प्रदर्शन के दौरान ‘कुरान’ जलाने पर हिंसा भड़क उठी। इस दौरान सड़कों पर भारी आगजनी हुई और अफरातफरी का माहौल सभी तरफ मच गया। बताया जा रहा है कि इस हिंसा को कंट्रोल करने में पुलिस के पसीने छूट गए। हिंसा में 10 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां के एक Anti-Muslim Danish राजनेता को पुलिस ने ‘कुरान’ जलाओ रैली में शामिल होने से रोक लिया। जिसके बाद यह हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थऱ फेंके, सड़क पर टायर जलाए, कई दुकानों में तोड़फोड़ की और भारी हंगामा किया।

पूरी घटना के बारे में बताया जा रहा है कि शुक्रवार की दोपहर प्रवासी बहुल इलाके के पास दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने पवित्र पुस्तक की प्रति जलाई। इसके बाद शनिवार की सुबह हिंसा उस वक्त भड़क उठी जब Anti-Muslim Danish पार्टी के प्रमुख Rasmus Paludan इस घटना पर लोगों से चर्चा करने के लिए Malmo के दौरे पर गए। लेकिन यहां अधिकारियों ने अचानक Rasmus Paludan के स्वीडन में घुसने पर 2 सालों का प्रतिबंध लगाने का ऐलान कर दिया। बाद में माल्मो के नजदीक Rasmus Paludan को गिरफ्तार भी कर लिया गया।

Rasmus Paludan की गिरफ्तारी की खबर सामने के बाद यहां हिंसा और दंगा शुरू हो गया। इस हिंसक प्रदर्शन की वजह से स्वीडन (Swedan) के Malmo की गलियों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए। Swedish tabloid ‘Expressen’ से बातचीत करते हुए पुलिस प्रवक्ता Rickard Lundqvist ने कहा कि ‘एक दिन पहले यहां करीब 300 प्रदर्शनकारियों ने इस्लाम से संबंधित एक धार्मिक ग्रंथ को जला दिया था। जिसके बाद यह हिंसा भड़क उठी। शुक्रवार को यहां 10-20 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था हालांकि बाद में सभी को छोड़ दिया गया था।’

Malmo में पुलिस प्रवक्ता Calle Persson ने ‘AFP’ से बातचीत करते हुए कहा कि ‘हमें संदेह था कि Rasmus Paludan यहां कानून तोड़ने आ रहे हैं। उनके व्यवहार से समाज को गलत संदेश जाने का अनुमान भी था। लेकिन उनके समर्थकों ने बावजूद इसके रैली निकाली जिसके बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया।’ पुलिस ने अब तक शनिवार को हुई हिंसा में शामिल होने के आरोप में 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।