो फ्लैट, उसकी फैक्ट्री और उसके वाहन पहले ही जब्त कर लिए थे।” उन्होंने कहा कि उसने प्रवीण से पांच दिन पहले बात की थी।